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Ashwani Dixit Profile
Ashwani Dixit

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उमा कहउँ मैं अनुभव अपना ~ सत हरि भजनु जगत सब सपना 🚩 #NoDM 📵

Joined December 2010
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
एक भरोसो एक बल, एक आस विश्वास 🙏🏻 हमारे बजरंग बली 😁
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Ashwani Dixit
3 years
भारतीय समाज में सबसे बड़ी कमी जो मुझे नज़र आती है वो है श्रम के प्रति नकारात्मकता। थोड़ी सी अमीरी में ही व्यक्ति अपने बच्चों से उनके दैनिक कार्य भी नहीं करवाना चाहते, मिल बाँटकर खाना रहना नहीं सिखाते। उनकी निर्भरता छोटे छोटे कामों पर भी दूसरों पर होती है।
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Ashwani Dixit
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अश्लील साहित्य से आपत्ति नहीं होती, अश्लील सिनेमा से आपत्ति नहीं होती, अश्लील स्टैंड अप कॉमेडी से आपत्ति नहीं होती, अश्लील लोकगीतों से आपत्ति नहीं होती, दारू आदि नशे से आपत्ति नहीं होती। वो सब तुम्हें स्वीकार है लेकिन यही बीज जब पेड़ बनता है तो तुम बिदकते हुए घूमते हो। ढोंगी!!
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Ashwani Dixit
5 years
हो फीस अगर तो आधी हो कॉलेज में सबकी शादी हो 300 में रूम हो टू सीटर सर्दी में बढ़िया हो हीटर हम वहीं खुशी से रह लेंगे पढाई वगैरह भी सह लेंगे सरकार! वो भी न दे सकी आशीष बुजुर्गों के ले न सकी उल्टे हम लाठी से कुटते हैं जाने कितने सर फटते हैं #StandWithJNU कमशः 😜
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Ashwani Dixit
4 years
स्वदेशी अपनाना या स्वदेशी के लिए प्रोत्साहित करन��� आसान भी नहीं है। राजीव दीक्षित की मृत्यु का तो सबको पता है कि उनके खिलाफ कितना बड़ा षड्यंत्र किया गया था, वो बस स्वदेशी को ही तो प्रोत्साहित करते थे और विदेशी कम्पनियों को अपना दुश्मन बना लेते थे।
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Ashwani Dixit
3 years
राइट विंग में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जो अपर क्लास है, अच्छी ख़ासी आमदनी है। उसे कभी समझ नहीं आएगा महंगाई की वजह से आम आदमी की गृहस्थी में कितना बोझ पड़ा है। उनके ट्वीट भी संवेदनहीनता से भरे होते हैं, इन्हें लगता है वे जीवन भर अमीर बने रहेंगे। समय का चक्र कब घूम जाए क्या भरोसा!! 😅
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Ashwani Dixit
5 years
भाजपा नेता @KapilMishra_IND अपने घर पर फ्रिज इस्तेमाल करते हैं जिससे दुनियाँ में ग्लोबल वार्मिंग खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है जिससे ग्रेटा जैसे पर्यावरणविद चिंतित हैं; हमें प्रकृति के संरक्षण के लिए दिल्ली पुलिस के अपील करनी चाहिए कि वे तत्काल छापा मारकर दुष्ट फ्रिज को ज़ब्त करें।
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Ashwani Dixit
5 years
धन्यवाद अखिलेश जी एवं यादव जी !!
@yadavakhilesh
Akhilesh Yadav
5 years
शुभ विजयादशमी एवं दशहरा!
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Ashwani Dixit
5 years
अर्बन नक्सलियों को पता है कि हिन्दू समाज कितना सहिष्णु है; अगर कोई एक भी नहीं जागा तो सब सोते ही रहेंगे लेकिन कोई एक भी जाग गया तो वो सबको जगा देगा। यहां से पासा उल्टा पड़ जाएगा इसलिए वो उसी एक जागे हुए आदमी को टारगेट करेंगे। हमें @KapilMishra_IND के साथ हर हालत में खड़े रहना है।
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Ashwani Dixit
1 month
जब पूर्ण बहुमत मिला हो उसी समय सभी महत्वपूर्ण काम करके शत्रु का विनाश कर देना चाहिए, वरना लंबी प्लानिंग के चक्कर में अपने विनाश का कारण स्वयं ही बनते हैं।
@AMAZlNGNATURE
Nature is Amazing ☘️
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What lesson did you learn from this?
