लेखक, अनुवादक, समीक्षक, शिक्षक एवं पत्रकार। यहां नितांत निजी विचार, जिनका नौकरी-नियोक्ता से नहीं कोई सरोकार।रीपोस्टःसदैव सहमति नहीं, समय-संदर्भ और मूड पर निर्भर
Where is
@SreenivasanJain
?? Without him there's a vacuum in
@ndtv
that no one else can fill. Please bring him back🙏. Esp since
@IndiaToday
is still sitting in a godi & can't stand up..😏
श्री विराट कोहली रामलला प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए विशेष रूप से अपने घर मुंबई गए। चाहते तो उनकी अर्धांगिनी ही स्वीकारने की औपचारिकता पूरी कर लेतीं। विराट के इस रवैये ने उनके प्रति सम्मान एवं आदर के स्तर को और बढ़ा दिया है। जीवन में अनुष्का के आगमन से उनके
"मुझे मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया गया, पुजारियों ने कहा पहले अपनी शर्टी उतारो, मैंने नहीं उतारी"
◆ कर्नाटक के CM सिद्धारमैया का बयान
@siddaramaiah
| Siddaramaiah |
#Siddaramaiah
आज संभवतः भाजपा के एक मुख्यमंत्री को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने के लिए 'मना' लिया जाएगा। फिर केंद्रीय मंत्री को मुख्यमंत्री बनाकर भेजा जाएगा। 'यही रात अंतिम, यही रात बाकी' वाली स्थिति बनी हुई है।
विराट कोहली को कप्तानी से हटाना भारतीय क्रिकेट की एक भयावह ऐतिहासिक भूल थी। उस षड्यंत्र का कुचक्र रचने वाले मठाधीशों को कभी माफी नहीं मिलेगी। कप्तानी से विराट की विदाई के बाद भारतीय क्रिकेट में कुछ भी सही नहीं घटित हो रहा।
#ViratKohli
𓃵
@Satyapalmalik_
सरजी सच बोला है तो डरने की आवश्यकता नहीं। सत्य परेशान हो सकता है, परंतु पराजित नहीं। बाकी पुलवामा में जवान के बलिदान पर आपके धारण 'मौन' ने 'किसान' का भी अपमान करने का ही काम किया। राज्यपाल बने रहने के लिए ही आप तब चुप हो गए और 'सच' बोलने के लिए थापर के शो की प्रतीक्षा करते रहे।
AAP के हिमाचल अध्यक्ष जब BJP में गए तो केजरीवाल सर ने कहा कि महिलाओं के प्रति उनके दुर्व्यवहार के चलते हम खुद ही उन्हें निकालने वाले थे।' अब महिला इकाई प्रमुख भी BJP में शामिल हो गईं तो क्या वह कहेंगे कि पुरुषों के प्रति उनका व्यवहार अच्छा नहीं था तो उन्हें भी निकालने ही वाले थे?
पिछले साल जानी दुश्मन ट्रंप को हटाना था तो सबसे बेस्ट किस्म का वायरस अमेरिका भेजा। इस साल इंडियन इकोनॉमी टॉप गियर में जाती दिख रही थी तो उसे पटरी से उतारने कोरोना का प्रो वर्जन भेज दिया। फिर भी इस महामारी के पीछे चीनी चाल-पट्टी न समझ आ रही हो तो समझिए आपके ललाट के कपाट बंद हैं।
बायतु विधानसभा के अंदर मेरे एजेंटों को बूथो से बाहर निकाला जा रहा है और वोटिंग मशीन पर मेरे नाम पर पट्टी लगाई जा रही है। यह कैसा लोकतंत्र है? आखिर प्रशासन किसके दबाव में काम कर रहा है।
@ECISVEEP
@Barmer_Police
@BarmerDm
@RajPoliceHelp
@AwanishSharan
सर, आप भी UPSC परीक्षा में नाकाम हो जाते तो बहुत संभव है कि कोई कोचिंग चला रहे होते! या किसी कोचिंग में पढ़ा रहे होते। ये सभी संविधानप्रदत्त आजीविका के अधिकार के अंतर्गत इस उपक्रम में लगे हैं। किसी को प्रवेश के लिए बाध्य नहीं कर रहे। आर्थिक अवसर बना रहे हैं। इसलिए कटाक्ष न करे़।
केएल राहुल के बिना लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम 'हेडलेस चिकन' की तरह नजर आ रही है। इससे उन आकलनों की पोल भी खुल रही है जो एलएसजी की सफलता में गौतम गंभीर की रणनीति को श्रेय देते रहे हैं। मान भी लिया जाए तो कोई रणनीति कितनी ही बेहतरीन क्यों न हो, लेकिन वह तब तक बेकार है, जब तक कि उसे
रोहित शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी से आखिरी टेस्ट मैच कब जिताया था? गूगल भी इसके जवाब में थोडा गोल-गोल घूमता रह जाएगा। कप्तानी में बहुत जल्दी कंधे ढीले कर देते हैंं भाई साहब। विराट की गैरमौजूदगी में जब जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी तो गैर-जिम्मेदाराना और अनमना रवैया ही अपनाया।
-फिर भी
न
#RohithSharma
के लचर प्रदर्शन पर राष्ट्रीय रुदन सुनने को मिलेगा और न
#ViratKohli
के स्वार्थी खेल पर कोई क्रंदन क्योंकि मीडिया में खेल के मठाधीशों का किसी न किसी एक कैंप से 'हफ्ता' बंधा हुआ है। हां,
#KLRahul
को कोसने में कोई कोताही नहीं बरती जाती! खेल पत्रकारिता का एक घिनौना सच!
