लेखनी Profile Banner
लेखनी Profile
लेखनी

@Lekhni_

Followers
14,892
Following
495
Media
2,159
Statuses
203,444

#लेखनी है, मित्रों का एक समूह जो रचनाकारों के दिन विशेष पर उन के गद्य और पद्य के अंश ट्वीट कर के उन्हें याद / प्रोत्साहित करता है और स्वयं आनन्दित होता है। 😊

भारत
Joined November 2018
Don't wanna be here? Send us removal request.
Explore trending content on Musk Viewer
Pinned Tweet
@Lekhni_
लेखनी
8 hours
#लेखनी पर 26 जून 2024 के कार्यक्रम, सौजन्य : { @AarTee33 } { @pareeknc7 } 👇 #भीतर   #लेखनी✍️
Tweet media one
1
11
12
@Lekhni_
लेखनी
1 year
स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे #शूल से लुट गये सिंगार सभी बाग़ के बबूल से और हम खड़े-खड़े बहार देखते रहे। कारवाँ गुज़र गया गुबार देखते रहे ! ~ गोपालदास 'नीरज' #शूल #लेखनी ✍️
Tweet media one
7
49
156
@Lekhni_
लेखनी
2 years
"जब लोग मुझसे कहते हैं कि वे जिम नहीं ज्वाइन कर सकते हैं, मैं कहता हूँ बाहर जाओ; पृथ्वी एक जिम है और हम पहले से ही इसके सदस्य हैं। दौड़ो, कूदो, पसीना बहाओ और तुम्हारे पास जो प्राकृतिक सम्पदा है उसका आनंद उठाओ।" ~ स्टीव मराबोली #पृथ्वी_दिवस🌏 #लेखनी✍️
Tweet media one
6
39
142
@Lekhni_
लेखनी
3 months
#जीवन कटना था, कट गया अच्छा कटा, बुरा कटा यह तुम जानो मैं तो यह समझता हूँ कपड़ा पुराना एक फटना था, फट गया जीवन कटना था कट गया ! ~ गोपालदास 'नीरज' #जीवन #लेखनी ✍️
Tweet media one
7
41
129
@Lekhni_
लेखनी
1 year
असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो ! जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम ! कुछ किये बिना ही जय जयकार नहीं होती कोशिश करने वालों की हार नहीं होती ! #सोहनलाल_द्विवेदी (1906-1988) #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
4
39
106
@Lekhni_
लेखनी
3 months
#दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है, मिल जाये तो मिट्टी है खो जाए तो सोना है। ग़म हो के ख़ुशी दोनों कुछ देर के साथी हैं, फिर रस्ता ही रस्ता है हँसना है न रोना है. ~ निदा फाजली #संसार 🌍 #लेखनी✍️
Tweet media one
2
33
84
@Lekhni_
लेखनी
3 years
"केवल कान में मन्त्र देना गुरू का काम नहीं है; संकट से रक्षा करना, शिष्य के कर्म को गति देना भी गुरू का काम है।" ~ लक्ष्मीनारायण मिश्र #गुरु_पूर्णिमा🙏 #गद्य_कृति✍️
Tweet media one
2
26
81
@Lekhni_
लेखनी
2 years
जो बीत गई सो बात गई! अम्बर के आनन को देखो कितने इसके तारे टूटे कितने इसके प्यारे छूटे जो छूट गए फिर कहाँ मिले पर बोलो टूटे तारों पर कब अम्बर शोक मनाता है जो बीत गई सो बात गई..!! ~ हरिवंशराय बच्चन #कविता_कोश #लेखनी✍️ प्रस्तुति : @ShardaSuman5 YTLink 👇
0
31
82
@Lekhni_
लेखनी
11 months
"पहाड़ों की कंदराओं में बैठकर तप कर लेना सरल है, लेकिन परिवार में रहकर धीरज बनाए रखना सबके वश की बात नहीं।" #मुंशी_प्रेमचंद #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
22
82
@Lekhni_
लेखनी
1 year
ऊँचे कुल का जनमिया, करनी ऊँच न होय। सुबरन कलस सुरा भरा, साधू निन्दा सोय ।। भावार्थ: जैसे किसी का आचरण ऊँचे कुल में जन्म लेने से, ऊँचा नहीं हो जाता। इसी प्रकार सोने का घड़ा यदि मदिरा से भरा है, तो वह महापुरुषों द्वारा निन्दित ही है | ~ कबीरदास #कबीर_प्रकट_दिवस💐 #लेखनी✍️
Tweet media one
4
29
80
@Lekhni_
लेखनी
3 years
"घास और कांस स्वयं उगते हैं। उखाड़ने से भी नहीं जाते। अच्छे पौधे बड़ी देख-रेख से उगते हैं। इसी प्रकार बुरे समाचार स्वयं फैलते हैं, छिपाने से भी नहीं छिपते।" (कहानी- 'विस्मृति') ~ मुंशी प्रेमचंद #जन्मजयंती💐 #गद्य_कृति✍️
Tweet media one
4
28
78
@Lekhni_
लेखनी
3 months
अंबर ने ओढ़ी है तन पर चादर नीली-नीली, हरित धरित्री के आँगन में सरसों पीली-पीली, सिंदूरी मंजरियों से है अंबा शीश सजाए, रोलीमय संध्या ऊषा की चोली है। तुम अपने रँग में रँग लो तो होली है ! ~ हरिवंशराय बच्चन #रंग_बरसे 🎉🧫 #लेखनी✍️