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Ashwani Dixit
5 years
महाराज आप अब काम के नहीं रहे आपको मरवाने के षड्यंत्र तो हो रहे होंगे लेकिन भाजपा की तरफ से नहीं आम आदमी पार्टी की तरफ से; कहीं सिसौदिया या संजय सिंह आपको मरवाकर दिल्ली सल्तनत का मुख्यमंत्री बनने का स्वप्न तो नहीं देख रहे? 👻
@ArvindKejriwal
Arvind Kejriwal
5 years
भाजपा मुझे क्यों मरवाना चाहती है? मेरा क़सूर क्या है? मैं देश के लोगों के लिए स्कूल और अस्पताल ही तो बनवा रहा हूँ। पहली बार देश में स्कूल और अस्पताल की सकारात्मक राजनीति शुरू हुई है। भाजपा इसको ख़त्म करना चाहती है। लेकिन अंतिम साँस तक मैं देश के लिए काम करता रहूँगा।
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Ashwani Dixit
4 years
जिस देश में लड़के अपने ब्याह में भी 'ये देश है वीर जवानों का' बजवाकर नाचते हों, उस देश में विपक्ष ये उम्मीद कर रहा है कि वो भारत माता की जय न बोलने वाले आंदोलन करवाकर चुनाव जीत लेगा। नमन 😂
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Ashwani Dixit
5 years
हम बम बांधकर आएंगे हम गली गली फट जाएंगे हम आतंकी कहलायेंगे पर कागज नहीं दिखाएंगे हम बॉर्डर लांघ के आएंगे हम बार बार चिल्लायेंगे हम बांग्लादेशी पाकिस्तानी फ्री की रोटी खाएंगे हम अपने वतन न जाएंगे हम यहीं आग भड़काएँगे हिंदुस्तानी मुस्लिम को भी अपने सा ही बनाएंगे हम कागज नहीं ..
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Ashwani Dixit
1 year
रेलवे स्टेशनों से बुक स्टॉल्स का गायब हो जाना इस दशक की एक बड़ी त्रासदी है। पूरे स्टेशन पर एकाध दो स्टॉल ही बचे हैं अब, कहीं कहीं वो भी नहीं। 😐
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
4 months
लक्षण तो तुम्हारे दण्ड देने वाले ही थे लेकिन उन्हें करुणासिंघु यूँ ही नहीं कहते, कि बस तुम्हारा अहँकार तोड़ा है लेकिन गलती सुधारने का पूरा मौका दिया है। अभी भी समय है, इस बार बकैती छोड़कर वो काम करो जिसकी लोगों को उम्मीद है। जय राम जी की!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
1 month
दारू तुम पी रहे हो, खान पान से तुम भ्रष्ट हो चुके हो, चरित्र से तुम्हारा पतन हो रहा है, ईश्वर में तुम्हारी नाममात्र आस्था बची है और दुनियाँ भर की जातियों में तुम्हें इस बात से समस्या है कि तुम ब्राह्मण हो लेकिन तुम्हें कोई सम्मान क्यों नहीं देता? लक्षण एक भी नहीं ब्राह्मण वाले!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
10 years
सर ने जिस प्रकार फोटो का हवाला देकर मोदी को अम्बानी एजेंट बताया है, उसी प्रकार मेरे पास सबूत है सर के पागल होने का😝 http://t.co/JEWz2cDHsZ
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
यदि माता रानी के पण्डाल में “एक दूसरे को सोने न दें, मैं तेरा हीरो” जैसे गाने बजाने हैं तो एकदम सही व्यक्ति आ रहे हैं फिर उन्हें बेकार मारकर भगा रहे हो। क्या लगता था कि ये सब सुनकर सप्तऋषि स्वयं उतर जाएँगे आपको आशीष देने, शाबाशी देने। जैसी ऊर्जा आकर्षित करते हो वही आती है!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
4 years
भारत के सम्बंध जापान अमेरिका से अच्छे हो रहे थे तब गलवान झड़प हो गई। जब भारत की वैक्सीन बनने लगी तो देश में प्रदर्शन होने लगे, जब प्रदर्शनों को भाव नहीं मिला तो अरुणाचल में विलेज बनाने की बात आई और अब वैक्सीन डिप्लोमेसी सफल हो रही है तब सिक्किम में घटना हुई। षड्यंत्र समझें!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