संजय बारू के मीडिया सलाहकार रहते की तो मुझे याद है, जिसमें सवालों की पर्चियां पहले चेक हुई थीं। उसमें सुमित अवस्थी का सवाल सबसे चर्चित रहा था कि आप प्रधानमंत्री हैं, लेकिन घर में किसकी चलती है, आपकी (मनमोहन सिंह) या गुरशरण मैम की?
कनाडा में सरदार लोग हिंदुओं पर निर्मम प्रहार करने में लगे हैं। लेस्टर में मुसलमान उन्हें कूट रहे हैं। स्वदेश में तो जो दुर्गति है सो है। यह तब है जब वैश्विक विमर्श में हिंदुओं को असहिष्णु साबित करने के साथ ही यह स्थापित करने की मुहिम चल रही है कि भारत में 'हिंदुवादी सरकार' है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल बनाए जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में मनोज सिन्हा को मिलेगी केंद्रीय मंत्रिपरिषद में जगह। इससे उत्तर प्रदेश को 'संदेश' के साथ ही केंद्र को मिलेगा एक योग्य प्रतिभा का लाभ।
आंखों देखीः इन दिनों दिन-रात मोदी विरोध का 'जपनाम' करने वाले एक 'कुत्ता-बिल्ली संपादक' ने सरकारी कृपा पाने के प्रयास तो भरपूर किए। यहां तक कि सामरिक प्रतिष्ठान से जुड़े दिग्गज (पहाड़ी और PM के करीबी) के यहां भोज में मेहमानों को भोजन तक परोसा। पर बात न बनी। आगे की कहानी तो आप..😅
मुझे पता है कि आप लोग भी दुखी हो मेरी तरह, लेकिन अभी जरा वक्त गुजर जाने दो थोड़ा! आईपीएल आने दो। सिर पर ऑरेंज कैप का ताज पहनने दो। कुछ धूम-धड़ाका होने दो। अपना केएल टी-20 विश्व कप खेलेगा दोस्तों, चिंता मत करो।
#KLRahul
#Rahulians
#TeamIndia
🇮🇳
सुनी-सुनाईः अक्सर राज्यसभा में हंगामा करने वाले विपक्ष के एक हट्टे-कट्टे सांसद महोदय की एजेंसियों ने अतीत की गड़बड़ कड़ियों से जोड़कर तगड़ी कुंडली तैयार की है। कुछ समय बाद कार्रवाई संभव। मामला बड़ा संगीन है। उनकी पार्टी के लिए स्थितियां असहज हो सकती हैं।
सचिन तेंडुलकर पढ़ नहीं पाए, पर करोड़ों लोगों के दिल की धड़कन बन गए। कहने को कबीरदास जी अनपढ़ थे, किंतु आज बड़े-बड़े पढ़े-लिखे उन पर शोध करते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स की डिग्री देख लीजिए, लेकिन आज दुनियाभर भर की तमाम डिग्रियां उनकी विंडोज पर तैयार हो रही हैं। वास्तव
अगर
#KLRahul
नहीं टिका होता तो कल दो सौ भी नहीं बनते। विराट के आउट होने के बाद हाथ खोलने का कुशन खत्म हो गया था केएल के पास। दिख रहा था कि पहली पारी में गेंद फंस रही थी। कोहली, जडेजा और सूर्या से भी नहीं लग रही थी। रही-सही कसर ऑस्ट्रेलिया की उम्दा फील्डिंग ने पूरी कर दी थी। वे
@zoo_bear
@Mohit_ksr
यह सूफीवाद की कौनसी धारा है, जिसमें एक 'सूफी' ने बहुत सूफियाना तरीके से दर्जनों बार चाकू चलाया और पत्थर से कुचलकर मार डाला एक मासूम निर्दोष को।
@Profdilipmandal