Tweet media one
8
26
74
@Lekhni_
लेखनी
2 years
जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रसधार नहीं। वह हृदय नहीं है पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं। #गयाप्रसाद_शुक्ल 'सनेही' #जन्मजयंती💐 #लेखनी✍️
Tweet media one
11
29
72
@Lekhni_
लेखनी
1 year
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल। अंग्रेजी पढ़ि के जदपि, सब गुन होत प्रवीन पै निज भाषा-ज्ञान बिन, रहत हीन के हीन। ~भारतेंदु हरिश्चंद्र  #विश्व_हिंदी_दिवस #लेखनी✍️
Tweet media one
Tweet media two
1
23
70
@Lekhni_
लेखनी
3 years
"न मैं अश्लील हूँ , न मेरी देह। मेरी नग्नता भी अश्लील नहीं -वही तो तुम्हें जनमती है! अश्लील है तुम्हारा पौरुष -औरत को सह नहीं पाता। अश्लील है तुम्हारी संस्कृति - पालती है तुम-सी विकृतियों को! #ऋषभ_देव_शर्मा #जन्मद���न🎂💐 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻 @rishabhadsharma
Tweet media one
2
23
73
@Lekhni_
लेखनी
1 year
कीरति सरित छहूँ रितु रूरी। समय सुहावनि पावनि भूरी॥ #हिम हिमसैलसुता सिव ब्याहू। सिसिर सुखद प्रभु जनम उछाहू॥ ~ गोस्वामी तुलसीदास #हिम 🥶 #लेखनी ✍️
4
15
72
@Lekhni_
लेखनी
10 months
गुरु बिनु ऐसी कौन करै ? माला-तिलक मनोहर बाना, लै सिर छत्र धरै । भवसागर तैं बूड़त राखै, दीपक हाथ धरै । सूर स्याम गुरु ऐसौ समरथ, छिन मैं ले उधरै । ~ सूरदास #शिक्षक_दिवस #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
22
72
@Lekhni_
लेखनी
10 months
अधरं मधुरं वदनं मधुरं, नयनं मधुरं हसितं मधुरं। हृदयं मधुरं गमनं मधुरं, मधुराधिपते रखिलं मधुरं ॥१॥ अधर, वदन नयना अति मधुरा, स्मित मधुर, हृदय अति मधुरा चाल मधुर, सब कुछ मधु मधुरा, हे मधुराधिपते! मधु मधुरा ! ~ मृदुल कीर्ति (काव्यानुवाद) #श्रीकृष्ण_जन्माष्टमी 🪈 #लेखनी ✍️
Tweet media one
5
27
71
@Lekhni_
लेखनी
11 months
अफ़सोस नहीं इसका हमको, जीवन में हम कुछ कर न सके, झोलियाँ किसी की भर न सके, संताप किसी का हर न सके। अपने प्रति सच्चा रहने का, जीवन भर हमने काम किया, देखा-देखी हम जी न सके, देखा-देखी हम मर न सके ! #गोपाल_सिंह_नेपाली #जन्मजयंती 💐 #लेखनी✍️
Tweet media one
1
23
68
@Lekhni_
लेखनी
3 years
"एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक पुस्तकालय  के बराबर होता है"  ~ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम #पुण्यतिथि🙏 #गद्य_कृति✍️
Tweet media one
1
20
67
@Lekhni_
लेखनी
4 years
कर्तव्य के पुनीत पथ को हमने स्वेद से सींचा है, कभी-कभी अपने अश्रु और— प्राणों का अर्ध्य भी दिया है। किंतु, अपनी ध्येय-यात्रा में— हम कभी रुके नहीं हैं। किसी चुनौती के सम्मुख कभी झुके नहीं हैं..!!☘ #अटल_बिहारी_बाजपेयी #लेखनी✍ #काव्य_कृति✍ #काव्य✍
Tweet media one
5
24
66
@Lekhni_
लेखनी
1 year
यूं ही कुछ मुस्काकर तुमने परिचय की वो गांठ लगा दी! था पथ पर मैं भूला भूला फूल उपेक्षित कोई फूला जाने कौन लहर ती उस दिन तुमने अपनी याद जगा दी ! ~ त्रिलोचन #परिचय #लेखनी✍️
Tweet media one
2
19
64
@Lekhni_
लेखनी
1 year
देह तो सिर्फ साँस का घर है, साँस क्या? बोलती हवा भर है, तुम मुझे अच्छा-बुरा कुछ न कहो आदमी वक्त का हस्ताक्षर है ! ~ गोपालदास 'नीरज' #मेरी_प्रिय_कविता #लेखनी✍️
Tweet media one
3
22
65
@Lekhni_
लेखनी
6 months
टूटे हुए सपनों की कौन सुने सिसकी अंतर की चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी हार नहीं मानूँगा, रार नहीं ठानूँगा काल के कपाल पे लिखता-मिटाता हूँ गीत नया गाता हूँ..!! #अटल_बिहारी_वाजपेयी #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
6
25
65
@Lekhni_
लेखनी
1 year
राम, तुम्हारा चरित स्वयं ही काव्य है। कोई कवि बन जाय, #सहज संभाव्य है। ~ मैथिली शरण गुप्त #सहज #लेखनी ✍️
