जनसंघ के संस्थापक, राष्ट्र ऋषि, चिंतक, परम श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन करता हूं।
अंत्योदय को राष्ट्र के संपूर्ण विकास एवं नवनिर्माण का आधार बनाकर आपने समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण का जो सपना देखा, उसे साकार करने हम सभी सतत् प्रयत्नशील रहेंगे।