3 years
ये इसी देश में हो सकता है। आदमी हिंदू से चाहे सिख बने, बौद्ध बने या ईसाई; रहेगा वो दलित ही। जब दलित ही कहलाना तो धर्म क्या मज़ाक़ मज़ाक़ में बदल लिया 😂
@rssurjewala
Randeep Singh Surjewala
3 years
कांग्रेस ने रचा नया इतिहास - एक दलित साथी, सरदार चरनजीत चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बना हर गरीब साथी और कार्यकर्ता को किया गौरवान्वित व और ताकतवर। तारीख़ गवाह है कि आज का यह निर्णय पंजाब व देश के हर वंचित और शोषित साथी के लिए उम्मीद की नई किरण बनेगा और नए दरवाज़े खोलेगा।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
6 months
आजकल सबसे ज़्यादा मज़ा खुरपेंच हैंडल के ट्वीट पढ़कर आ रहा है। 🤣🤣🤣
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
4 years
चलिए, मैं अभी लेटेस्ट से स्टार्ट करता हूँ जो फिल्में मैंने देखी हैं अभी और आपको क्यों देखना चाहिए इस थ्रेड में एक साथ पढ़ते रहिये। ✌️
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
1 month
फार्म लॉ पर भी तो U-टर्न मारा था तब तो पूर्ण बहुमत की सरकार भी थी। NRC फिर पूरे पाँच साल चर्चा में नहीं रहा, बावजूद कि पूर्ण बहुमत की सरकार थी। सीधी बात यह है कि कुछ करने का जिगरा नहीं है, वरना सरकारें अपनी पर आ जाएं तो करवाकर ही दम लें। पूर्ण बहुमत न होने का तर्क न दो!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
कतर से ऑर्डर आता है, भाजपा नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल देती है और कटने वाली गर्दनों को देखती ही नहीं। समर्थक पठान वॉयकॉट करते रह गये और एक कॉल पे पहले असम वाले के सुर बदल गये फिर सरकारी भवन में पठान की स्क्रीनिंग होने लगी। अभी भी अपनी औक़ात समझ न आये तो भगवान ही मालिक है।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
11 days
अब स्वीकार कर लेना चाहिए स्थिति लोगों को कि भारत कोई सांस्कृतिक राष्ट्र नहीं है। अधिक संख्या में चरित्रहीन लोग ही हैं यहाँ, जिनका कोई नैतिक स्तर नहीं है। बस मौक़े की तलाश भर में हैं। यही मानकर व्यवस्थाएँ बनाई जायें, क़ानून लाए जायें और दण्ड दिया जाये पूरी बेरहमी के साथ।
@ndtvindia
NDTV India
12 days
अब शब्द नहीं है हमारे पास..🙏 राजस्थान: भरतपुर में बाढ़ की वजह से सड़क किनारे अस्थायी झोपड़ी में रह रही 12 साल की एक नाबालिग बच्ची को घर से घसीट कर अगवा किया गया फिर उसके साथ रेप किया गया.एक युवक ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. जबकि दूसरा युवक घटना के दौरान रखवाली करता
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
3 years
जब छात्रों को लग रहा है कि वो यूक्रेन से खुद ही आए चलकर, रोमानिया ने सब कुछ खाना पीना दिया तो रोमानिया से फ़्लाइट भी बुक करके आ जाते इंडिया और जी भरकर कोसते सरकार को। पूरी सहानुभूति होती साथ, किसी ने रोक तो नहीं रखा था, स्वाभिमानी बनो तो पूरे बनो। वरना कृतज्ञता रखो।
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Ashwani Dixit
5 years
Without Baba Vishwanath, Banaras is nothing !! You have intentionally missed HIM in your tweet. 😡😡
@khanumarfa
Arfa Khanum Sherwani
5 years
Banaras, the city of Buddha, Kabir and Tulsidas – chaotic, overwhelming but still magical. At Assi ghat, this afternoon.