Tweet media one
4
21
63
@Lekhni_
लेखनी
4 months
शिव सुख करो अघ दुःख हरो, प्रभु आस भरो बरदायक ज्ञानी। चारों ही ओर प्रकाश सदा शिव, शंभू दयामय साधू अमानी ।। तव द्वार से प्रेम अपार मिले, सब सार मिले यह सत्य कहानी । मन कामना पूरण शीघ्र करो, मेरी अर्ज़ सुनो शिवशंकर दानी ।। ~शिवदीन राम जोशी #महा_शिवरात्रि #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
18
64
@Lekhni_
लेखनी
1 year
गुरु पद कमल शंकरानंदा, नमित पाऊँ सत-चित-आनंदा I मोह ग्राह गुरु कृपा छुड़ावा, आत्म-बोध तेहि कृपा सों पावा II ~ मृदुल कीर्ति #गुरु_पूर्णिमा 🙏 #लेखनी✍️
Tweet media one
4
22
61
@Lekhni_
लेखनी
2 months
वह तोड़ती पत्थर; देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर- वह तोड़ती पत्थर! कोई न छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन, प्रिय-कर्म-रत मन, गुरु हथौड़ा हाथ, करती बार-बार प्रहार..!! ~ निराला #श्रमिक_दिवस 🛠️ #लेखनी✍️
Tweet media one
4
25
65
@Lekhni_
लेखनी
1 year
प्रेम-पथ हो न सूना कभी इसलिए जिस जगह मैं थकूँ, उस जगह तुम चलो। प्रेम का पंथ सूना अगर हो गया, रह सकेगी बसी कौन-सी फिर गली? यदि खिला प्रेम का ही नहीं फूल तो, कौन है जो हँसे फिर चमन में कली? मुस्कराए सदा पर धरा ��सलिए जिस जगह मैं झरूँ उस जगह तुम खिलो ! ~ "नीरज" #प्रेम🌹 #लेखनी✍️
Tweet media one
3
28
62
@Lekhni_
लेखनी
10 months
#साँप ! तुम सभ्य तो हुए नहीं नगर में बसना भी तुम्हें नहीं आया। एक बात पूछूँ--(उत्तर दोगे?) तब कैसे सीखा डँसना-- विष कहाँ पाया? ~ अज्ञेय #सर्प 🐍 #लेखनी ✍️
Tweet media one
6
23
62
@Lekhni_
लेखनी
4 months
ज़िंदगी जब भी तिरी #बज़्म में लाती है हमें ये ज़मीं चाँद से बेहतर नज़र आती है हमें ! सुर्ख़ फूलों से महक उठती हैं दिल की राहें दिन ढले यूँ तिरी आवाज़ बुलाती है हमें ! ~ शहरयार #सभा #लेखनी✍️
Tweet media one
2
24
62
@Lekhni_
लेखनी
11 months
छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, मोती व्यर्थ बहाने वालों कुछ सपनों के मर जाने से, जीवन नहीं मरा करता है..!! #गोपालदास 'नीरज' #पुण्यतिथि 💐 #लेखनी✍️
Tweet media one
2
28
57
@Lekhni_
लेखनी
2 years
जेठ हो कि हो पूस, हमारे कृषकों को आराम नहीं है छूटे कभी संग बैलों का ऐसा कोई याम नहीं है । मुख में जीभ शक्ति भुजा में जीवन में सुख का नाम नहीं है वसन कहां? सूखी रोटी भी मिलती दोनों शाम नहीं है ! ~ रामधारी सिंह 'दिनकर' #राष्ट्रीय_किसान_दिवस #लेखनी ✍️
Tweet media one
1
22
59
@Lekhni_
लेखनी
1 year
कहाँ तक ये मन को अंधेरे छलेंगे, उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे ! कभी सुख कभी दुख, यही ज़िंदगी हैं ये पतझड़ का #मौसम घड़ी दो घड़ी हैं नये फूल कल फिर डगर में खिलेंगे उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे ! ~योगेश गौड़ #मौसम #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
26
59
@Lekhni_
लेखनी
1 year
हर किसी को देश पर अभिमान होना चाहिये, मातृभाषा का सदा सम्मान होना चाहिये! एक भाषा राष्ट्र की हो है जरूरी यह बहुत राष्ट्रभाषा की हमें पहचान होना चाहिये ! ~ रंजना वर्मा #मातृभाषा #लेखनी ✍️
Tweet media one
5
19
57
@Lekhni_
लेखनी
2 years
"मन मैला तन ऊजरा भाषण लच्छेदार ऊपर सत्याचार है भीतर भ्रष्टाचार, झूठों के घर पंडित बाँचें कथा सत्य भगवान की जय बोलो बेईमान की!" #काका_हाथरसी (प्रभुलाल गर्ग: 1906-1995) #जन्मजयंती एवं #पुण्यतिथि #लेखनी✍️
Tweet media one
11
28
56
@Lekhni_
लेखनी
3 years
नागफनी आँचल में बाँध सको तो आना धागों बिन्धे गुलाब हमारे पास नहीं। हम तो ठहरे निपट अभागे आधे सोए, आधे जागे थोड़े सुख के लिए उम्र भर गाते फिरे भीड़ के आगे कहाँ-कहाँ हम कितनी बार हुए अपमानित इसका सही हिसाब हमारे पास नहीं। ~ किशन सरोज #प्रेम_कविता💖 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
1
22
56
@Lekhni_
लेखनी