आपने देखा है कि पापुआ न्यू गिनी से लेकर तमाम अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधि किन परिधानों में संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों में सहभागिता करते हैं। उन्हें अपनी संस्कृति-सभ्यता को लेकर कोई हीनता भाव नहीं। पश्चिम की पालकी ढोना ही प्रगतिशीलता नहीं। औपनिवेशिक मानसिकता से भी मुक्ति जरूरी
@ravishndtv
भारत रत्न के लिए राजद और जदयू ने लगातार मांग की थी। मोदी ने यह मांग मान ली है। यानी वह सबकी सुनते हैं। अर्थात् तानाशाह या अधिनायकवादी कतई नहीं हैं, जैसा कि कुछ लोग चित्रित करते हैं। ऐसा चित्रित करने वालों को यह बात समझा देना सर।
लोग
#IPL
में औसत गेंदबाजी-पाटा पिचों पर कुछ बल्लेबाजों की रनकुटाई पर लहालोट हैं।जबकि बैटर की असल परीक्षा इंटरनेशनल क्रिकेट में पेचीदा पिचों पर आलातरीन गेंदबाजों की पहेलीनुमा गेंदों पर होती है। बैटिंग कोई रन बनाने की मजदूरी नहीं, कला और कौशल भी है, लिहाजा
#KLRahul
को खारिज न करें
Since, KL Rahul last T20I match:
- Ishan played maiden over,
- Jaiswal played maiden over,
- Suryakumar played maiden over,
- Gill played maiden over,
But But India lost 2 WCs coz KL played maiden overs. No one would tell you, KL scored 30 balls fifty in both games after maiden
@ANI
मैं इस पुल को प्रणाम करता हूं। यह लोगों को गिराकर मारने का कलंक झेलने से पहले ही बार-बार अपने प्राणों का त्याग कर देता है। भ्रष्टाचार दो बार इस सेतु की भ्रूण हत्या करा चुका है।
टीम प्रबंधन को केवल गिल और अय्यर को लेकर ही चिंता नहीं करनी चाहिए। कप्तान साहब पर भी कुछ विचार करना होगा। टेस्ट में उनका प्रदर्शन उनके कद पर प्रश्नचिह्न लगा रहा है। ऐसा लगता है कि रोहित, गिल और अय्यर तीनों CEAT कोटे से टीम में बने हुए हैं।
आप मानो या न मानो, लेकिन भारतीय बल्लेबाजी की समृद्ध परंपरा में 'ऑल फॉर्मेट-ऑल सरफेस' की कसौटी पर खरा इस पीढ़ी का आखिरी बल्लेबाज केएल राहुल ही रहा।
#KLRahul
#BelieveKLR
विराट कोहली अपनी सुविधा-सहूलियत से खेलते हैं। वह जब अपनी मर्जी से 'विश्राम' लेते हैं तो प्रशंसकों को कोई समस्या नहीं होती, लेकिन जब 'वर्कलोड-मैनेजमेंट' के तहत उन्हें टीम-प्रबंधन की ओर से आराम दिया जाता है तो प्रशंसकों को इसमें षड्यंत्र दिखता है कि उन्हें 'सचिन के सौ शतकों' का
कल रात को ही पता चला कि #केएलराहुल की चोट गंभीर है और वह केवल आज का ही नहीं, बल्कि आने वाले कुछ मैच नहीं खेल पाएंगे। आपसे ���िनती है कि आप केएल के लिए प्रार्थना कीजिए कि जल्द ही उन्हें इस दर्द से मुक्ति मिले और वह मैदान पर वापसी करें। यह मुश्किल वक्त भी जल्द ही बीते💔💙
#KLRahul
@ANI
यूं तो इसरो के अभियानों में यह परंपरा आरंभ से ही रही है, लेकिन विज्ञानियों में इसके इस प्रकार से 'सार्वजनिक प्रदर्शन' का 'साहस' इसी सरकार के दौर में आया है। मोदी सरकार का एक 'हासिल' यह भी है।
कांग्रेस के शीर्ष सत्ता प्रतिष्ठान वाले परिवार ने जब कुछ महीनों पहले
#SachinPilot
