Surendra Rajput
3 months
कभी सोचिएगा की यह कौन सी मिट्टी से बने हुए लोग हैं । इनके अपने,बेहद क़रीबी, बहुत सगे बनने वाले इन्हें धोखा देकर निकल जाते हैं । जिनपर इनके हज़ारहाँ एहसान हों,वह इन्हें पीठ दिखाकर चले जाते हैं । यह अपना सियासी सफ़र साफ़ सुथरा शुरू करते हैं, तो लोग चाहते हैं यह थोड़ा मक्कार क्यों…