3 years
आज बसंत की रात, गमन की बात न करना । धूप बिछाए फूल–बिछौना, बग़िया पहने चांदी–सोना, कलियां फेंके जादू–टोना, महक उठे सब पात, हवन की बात न करना आज बसंत की रात, गमन की बात न करना..!! ~ नीरज #बसंत🌻 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
Tweet media one
3
19
56
@Lekhni_
लेखनी
10 months
गोकुल प्रगट भए हरि आइ ! अमर-उधारन, असुर-सँहारन, अंतरजामी त्रिभुवन राइ । माथै धरि बसुदेव जु ल्याए, नंद-महर-घर गए पहुँचाइ । जागी महरि, पुत्र-मुख देख्यौ, पुलकि अंग उर मैं न समाइ ! ~ सूरदास #श्रीकृष्ण_जन्माष्टमी 🪈 #लेखनी ✍️
Tweet media one
1
24
55
@Lekhni_
लेखनी
3 years
मन ही जब स्थिर नहीं,तब क्या पूजा-पाठ। पढ़ा रही है ज़िन्दगी,सोलह दूनी आठ॥ आँखों से होती रहे,बिन सावन बरसात। मन बौराया सा लगे,शिथिल हो गया गात॥ अपने-अपने भाग्य का,सभी भोगते भोग। भाग्य बने निज कर्म से,यही नियति का योग॥ #सुनीता_पाण्डेय 'सुरभि' #जन्मदिन💐 #काव्य_कृति✍️#काव्य✍️
3
20
54
@Lekhni_
लेखनी
3 years
"समय की शिला पर मधुर चित्र कितने किसी ने बनाए, किसी ने मिटाए। किसी ने लिखी आँसुओं से कहानी किसी ने पढ़ा किन्तु दो बूंद पानी प्रणय-पंथ पर प्राण के दीप कितने मिलन ने जलाए, विरह ने बुझाए" ~ शंभुनाथ सिंह #मेरी_प्रिय_कविता #काव्य_कृति✍️ #काव्य✍️
Tweet media one
5
15
56
@Lekhni_
लेखनी
4 years
लेखनी 👇
Tweet media one
4
11
50
@Lekhni_
लेखनी
1 year
नागाधिराज श्रृंग पर खडी हु‌ई, समुद्र की तरंग पर अडी हु‌ई, स्वदेश में जगह-जगह गडी हु‌ई, अटल #ध्वजा हरी, सफेद, केसरी! न साम-दाम के समक्ष यह रुकी, न द्वन्द-भेद के समक्ष यह झुकी, सगर्व आस शत्रु-शीश पर ठुकी, निडर ध्वजा हरी, सफेद केसरी! ~ हरिवंशराय बच्चन #ध्वज 🇮🇳 #लेखनी ✍️
2
17
55
@Lekhni_
लेखनी
4 years
तुम्हारे पाँव के नीचे कोई ज़मीन नहीं कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यक़ीन नहीं  मैं बेपनाह अँधेरों को सुबह कैसे कहूँ मैं इन नज़ारों का अँधा तमाशबीन नहीं..!!☘ #दुष्यंत_कुमार #लेखनी✍ #काव्य_कृति✍ #काव्य✍
5
17
55
@Lekhni_
लेखनी
3 years
“जो उड़ते हैं ज़रूरी नहीं पक्षी हों जो दो पाँवों पर चलते हों ज़रूरी नहीं आदमी हों!” #विष्णु_नागर #जन्मदिन🎂💐 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
Tweet media one
7
24
56
@Lekhni_
लेखनी
3 years
कलम देश की बड़ी शक्ति है भाव जगाने वाली, दिल की नहीं दिमागों में भी आग लगाने वाली। पैदा करती कलम विचारों के जलते अंगारे, और प्रज्वलित प्राण देश क्या कभी मरेगा मारे..!! #दिनकर #पुण्यतिथि🙏 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
Tweet media one
3
21
56
@Lekhni_
लेखनी
6 months
गूंजी हिन्दी विश्व में स्वप्न हुआ साकार, राष्ट्र संघ के मंच से हिन्दी का जयकार। हिन्दी का जयकार हिन्दी हिन्दी में बोला, देख स्वभाषा-प्रेम विश्व अचरज से डोला। कह कैदी कविराय मेम की माया टूटी, भारत माता धन्य स्नेह की सरिता फूटी ! ~ अटल बिहारी वाजपेई #विश्व_हिंदी_दिवस   #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
25
56
@Lekhni_
लेखनी
1 year
अंखियां हरि–दरसन की प्यासी। देख्यौ चाहति कमलनैन कौ, निसि–दिन रहति उदासी।। आए ऊधै फिरि गए आंगन, डारि गए गर फांसी। केसरि तिलक मोतिन की माला, वृन्दावन के बासी।। #सूरदास #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
16
55
@Lekhni_
लेखनी
1 year
ऐसा तेरा लोक, वेदना नहीं, नहीं जिसमें अवसाद, जलना जाना नहीं, नहीं जिसने जाना मिटने का स्वाद! क्या अमरों का लोक मिलेगा तेरी करुणा का उपहार? रहने दो हे देव! अरे यह मेरा मिटने का #अधिकार! ~ महादेवी वर्मा #अधिकार #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
24
53
@Lekhni_
लेखनी
1 year
#लेखनी पर 12 जून 2023 के कार्यक्रम, सौजन्य : { @AarTee33 } { @pareeknc7 } 👇 #उचित #लेखनी✍️
Tweet media one
3
11
52
@Lekhni_
लेखनी
3 years