की ताजपोशी करना तय कर दिया था और बाकायदा पर्ची लेकर पर्यवपेक्षक तक भेज दिए थे। आज उन पायलट को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। वहीं परिवार के फतवे की नाफरमानी कर उसे चुनौती देने वाले
#AshokGehlot
के
@UtkarshSingh_
आशा है कि आप इस प्रकरण से कुछ सीख लेंगे कि अपनी ऊर्जा को कहां व्यय करना चाहिए और कहां नहीं। कुछ साल बाद यह अनुभूति होगी कि यह सब कितना बचकाना था, जिसके लिए अनावश्यक ही
उद्विग्न होकर इतना समय और ऊर्जा व्यर्थ की।
केएल के इस कठिन समय में #विराट_कोहली और #आरसीबी के फैन्स ने
#KLRahul
के प्रति जो प्रेम एवं अपनत्व दिखाया है, वह प्रशंसनीय है। उनका हृदय की गहराइयों से आभार-अभिनंदन🤗❤️🙏
साथ ही हम ट्रोल करने वालों और उनके आइडल्स को भी बखूबी पहचान गए! उनके प्रिय खिलाड़ियों की तरह उनका दिल भी छोटा
जिस लड़के की वजह से अपन ने फिर से क्रिकेट देखना शुरू किया, उसे जन्मदिन की हार्दिक शुभकामना।स्वस्थ, सार्थक एवं सुखी जीवन की मंगलकामना, कन्नूर लोकेश राहुल
@klrahul
PC:
@the_upadhyayji
@ranvijaylive
इसलिए, क्योंकि सबसे ज्यादा सवाल इसी देसी वैक्सीन पर उठ रहे थे और उसी चक्कर में आपके मालिक लोग विदेशी वैक्सीन की पैरवी में लगे थे।
और हां, यह भी देख लेना कि राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा ने कौनसी खुराक ली थी टीके की।
'देशभक्त' हैं तभी इतनी शताब्दियों तक 'गुलाम' रहे और फिर से गुलाम बनने को 'मचल' रहे हैं।
बहरहाल, भारत और भारतीयों की राष्ट्रभक्ति एवं पराक्रम तो सदैव से असंदिग्ध रहे हैं, लेकिन कुछ जयचंदों और मीरजाफरों की करतूतों का खामियाजा पीढ़ियों ने अथाह पीड़ा के रूप में भुगता है। दुश्मन को
ग्राउंड पर कुछ लोगों का सोचना है कि बाकी सारी बातें एक तरफ, लेकिन सिर्फ और सिर्फ अनुच्छेद-370 हटाने को लेकर ही मोदी एक और कार्यकाल के हकदार हैं। सच में कोई और शख्स दस बार भी प्रधानमंत्री बन जाता तो भारत के इस मुकुट को देश के साथ जोड़ने का दम नहीं दिखा पाता।
#Elecciones2024
@_FaridKhan
@IrfanPathan
World me no 1 Team Asia me 4th paydan par rahi ji.
विश्व की नंबर एक टीम एशिया में चौथे पायदान पर रही। बांग्लादेश से भी गई-गुजरी। 😅
@ArvindKejriwal
सर, 2,000 रुपये का नोट केवल इसी मकसद से लाया गया था, ताकि नोटबंदी में 1,000 के 2 और 500 के चार के बदले 2,000 का एक नोट देकर ही काम चलाया जा सके। बाकी इसकी यही नियति होनी तय थी। इसे कोई कॉमनमैन कॉमन सेंस से भी समझ सकता है। बाकी, मेरे पास एक भी नोट नहीं तो कोई टेंशन भी नहीं!
रवीश जी सरासर झूठ बोल रहे हैं। दिल्ली संस्करण (जो खबर भी तथ्यों की कसौटी पर एकदम खरी है) की खबर दिखाकर संभवतः कांग्रेस से मीडिया को आईना दिखाने का बड़ा ठेका लेना चाहते हैं। लगता है रवीशजी की यह बिड 14 से ही अटकी हुई है। कांग्रेस से निवेदन है कि 24 से पहले उनकी निविदा मंजूर करे!
