डॉ. निधि त्रिपाठी நிதி திரிபாதி
5 years
लगी थी आग आज से 28 साल पहले,
जब कश्मीरी पंडितों को उनके घर से भगाया था,
सुरेश्वरी सर ने भी की थी चीत्कार,
जब बहन-बेटियों का हुआ था बलात्कार,
तब तो कोई दरबारी नही बोला,
उसका ईमान तक नही डोला,
आज जब घाटी में आतंक पर हो रहा है प्रहार,
तो दरबारियों के हृदय में साँप लोट रहे हैं हजार।