हिंदी इस देश का गौरव है, हिंदी भविष्य की आशा है हिंदी हर दिल की धड़कन है, हिंदी जनता की भाषा है इसको कबीर ने अपनाया मीराबाई ने मान दिया आज़ादी के दीवानों ने इस हिंदी को सम्मान दिया ~ देवमणि पांडेय #हिंदी_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐 #काव्य_कृति✍️ #काव्य✍🏻
Tweet media one
7
19
55
@Lekhni_
लेखनी
21 days
कानन को मत काटिये, वह तेरा हमराज काटे जो इसको अगर, साथ गिरेगी गाज। #पर्यावरण अब रो रही, बहती अश्रु की घार जल-वायु प्रदूषित हुआ, सूरज है अंगार। ~ बिन्देश्वर प्रसाद शर्मा ‘बिन्दु’ #विश्व_पर्यावरण_दिवस 🌱🌿 #लेखनी ✍️
Tweet media one
1
21
55
@Lekhni_
लेखनी
1 month
बुद्ध भगवान ! जहाँ था धन, वैभव, ऐश्वर्य का भंडार, जहाँ था, पल-पल पर सुख, जहाँ रूप, रस, यौवन की थी सदा बहार, वहाँ पर लेकर जन्म , वहाँ पर पल, बढ़, पाकर विकास, कहाँ से तुममें जाग उठा अपने चारों ओर के संसार पर संदेह, अविश्वास ? ~ हरिवंशराय बच्चन #बुद्ध_पूर्णिमा #लेखनी ✍️
Tweet media one
0
25
54
@Lekhni_
लेखनी
3 years
आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ और धन्यवाद। 🙏😊💐
Tweet media one
16
17
53
@Lekhni_
लेखनी
1 year
नर हो, न निराश करो #मन को कुछ काम करो, कुछ काम करो जग में रह कर कुछ नाम करो ! यह जन्म हुआ किस अर्थ अहो समझो जिसमें यह व्यर्थ न हो कुछ तो उपयुक्त करो तन को नर हो, न निराश करो मन को ! ~ मैथिलीशरण गुप्त #मन #लेखनी✍️
Tweet media one
0
21
54
@Lekhni_
लेखनी
8 months
बहुत मुश्किल होता है कुछ छोड़कर भी कुछ न छोड़ पाना और वहां बहुत कुछ छूटा रह जाना ! हर बार ऐसा ही कुछ होता है हर घर से #विदा लेते हुए हर रिश्ते के साथ मुकम्मल कभी नहीं हो पाता वह 'घर' जहां छूट जाती हैं कुछ बहुत खास यादें ! ~ संगीता शर्मा अधिकारी #विदा #लेखनी ✍️ @pareeknc7
Tweet media one
11
23
53
@Lekhni_
लेखनी
2 years
तू ज़िन्दा है तो ज़िन्दगी की #जीत में यकीन कर, अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर..!! ~ शैलेंद्र #विजय #लेखनी✍️
Tweet media one
2
17
51
@Lekhni_
लेखनी
2 months
बहरों को फ़रियाद सुनाना, अच्छा है पर कभी-कभी, अंधों को दर्पण दिखलाना, अच्छा है पर कभी-कभी ! ऐसा न हो तेरी कोई, उँगली ग़ायब हो जाए, नेताओं से हाथ मिलाना, अच्छा है पर कभी-कभी ! ~ हुल्लड़ मुरादाबादी #विश्व_हास्य_दिवस 😄 #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
24
54
@Lekhni_
लेखनी
3 years
तुम माधव का चक्र लिखो मैं कान्हा का शृंगार लिखूंगा, तुम कविता में नफ़रत लिखना, मैं तो केवल प्यार लिखूंगा। तुम लिख देना खुली जटाएँ, मैं गंगा कि धार लिखूंगा। उसी काल मैं वृन्दावन में माखन का व्यापार लिखूंगा। #अभिषेक_औदिच्य #जन्मदिन💐 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
Tweet media one
0
17
50
@Lekhni_
लेखनी
2 years
अन्ये च बहवः शूरा मदर्थे त्यक्तजीविताः । नानाशस्त्रप्रहरणाः सर्वे युद्धविशारदाः ৷৷1.9৷৷ भावार्थ : और भी मेरे लिए जीवन की आशा त्याग देने वाले बहुत-से शूरवीर अनेक प्रकार के शस्त्रास्त्रों से सुसज्जित और सब-के-सब युद्ध में चतुर हैं ॥9॥ ~ महर्षि वेद व्यास #गीता_जयंती #लेखनी✍️
Tweet media one
0
21
52
@Lekhni_
लेखनी
1 year
#चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ, चाह नहीं प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ ! मुझे तोड़ लेना बनमाली, उस पथ पर देना तुम फेंक! मातृ-भूमि पर शीश- चढ़ाने, जिस पथ पर जावें वीर अनेक ! ~ माखनलाल चतुर्वेदी #चाह #लेखनी ✍️
Tweet media one
7
20
48
@Lekhni_
लेखनी
3 months
मै अनंत पथ में लिखती जो सस्मित सपनों की बाते उनको कभी न धो पायेंगी अपने आँसू से रातें! उड़ उड़ कर जो धूल करेगी मेघों का नभ में अभिषेक अमिट रहेगी उसके अंचल- में मेरी पीड़ा की रेख ! #महादेवी_वर्मा #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
4
20
50
@Lekhni_
लेखनी
1 year
