@budhwardee
तीन दिन बाद स्थानीय अखबार में छपा कि रेल मे टायलेट के पास बेहोश घायल पड़े मरीज को आया होश, आंखों के ऊपर लगी थी चोट, चेहरे पर नोचने का निशान पाया गया ..मरीज की हालत अस्थिर ..
@budhwardee
मैं मिस्र के पवित्र काले कुत्ते की शपथ खाकर कहता हूं कि कोई पति ऐसा नहीं मिलेगा जिसको आपके द्वारा लिखी गई सारी बातें याद हो ..उसे बस अपनी निरीहता ,कसक ,वेदना तड़फ और रोबोट शैली ही याद है 😄😄🙏
@Shikha0222
तूत बोलते हैं .मेरे पास पेंड है..अप्रैल मे कच्चे तूत की चटनी,सहिजन की मसालेदार सब्जी नये गेंहू के रोटी के साथ खाने का मजा ही अलग होता है...
@budhwardee
कोई बात नहीं.., नक्षत्रों के गणना पश्चात पता चला कि ये योग पूरी जनवरी तक मान्य है ..इस बीच में आप स्वस्थ होकर कभी भी शुभ योग का जबरदस्त लाभ उठा सकते हैं .. अग्रिम बधाई..😄😄🙏
@PRPathak2
जम्मू कश्मीर के अंतिम हिंदू महराज हरि सिंह के मृत्यु से 02 वर्ष पहले उनको किन परिस्थितियों में कहां और क्यों रखा गया, इसके लिए कौन जिम्मेदार था ..
@anamikaa_143
मम वर्तमानुवर्तन्ते मनुष्य: पार्थ सर्वश: ..गीता में संसार के सबसे बड़े ज्ञानी कृष्ण ने उपदेश देते समय अर्जुन को चेतावनी दी कि.. प्रजा राजा के पद चिन्हों पर ही कर्म करता है ... परन्तु उनके लिए नहीं जो अपना जन्म ही 2014 के बाद मानते हैं..
@budhwardee
1917 में चंपारण के निलहा क्रांति से लेकर 1942 अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन तक महात्मा गांधी जी के जीवन मे कई परिस्थितिजन्य घटनाएं आईं.. उनका अध्ययन उजाले में ही किया जा सकता है अपेक्षाकृत बंद अंधेरे सीलन भरे कमरे से बाहर निकल कर 🙏🙏
@sharwan24530535
जहां तक मेरा वयक्तिगत खोज है कि भाषा एक बहाव की तरह होता है ..जानकारी मे पहले देवनागरी लिपि मे पाली फिर जब संस्कारित किया गया तो संस्कृत,संस्कृत प्रभावी साबित हुआ और कई बोलियों मे अपना प्रभाव जमा लिया कालांतर मे हिंदी,उर्दू फिर अंग्रेजी प्रभावशाली साबित हो रहा है..
@deshbchaoparty
@UDhakre
राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल मे घोषणा मंत्रालय पकडने के बाद यूपी के बुद्धिमान वोटरों द्वारा भाजपा को 14 वर्ष का बनवास दिया गया था ..अभी अज्ञातवास बाकी था..बाबा जी के बाद यूपी की जनता वो पौराणिक कथा पूरा करेगी..
@Vini__007
एससी एसटी एक्ट का प्रावधान हटा कर बोलें, विदेशी विधर्मियों से सबसे अधिक लड़ाइयां किसने लडी हैं,ब्रह्मण तो शुरू से ही लडता रहा है,कभी राक्षस,दानव,अनार्य,शक,हूंण यवन,मुगल और अब भीमटों से..
@Vini__007
इस्राइल की तरह भारत सरकार को यून एन मैं पूछना चाहिए कि1947 में 32 प्रतिशत हिंदू पाकिस्तान के और 22 प्रतिशत अफगानिस्तान के हिंदू आज कहां चले गए.. उसका कौन जिम्मेदार है..
@budhwardee
ऐ आसमां तेरे खुदा है नहीं कुछ खौफ,डरते हैं ऐ जमीं तेरे आदमी से हम..वाकई हैरतअंगेज दास्तान, कश्मीर के अंतिम शासक महाराजा हरि सिंह को अभी हाल में संभवतः मुम्बई के नरीमन प्वाइंट के किसी बिल्डिंग में लगभग ऐसे ही परिस्थितियों में एक गूंगे नौकर के साथ अंतिम दिनों में छोड़ दिया गया था
**पवित्र प्रभात में अनहद का मधुर नाद आपके दिन को सर्वश्रेष्ठ करे.. युग,शताब्दी,वर्ष,महीने,दिन,घंटे, मिनट, सेकेंड,पल,क्षण,लव और गिनती के सबसे लघु इकाई काष्ठा से उत्पन्न होने वाले तरंग को आपकी चेतना महसूस करे ... तत्र कुशलम् भवेत्..🙏🙏🙏🙏🙏...****
@HinaAltaf78
मेम मै कुरान मजीद के साथ अबू दाउद,अबू हुरेरा,तिरमिजी, मुस्लिम, बुखारी,आएशा, अली सहित अन्य कई हदीसों को पढता रहता हूं, साथ मे एक बात कह सकता हूं कि दुनियावी मसाइल का जितना बेहतर हल यहां है उतना अन्य किसी जगह नहीं मिला है..
@Mayawati
यूपी के वर्तमान मुख्यमंत्री की मानें तो इस प्रदेश की खोज उनके और भाजपा भक्तों के द्वारा 2017 मे खोज कर विश्व मंच पर लाया गया था।उससे पहले ये प्रदेश अशिक्सा,पिछडापन,माफियाओं, गरीबी और अंधेरे मे डूबा था....
