आज गिरिडीह में मेरी बेटी समान, कल्पना सोरेन जी को झामुमो के 51वें स्थापना दिवस समारोह में देख कर अपार खुशी हुई।
उनके चेहरे पर जो उत्साह, दृढ़ता एवं आत्म विश्वास दिखा, उसमें कहीं ना कहीं, हेमंत बाबू के शुरुआती दिनों की झलक स्पष्ट दिखाई दी।
हालांकि, कुछ देर बाद, उनके संबोधन के…