"यह #नीड़ मनोहर कृतियों का, यह विश्व कर्म रंगस्थल है। है परंपरा लग रही यहाँ, ठहरा जिसमें जितना बल है।" ~ जयशंकर प्रसाद #नीड़ 🪺 #लेखनी ✍️
Tweet media one
1
18
50
@Lekhni_
लेखनी
4 years
उम्र भर की बात बिगड़ी इक ज़रा सी बात में, एक लम्हा ज़िंदगी भर की कमाई खा गया..!! #नज़ीर_बनारसी #जन्मजयंती💐 #बज़्म_ए_शोअरा✍️
3
17
51
@Lekhni_
लेखनी
3 years
जय राष्ट्रीय निशान! जय राष्ट्रीय निशान!!! लहर लहर तू मलय पवन में, फहर फहर तू नील गगन में, छहर छहर जग के आंगन में, सबसे उच्च महान! सबसे उच्च महान! जय राष्ट्रीय निशान!! #सोहनलाल_द्विवेदी #जन्मजयंती💐🙏 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
1
18
52
@Lekhni_
लेखनी
10 months
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा अपनों के विघ्नों ने घेरा अंतिम जय का वज्र बनाने- नव दधीचि हड्डियाँ गलाएँ। आओ फिर से दिया जलाएँ ! #अटल_बिहारी_वाजपेयी #पुण्यतिथि🙏💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
1
19
49
@Lekhni_
लेखनी
3 years
आओ फिर से करुणावतार ! वट-तट पर हृदय अधीर लिये, है खड़ी सुजाता खीर लिये; खाले कुटिया के बंद द्वार। आओ फिर से करुणावतार..!! ~ सोहनलाल द्विवेदी #बुद्धपूर्णिमा🙏 #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
Tweet media one
2
19
51
@Lekhni_
लेखनी
2 years
राम छोड़कर और की जिसने करी ना आस, राम चरित् मानस- कमल, जय हो तुलसीदास..!! ~ जयशंकर प्रसाद #लेखनी✍️
Tweet media one
0
23
49
@Lekhni_
लेखनी
1 year
आज फिर शुरू हुआ जीवन ! आज मैंने एक छोटी-सी सरल-सी #कविता पढ़ी आज मैंने सूरज को डूबते देर तक देखा जी भर आज मैंने शीतल जल से स्नान किया ! आज एक छोटी-सी बच्ची आई,किलक मेरे कन्धे चढ़ी आज मैंने आदि से अन्त तक पूरा गान किया ! ~ रघुवीर सहाय #विश्व_कविता_दिवस #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
15
50
@Lekhni_
लेखनी
6 months
हम तो मस्त फकीर, हमारा कोई नहीं ठिकाना रे। जैसा अपना आना प्यारे, वैसा अपना जाना रे ! #गोपालदास 'नीरज' #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
21
49
@Lekhni_
लेखनी
3 months
आ गया नवरात्र माँ की भक्ति का त्यौहार ।  सज रहा है माँ भवानी का सुघर दरबार।। रक्त वसना आभरण युत खुले कुंचित केश सिंह पर शोभित सुकोमल शक्ति का आगार।। ~ रंजना वर्मा #मातृशक्ति🙏 #लेखनी ✍️
Tweet media one
1
19
52
@Lekhni_
लेखनी
1 year
जब भी मुँह ढक लेता हूँ तेरे जुल्फों के #छाँव में कितने गीत उतर आते है मेरे मन के गाँव में ! एक गीत पलकों पर लिखना एक गीत होंठो पर लिखना यानि सारी गीत हृदय की मीठी-सी चोटों पर लिखना ! ~ डॉ कुमार विश्वास #छाया #लेखनी ✍️ @DrKumarVishwas
Tweet media one
0
14
48
@Lekhni_
लेखनी
1 year
#लेखनी पर 31 मई 2023 के कार्यक्रम, सौजन्य : { @AarTee33 } { @pareeknc7 } 👇 #प्रतिष्ठा  #लेखनी✍️
Tweet media one
2
20
49
@Lekhni_
लेखनी
8 months
जो मैं ऐसा जानती रे, प्रीत कियाँ दुख होय। नगर ढुंढेरौ पीटती रे, प्रीत न करियो कोय।। पन्थ निहारूँ डगर भुवारूँ, ऊभी मारग जोय। मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे, तुम मिलयां सुख होय।। #मीराबाई #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
18
49
@Lekhni_
लेखनी
8 months
हर ईंट सोचती है कि दीवार उस से है, हर सर यही समझता है दस्तार उस से है। घर को बनाएँ घर सदा घर के ही लोग सब, और आदमी समझता है #परिवार उस से है ! ~ गुरचरन मेहता 'रजत' #परिवार 👨‍👩‍👦‍👦 #लेखनी ✍️ @pareeknc7 @AarTee33
Tweet media one
7
22
49
@Lekhni_
लेखनी
10 months
कौन नारियल के पेड़ों पर जादू सा कर जाता है? बंद कटोरी में मीठा जल चुपके-से भर जाता है? ~ बालस्वरूप राही #विश्व_नारियल_दिवस 🥥🌴 #लेखनी ✍️
Tweet media one
1
22
47
@Lekhni_
लेखनी
10 months