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Ashwani Dixit
2 years
90’s में युवा प्रेम में असफल होकर हाथ की नस काट लेते थे, फिर हमारी पीढ़ी आई जो करियर बनाने के दबाव में अधमरी हो गई और आजतक नस काटने वाली उम्र नहीं आ पाई। आजकल छपरी पीढ़ी चल रही है जिनकी मुर्ग़े जैसी रंगीन कलगी और बकरे जैसी दाढ़ी देखकर कोई कह ही नहीं सकता कि इसी ग्रह के हैं।
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Ashwani Dixit
3 years
ट्रूडो को झूठा कहो या हरामख़ोर लेकिन कर वो वही रहा है जो उसे अपने देश के लिए करना चाहिए था। हमारे वालों ने तो पहले शाहींन बाग में मेहमान पाले, फिर किसानों के नाम पर उपद्रव सहे और साल भर सड़कें जाम करवाईं, लाल क़िले पर झंडे लहरवाए और मुक़दमे वापस करवाए, दम है तो बोलो सच!! 😅
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
5 years
गृहयुद्ध टालने के चक्कर में ही आम्रपाली को नगरवधू नाम देकर वैश्या बना दिया था। गृहयुद्ध टालने के चक्कर में ही इंद्रप्रस्थ बना था लेकिन क्या महाभारत नहीं हुआ? क्या पाकिस्तान बनने के बाद युद्ध रुक गए? नहीं। युद्ध टालना समस्या का हल नहीं, यदि होता तो श्रीमद्भगवद्गीता न होती। सोचिए!
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Ashwani Dixit
1 year
माता पिता की मर्जी से शादी करनी है तो मुँह मारते मत घूमो यहां वहाँ, किसी को वचन दे दिया है तो फिर ये मत देखो कि लोग क्या कहेंगे? जब लफंडरी कर रहे थे वो माता पिता से पूछकर कर रहे थे। गलत थे तो शुरू से ही और नहीं थे तो अभी भी नहीं हो। बीच में मात्र बहाने होते हैं,हरामखोरी होती है।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
बचपन में मुझे लगता था कि हिंदी भाषा में “ण” का उतना प्रयोग नहीं होता जितना होना चाहिए; फिर हम हरियाणवी और राजस्थानी प्राणियों से मिले और अपनी गलती समझ आ गई। 😁
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
सबसे पहले तो अपने घर में एक लट्ठ रखिए जिसमें तेल की पट्टी बंधी रहती हो; जब वो अच्छा लचीला हो जाए तब देखिए कि कहीं आपका बच्चा किसी छपरी यूटूबर से प्रभावित तो नहीं है और उसी की तरह बदतमीज़ तो नहीं बनना चाहता है; यदि हाँ तो डेढ़ बाल्टी पानी से भिगाकर फिर लट्ठ बजा दीजिए क़ायदे से।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
3 years
जीवन भर तो माँ बाप साथ होते नहीं, और ऐसे बच्चे ही बड़े होकर दूसरों के लिए समस्या बन जाते। हर चीज़ उन्हें बेहतर चाहिए, खाना तक किसी के साथ बाँटना नहीं, सबसे अधिक चाहिए, नौकर चाहिए, ��पना काम भी दूसरों से करवाना, आलसी होना; दूसरों के लिए करना कम उम्मीदें पहाड़ सी रखना।
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Ashwani Dixit
1 year
वृंदावन श्री बाँकेबिहारी जी की गली से राधे राधे 🙏🏻🚩
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Ashwani Dixit
1 month
जो जितने संघर्षों में तपता है अपनी पीढ़ियों के लिए उतनी बड़ी बौद्धिक एवं आर्थिक विरासत छोड़कर जाता है। सवर्णों को आज भले चुनौतियाँ लग रही हैं कदम कदम पर, लेकिन यही निखार लाएगी एक दिन। जब समय करवट लेगा और पुराना तंत्र व्यर्थ हो जाएगा तब नवनिर्माण की नींव आप ही बनेंगे।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
8 years
एक चाय वाला डिजिटल इंडिया की बात करता है और आई-आई-टी खड़गपुर से पढा हुआ इंजीनियर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की बात कर रहा है। वाह!!