@budhwardee
खोपड़ियां लड़ी थी, परंतु उसका लाया हुआ नहीं,.. तमाशाबीनों का ,दवाई खरीदने वालों का.. ,और, अभी तक लड़ रही हैं उसका लाया हुआ नहीं आपका.. और आप अपने अनुयायियों का लड़ा रहे हैं..उसका लाया हुआ नहीं,😄😄 हमारा 🤪🤪🙏
@ISinghRitika_
नदियां हमारी प्राचीन सभ्यता है और इन अरबी गुलामों का हिजरी ( भगेडपन ) और हिजरपन 1437 साल से शुरू हुआ है।दोनों की तुलना अविकसित मानसिकता का द्योतक है...
@swamidipankar
@iyadabumoghli
महराज जी पता नहीं कि मै आपके ट्वीटर परिवार से हूं या नहीं फिलहाल नीम,आंवला,आम,बेल और कई किस्म पौधे लगाने के बाद उसके फलों का भरपूर सेवन भी कर रहा हूं...
@myogioffice
@myogiadityanath
महराज जी नि:संदेह आप सर्वगुण संपन्न हैं परन्तु हम जैसे आम ग्रामीणों का कार्य राजस्व कर्मी,सफाई कर्मी,अध्यापक,नलकूप चालकों या अन्य सरकारी कर्मियों से पडता रहता है।महराज जी आपके शासन काल मे ये लोग निरंकुश, मनबढ और बेभ्रम हो चुके हैं..निश्चित इसका फर्क पडना स्वाभाविक है
@Gunjanc92
@gs9860583
आश्चर्य की बात तो ये है कि उस बकरदाढी वाले कठमुल्ले को कोई कुछ भी नहीं कह रहा है जिसने भगवान शिव का अपमान किया..उल्टा दोष नूपुर शर्मा पर लगाया जा रहा है..
@budhwardee
एक अनजाने शख्स से साथियों के दरम्यान बातों के दौरान हैरतअंगेज होकर मुझसे सवाल दागा कि आप मुझको नहीं पहचान रहे हैं ? मैंने शांत होकर जबाब दिया कि आदरणीय अभी मैं खुद को भी नहीं पहचान पाया तो आप किस खेत की मूली हैं .. बुल्ले की जाणां मैं कौंण 😄😄🙏
@siddharthnagpol
जनसुनवाई सहित अवैध शराब कारोबारियों पर लगाम, पेट्रोलिंग, गाड़ियों की चेकिंग और शान्ति व्यवस्था बनाने में थानाध्यक्ष घनश्याम सिंह की भूमिका प्रशंशनीय है...
@GaneshS38500793
@nagasant
रोमन व्यवस्था से लिए गए हैं महीनों के नाम.. इसाइयों के पास कुछ नहीं है.. जन्मजात नंगे हैं,रोमन,यूनान और मिश्र सभ्यता की भग्नावशेष कपड़ों को छीन कर पहन लिए हैं.. सनातन धर्म का तत्व त्यौहार है,वो चाहे किसी रूप में हों...
@MohdUsmanlko
@hedin_smn
@BhootSantosh
अपराध मुक्त प्रदेश हो गया है तो अपने नेताओं की सिक्योरिटी हटाकर करोड़ों का बचत भी कर दें..इन बचाए गए करोड़ों रूपये तीसरी लहर से लडने के लिए बहुउपयोगी साबित होगा..
@siddharthnagpol
@digbasti
बांसी कोतवाली प्रभारी वेद प्रकाश श्रीवास्तव का कार्य बेहतरीन है, निश्चित सुनवाई, अपराधियों पर नकेल ,त्यौहारों पर शांति व्यवस्था बढ़िया रहा..., लगातार मुख्य मार्ग को ठेला वगैरह लगाकर जाम कर रहे कुछ लोगों पर कार्यवाही की आवश्यकता है..
@budhwardee
मैंने सुना है कि पिछली होलीको होली खेलकर गए आश्रम के कई पतियों पत्नियों के द्वारा पहचानने से इंकार कर दिया गया था ,😄😄 संभवतः उसी कारण जल्दी नहाने का एडवाइज दिया😄😄
@Nattashasharrma
पानी नहीं भरा,खरीफ के समय बरसात अच्छी होने से डीजल की बिक्री हो नहीं पाई,अब श्री दुर्गा पूजा चल रहा है,हिंदुओं ने मूर्तियों की स्थापना की है,लाइट काटो ,जगनेटर चलेगा,अप्रत्यक्ष मे जजिया कर है जो मुगलों, अंग्रेजों के बाद भाजपा वसूल रही है हिंदुओं से...
@LucknowMsk
वहां अमीरों और गरीबों के बीच इतनी बड़ी खाई नहीं है, वहां बुर्जुआ वर्ग की संख्या अंगुलियों पर गिना जा सकता है, वहां नौकरशाही को अपनी सर्विस नहीं बचाना है, वहां फर्स्ट नेशन की अवधारणा है...
@RebornManish
प्रोफेसर डी हर्टिंग्टन ने अपने पुस्तक द क्लैश आफ सिविलाइजेशन में लिखा है कि सभ्यताओं का संघर्ष अनादि काल से है, एक स्वरूप अपने बदलाव के क्रम में अर्वाचीन स्वरुप को ग्रहण करता जाता है , यही शाश्वत सत्य है