यूपी बीजेपी के नेता भी घोसी की हार के बाद ऐसी हेडलाइन नहीं लिख पाएँगे। विपक्ष को मोदी से पहले मीडिया से लड़ना होगा और ये लड़ाई ट्विटर पर नहीं हो सकती, हर रैली में जनता को अखबार और चैनलों का हाल बताना चाहिए। कम से कम बीस मिनट मीडिया पर तो बोलना ही चाहिए। बाक़ी आप जैसा ठीक समझें।
@ArvindKejriwal
आदरणीय सर किसी को कितनी भी गंदी बीमारी क्यों न हो उसे इस प्रकार सार्वजनिक करना उचित नहीं। यह मरीज की मर्यादा का उल्लंघन है। शारीरिक व्याधि से पीड़ित मरीज को इससे मानसिक त्रास भी पहुंचता है। गंभीर या कष्टदायी बीमारी लिखकर भी संवेदना प्रकट की जा सकती थी उसका नाम लेने की जरूरत न थी
केएल राहुल और कोना भरत ने एक-एक पारी में बढ़िया और जिम्मेदारी के साथ बल्लेबाजी की। विमर्श इस बिंदु पर नहीं होना चाहिए। इस पर होना चाहिए कि शीर्ष पांच में रोहित, गिल और श्रेयस जैसे बल्लेबाजोंं ने दोनों पारियों में निराश किया। विराट की गैरमौजूदगी में रोहित को अतिरिक्त जिम्मेदारी के
अगर राहुल की टीम में जगह बनाने के लिए दक्षिण अफ्रीका में विकेटकीपिंग कराओगे और जब जगह बन जाएगी तो भारत में कोना भरत को खिलाओगे। फिर कोना से ये उम्मीद करना बेईमानी है कि वह मैच जिताऊ पारी खेलेंगे। अक्षर के लिए कुलदीप को बाहर बैठाओगे। इशान को एक साल तक बाहर रखने का प्रयास करोगे तो
@nehafolksinger
आप न किसी की एजेंट हैं और न हो सकती हैं। एजेंट होने के लिए कोई वैचारिक आधार आवश्यक है। आप तो बस किसी मुद्दे को लपक कर सुर्खियों में रहना चाहती हैं। मैंने इसे 'फुटेज प्रॉब्लम सिंड्रोम' का नाम दिया है। (अन)सोशल मीडिया के दौर में यह ग्रंथि अतिशय रूप से बढ़कर महामारी बनती जा रही है
दक्षिण अफ़्रीका के कठिन दौरे पर बीसीसीआई ने सबसे कमज़ोर टीम वनडे के लिए चुनी थी! मेन कोचिंग स्टाफ़ तक नहीं दिया! फिर भी केवल वही टीम श्रृंखला जीतने में सफल रही!
#KLRahul
द्रौपदी के साथ दुर्व्यवहार किया ‘दुःशासन’ ने था, लेकिन किया ‘दुर्योधन’ के कहने पर ही था!
जिन ‘महलों’ में भी जब-जब ‘चीरहरण’ हुआ है, तब-तब ऐसा करने वालों की भयंकर दुर्गति ही हुई है!
शब्दकोश सही होता है, सर। आप अमूमन एक ट्वीट भी ढंग से नहीं लिख सकते और इतने साल शीर्ष स्तर पर संपादक रहे। कहना नहीं चाहिए, मगर आपके मुख से प्रति मिनट शब्द भी मानक से कहीं अधिक ही निकलते हैं। उच्चारण भी आदर्श नहीं। हिंदी पत्रकारिता की एक त्रासदी और विडंबना आप जैसे पुरोधा भी हैं।
@LucknowIPL
@GautamGambhir
@ImRo45
Two members of the first ever T-20 world cup winner team. India won by 5 Runs. In India's total of 157 they both contributed 105 Runs. 💙💙
@srinivasiyc
कितने आम आदमी ऐसे हैं, जिनके पास में दो हजार के नोटों के बंडल होंगे। मेरे पास तो एक भी नहीं। जिस दिन आप आदमी के मानस को सही से समझ लेंगे तो उस दिन बेड़ा पार लग जाएगा आपकी पार्टी का। बाकी भाजपा के हिटविकेट और मुस्लिम तुष्टीकरण से मिली कर्नाटक की जीत से किसी मुगालते में न रहें।