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Ashwani Dixit
8 months
या तो ब्रह्मचर्य का पालन करो और माँ-बाप के अनुसार विवाह करो - विवाह से पूर्व कोई सम्बन्ध रखो ही मत या रख रहे हो तो निभाओ - विवाह की परिणति तक पहुँचाओ, ज़िम्मेदारी लो अपने कृत्य की। इन दो स्थितियों के अलावा जो भी बीच का है न, वो सब व्याभिचार है। 😅
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 months
मोदी को यह भ्रम हो चुका है कि वह एक समाज सुधारक हैं और जो कर रहे हैं वह अभूतपूर्व है जिसके कारण उन्हें याद रखा जाएगा जबकि समाज में जितने विचारक और सुधारक आजतक हुए हैं उन सबकी स्पष्ट विचारधारा थी जिसपे वह चलते थे और इनकी कोई स्पष्ट विचारधारा ही नहीं है। यह कलियुग की भानुमति हैं।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
3 years
धार्मिक पुस्तकें अधिकतर जिल्द में आती हैं और बढ़िया काग़ज़ होने बाद भी अंग्रेज़ी उपन्यासों से सस्ती आती हैं। यदि आप किताबें पढ़ने के शौक़ीन हैं तो एक दो ले लिया करें, क्योंकि यदि घाटे की वजह से ये छपना बंद हो गयी तो नुक़सान पीढ़ियों तक भुगता जाएगा।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
3 years
ये बच्चे कहीं भी जाएँ किसी भी परिस्थिति में रहें, ये रोएँगे ही रोएँगे; इनका कुछ हो नहीं सकता क्योंकि ये स्वावलंबी नहीं हैं। अपने पैरों पर खड़े होने का मतलब सिर्फ़ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना नहीं है; अगर कोई पानी भी पिला रहा है आपको तो आप उसके ऊपर निर्भर हैं। आपको समस्या आएगी।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
बोल ये रहे हैं भावनाएँ मेरी हैं :
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
अगर किसी टीनएजर्स से बात करो तो अपने आपको डिप्रेशन में ही बताएगा अधिकतर। फिर कारण पूछो तो जितना मदद करने का मन आपका कर रहा था उससे अधिक कूटने का करने लग जाएगा और दिन चर्या पूछ ली तो आप चप्पल से कूट ही देंगे सड़क पे बिछाकर। लॉकडाउन ने एक पीढ़ी को मक्कार बना दिया, जिगरा ही नहीं।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
1 year
मेरी राय में “आरम्भ है प्रचण्ड” जैसा गीत न तो पहले कभी लिखा गया और न ही आगे लिखे जाने की योग्यता किसी में दिखती है। एक एक लाइन का इतना गहरा अर्थ है जैसे जीवन भर का अनुभव झोंक दिया गया हो। 😃
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
1 year
गेहूँ के साथ घुन इसलिए पिसता है क्योंकि पिसना गेहूँ की नियति थी लेकिन उस पर आश्रित रहने वाले घुन ने सही समय पर उसका त्याग नहीं किया। ��सा नहीं था कि अवसर नहीं मिला होगा, गेहूँ को धोया भी गया होगा, सुखाया भी गया होगा, छाना भी गया होगा लेकिन फिर भी साथ न छोड़ना घुन का चुनाव था।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
1 year
हनुमान जी के साथ मेरे अनुभव कैसे रहे हैं ये सिर्फ़ मैंने दो व्यक्तियों को बताया है। बस इतना कह सकता हूँ कि भगवान हैं, न होने की संभावना ही नहीं कोई, और उनका प्रेम ऐसा है जैसे माता का बच्चे के लिए होता है। आप नाली में लोटकर भी रोते आयेंगे तो आपको गोद में उठा लेंगे। 😊😊
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
जब सत्ता दुर्योधन को मिलती तो दुर्योधन को पता होता है कि करना क्या है लेकिन जब सत्ता अर्जुन को मिलती है तो अर्जुन से उसका गांडीव छूटने लगता है वह डर जाता है कि उससे किसी का दिल न दुःख जाए। इसलिए अर्जुन जैसे व्यक्तियों के लिए कृष्ण आवश्यक है, जो इनकी बुद्धि में सही बात बैठाएँ।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