ज़मीं भी उसकी,ज़मी की नेमतें उसकी ये सब उसी का है, घर भी, ये घर के बंदे भी, ख़ुदा से कहिये,कभी वो भी अपने घर आयें! #गुलज़ार #जन्मदिन 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
24
48
@Lekhni_
लेखनी
1 year
#सौंदर्य-बोध मानव-मन की सबसे बड़ी नियामत है। कलाएँ विविध प्रकार से इसी को सहेजती रहती हैं परंतु क्या विडंबना है कि अपढ़ गँवार श्रमजीवी रोटी-बोध तक सीमित रह जाते हैं ! ~ राम दरश मिश्र #सौंदर्य #लेखनी ✍️
Tweet media one
0
20
49
@Lekhni_
लेखनी
6 months
सागर की अपनी क्षमता है पर माँझी भी कब थकता है जब तक साँसों में स्पन्दन है उसका हाथ नहीं रुकता है। इसके ही बल पर कर डाले सातों सागर पार। तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार..!! ~शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ #राष्ट्रीय_युवा_दिवस #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
19
50
@Lekhni_
लेखनी
4 years
ये गुँथे-गुँथे बतियाते पल कल तक गूँगे हो जाएँगे, होंठों से उड़ते भ्रमर-गीत सूरज ढलते सो जाएँगे। जितना उड़ती है आयु-परी इकलापन बढ़ता जाता है सारा जीवन निर्धन करके ये पारस पल खो जाएँगे..!!☘ #भारत_भूषण #जन्मजयंती🙏 #काव्य✍️#काव्य_कृति✍️
Tweet media one
1
16
48
@Lekhni_
लेखनी
6 months
परिवर्तन का ये क्रम चलेगा यूं ही हर क्षण जीवन-मृत्यु, जय-पराजय उदय और अस्त की कथा दुर्दम अंत में शेष यदि रहता है कुछ तो केवल प्रेम और विश्वास...!! ~पूजा झा #अलविदा2023 #लेखनी✍️ @DrPujaJha
Tweet media one
3
25
50
@Lekhni_
लेखनी
4 years
झूले बारिश मायका ,सखियों का भी साथ ! पर सावन में बिन पिया , बड़ी सतावे रात !! #विजेंद्र_शर्मा #लेखनी✍ #काव्य_कृति✍ #काव्य✍
Tweet media one
2
16
44
@Lekhni_
लेखनी
4 years
तुम पथ हो, मैं हूँ रेणु, तुम हो राधा के मनमोहन, मैं उन अधरों की वेणु। तुम पथिक दूर के श्रांत और मैं बाट - जोहती आशा, तुम भवसागर दुस्तर पार जाने की मैं अभिलाषा..!!☘ #निराला #पुण्यतिथि🙏 #काव्य_कृति✍️ #काव्य✍️
Tweet media one
5
23
47
@Lekhni_
लेखनी
11 days
#भरोसा कर लिया जिस पर, उसी ने हमको लूटा है कहाँ तक नाम गिनवाएँ, सभी ने हमको लूटा है। कभी बढ़कर हमारा रास्ता रोका अन्धेरों ने, कभी मंज़िल दिखाकर रोशनी ने हमको लूटा है। ~ नक़्श लायलपुरी #विश्वास #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
23
49
@Lekhni_
लेखनी
7 months
सुभाष का #प्रसार हो, धरा कला विहार हो। रचो चरित्र कर्म से, सुनो सभी! सुधार हो। समान दृष्टि भाव हो, समाज से लगाव हो। कुबुद्धि पंथ दूर हो, मनुष्यता स्वभाव हो। सुवास द्वार-द्वार हो, सुभाव बुद्धि धार हो। रचो चरित्र कर्म से, सुनो सभी! सुधार हो। ~ श्वेता राय #प्रसार #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
23
49
@Lekhni_
लेखनी
2 years
मसखरा मशहूर है, आँसू बहाने के लिए बाँटता है वो हँसी, सारे ज़माने के लिए। घाव सबको मत दिखाओ, लोग छिड़केंगे नमक, आएगा कोई नहीं मरहम लगाने के लिए..!! #हुल्लड़_मुरादाबादी (1942-2014) (मूल नाम : सुशील कुमार चड्ढा) #जन्मजयंती 💐 #लेखनी✍️
Tweet media one
2
20
48
@Lekhni_
लेखनी
4 years
बँगला, मोटरकार कार से, तुम्हीं बढ़ाओ मान। मेरा तो ईमान ही, बस मेरी पहचान॥ ~~एस. मनोज #दोहे #काव्य_कृति✍️#काव्य✍️
2
15
48
@Lekhni_
लेखनी
4 years
राजमिस्त्री से हुई क्या चूक, गारे में? बीज को संबल मिला रजकण तथा जल का। तोड़कर पहरे कड़े पाबंदियों के आज, उग गया है एक नन्हा गाछ पीपल का..!!☘ ~ बुद्धिनाथ मिश्र #काव्य_कृति✍️ #काव्य✍️
Tweet media one
1
20
46
@Lekhni_
लेखनी
1 year
मित्रो ! #होली का पर्व सन्निकट है,आप सभी से विनम्र निवेदन है कि होली पर्व तक निरंतर नीचे दिये गए हैश टैग के अंतर्गत मर्यादित रूप से (किसी को बुरा न लगे) होली से संबंधित दोहे, कविताएं, गीत तथा अन्य गरिमामय सामग्री ट्वीट करें। ~ (रचनाकार का नाम) #रंग_बरसे🎉🧫 #लेखनी ✍️ @madhuleka
4
20
47
@Lekhni_
लेखनी
4 years
स्त्री के बिना घर  दीवारों से घिरा भूखण्ड है  संवेदनहीन... सारहीन...  स्त्री होना अभिशाप नहीं है  इच्छाओं के पंखों पर उड़ कर  बाँध सकती है वह अश्वमेध का अश्व सूर्य तक स्त्री सम्पूर्ण है..!!☘ #नीरजा_हेमेन्द्र #लेखनी✍ #काव्य_कृति✍️ #काव्य✍️
Tweet media one
6
17
45
@Lekhni_
लेखनी
2 years
वेदों में भी है लिखा, #गंगा का गुणगान। कट जाते हैं पाप सब, कर गंगा-स्नान॥ गंगा गरिमा हिन्द की, देवों का वरदान। होता है जीवन सफल, कर इसका जल पान॥ विष्णुपदी भागीरथी, माँ गंगा का नाम। इसके घाटों पर बसे, सारे पावन धाम॥" ~ गरिमा सक्सेना #गंगा #लेखनी✍️ @pareeknc7 @tripathiarun123
Tweet media one
10
23
45
@Lekhni_
लेखनी
11 months
मिट्टी की महिमा मिटने में मिट-मिट हर बार सँवरती है मिट्टी मिट्टी पर मिटती है मिट्टी मिट्टी को रचती है ! मिट्टी में स्वर है, संयम है, होनी अनहोनी कह जाए हँसकर हालाहल पी जाए, छाती पर सब कुछ सह जाए ! #शिवमंगल_सिंह 'सुमन' #जन्मजयंती 💐 #लेखनी ✍️
Tweet media one
4
22
47
@Lekhni_
लेखनी
1 year
प्रेम हृदय की बस्तु है, परम गुह्य अनमोल। कथनी में आवै नहीं, सकै न को‌ऊ तोल॥ तीन लोक की #संपदा, इंद्रभवन कौ राज। प्रेमी तृन-सम लखत तेहि, तजत प्रेम के काज॥ ~ हनुमान प्रसाद पोद्दार #संपदा 💰 #लेखनी ✍️
Tweet media one
2
14
46
@Lekhni_
लेखनी
2 years
एक तू ही भरोसा, एक तू ही सहारा इस तेरे जहां में नहीं कोई हमारा ईश्वर, या अल्लाह, ये पुकार सुन ले ईश्वर, या अल्लाह, हे दाता..!!🎶 ~ मजरूह सुल्तानपुरी फिल्म : पुकार (2000) #लता_मंगेशकर #जन्मजयंती💐 #लेखनी ✍️ @mangeshkarlata @hridaynathdm
4
23
47
@Lekhni_
लेखनी
1 year
मैं जग-जीवन का भार लिए फिरता हूँ, फिर भी जीवन में प्‍यार लिए फिरता हूँ; कर दिया किसी ने झंकृत जिनको छूकर मैं सासों के दो तार लिए फिरता हूँ ! #हरिवंशराय_बच्चन #पुण्यतिथि #लेखनी✍️
Tweet media one
2
24
46
@Lekhni_
लेखनी
2 months
पर्वत कहता शीश उठाकर, तुम भी ऊँचे बन जाओ। सागर कहता है लहराकर, मन में गहराई लाओ। पृथ्वी कहती #धैर्य न छोड़ो कितना ही हो सिर पर भार, नभ कहता है फैलो इतना ढक लो तुम सारा संसार! ~ सोहनलाल द्विवेदी #धैर्य #लेखनी ✍️
Tweet media one
0
21
49
@Lekhni_
लेखनी
1 year
फूलों के दिन में पौधों को प्यार सभी जन करते हैं, मैं तो तब जानूँगी जब पतझर में भी तुम प्यार करो। जब ये केश श्वेत हो जायें और गाल मुरझाये हों, बड़ी बात हो रसमय चुम्बन से तब भी #सत्कार करो..!! ~ रामधारी सिंह 'दिनकर' #सत्कार 🙏 #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
22
46
@Lekhni_
लेखनी
10 months
हे प्रभो! आनन्ददाता ज्ञान हमको दीजिए। शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिए। गत हमारी #आयु हो प्रभु! लोक के उपकार में हाथ डालें हम कभी क्यों भूलकर अपकार में ! ~ पं रामनरेश त्रिपाठी #आयु #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
15
46
@Lekhni_
लेखनी
1 year
राम राम गा‌ओ संतो, राम राम गा‌ओ। राम-नाम गा‌इ-गा‌इ रामको रिझा‌ओ॥ रामहिको नाम जपो, रामहिको ध्या‌ओ। राम राम राम कहत प्रमुदित ह्वै जा‌ओ॥ राम राम सुनि-सुना‌इ हिय अति हुलसा‌ओ। राम राम राम रटत सब बिधि सुख पा‌ओ॥ ~ हनुमान प्रसाद पोद्दार #रामनवमी #लेखनी✍️
Tweet media one
1
22
46
@Lekhni_
लेखनी
3 years
नीला गगन... तेरा श्याम वर्ण! दिखे भष्म युक्त तेरा आवरण... भानू किरण से भी परे ओंकारयुक्त वातावरण ब्रह्मांड की उन रिक्ति में अदृश्य-सा निःस्वास तू लुप्त तू... आभास तू पर है मेरा विश्वास तू देवों के देव.... हे महादेव...! ~ लता सिन्हा ज्योतिर्मय #महाशिवरात्रि #काव्य_कृति ✍️ #काव्य✍🏻
Tweet media one
5
15
44
@Lekhni_
लेखनी
8 months
असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो। जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम। कुछ किये बिना ही जय जयकार नहीं होती, #कोशिश करने वालों की हार नहीं होती ! ~ सोहनलाल द्विवेदी #प्रयास #लेखनी ✍️
Tweet media one
3
24
46