5 years
अर्बन नक्सल गंदे काम फ्री की खाते, नमकहराम सबको कट्टा, सबको दाम फोरिन फंडिंग, कांड तमाम JNU का अब डूबा नाम जब से आ गए लाल सलाम
@UmarKhalidJNU
Umar Khalid
5 years
सबको शिक्षा, सबको काम वरना होगी नींद हराम।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
5 years
जब लाठी हमरे सर पे पड़ी हम चिल्लाये अरे ओ पगली हमने भीषण चीत्कार किया अपने ऊपर धिक्कार किया डगमग डगमग तब हम डोले पुलिस के पड़ते थे हथगोले हमरी घिग्घी बंध गई तभी जैसे निकली जान अभी सर पर पांव तब हमने रखे भागे हम छोड़के बाल सखे #StandWithJNU क्रमशः 😜
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
15 days
पढ़ाई लोग धनार्जन के लिए ही करते हैं ताकि शादी कर सकें, बच्चे पाल सकें - भारत में जन्म लेते ही अधिकतर लोगों का यही उद्देश्य होता है। न के बराबर लोग हैं जो कुछ जानने के लिए जीवन भर पढ़ते रहते हैं। इसलिए ये तर्क मत दीजिए कि फ़लाँ बच्चा पढ़ नहीं रहा, तुम पैसे कमाने ही पढ़े थे न? 😂
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
4 years
जब गुजराती बोलने वाले मोहनदास करमचंद गांधी ने बंगाली रवींद्रनाथ टैगोर को हिंदी का सर्वश्रेष्ठ कवि बताया था तब सूर्यकांत त्रिपाठी निराला उनसे मिलने साबरमती आश्रम गए और ऐसा लताड़कर आये कि उन्हें जीवनभर याद रहा। सीख : पूर्वाग्रह मत रखो किसी के लिए, यदि अल्पज्ञानी हो तो शांत रहो।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
श्रीरामचरितमानस से सहमति नहीं है यहाँ तक ठीक था, इसपे चर्चा हो सकती थी लेकिन ग्रन्थ जलाना अक्षम्य अपराध है। हिन्दू ह्रदय सम्राट उचककर पहुँचेंगे राममन्दिर का क्रेडिट लेने अगले वर्ष लेकिन अभी राम का कितना अपमान होता रहे फ़र्क़ नहीं पड़ेगा। किसी नेता का ऐसा पतन तो हुआ ही नहीं कभी।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
4 years
जो लोग बाबा रामदेव की दवाई बैन करवाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर कर चुके हैं; वो ये समझ लें कि हम लोग हिमालया ब्रैंड को रगड़ने पर आए तो बेमतलब मर जायेगा। दवाई को दवाई की तरह लो, धर्म बीच में लाये तो किसी अपने ही भाई बन्धु का नुकसान करवा दोगे। चाहे इसे धमकी समझो या चेतावनी!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
4 years
जब तक आपको लगता रहेगा कि आप पद प्रतिष्ठा, उम्र, जाति, कुल, गोत्र, धर्म आदि में श्रेष्ठतम हैं तो आप अधिक ज्ञान लेने की पात्रता खो देते हैं। हनुमान इसलिए बल-बुद्धि के भंडार है क्योंकि वे स्वयं को भगवान का दास समझते हैं इसलिए उनकी पात्रता हमेशा बढ़ती ही रही है। अनंत बलबंत हनुमंत!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
1 year
लोग रामायण सीरियल में श्री राम का अभिनय के लिए अरुण गोविल और महाभारत में श्री कृष्ण का अभिनय करने के लिए नीतीश भारद्वाज को जिस प्रकार याद करते हैं मुझे लगता है कि ठीक वैसे ही मोहित रैना महादेव का अभिनय निभाने के लिए याद किये जाने चाहिए। अद्भुत! 😀
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
3 years
भाजपा ने २०१४ का चुनाव सोशल मीडिया का सही उपयोग करके जीता था और अब २०२४ में ये लोग सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने से हारेंगे। कुछ समस्याएँ वास्तव में हैं, आप मान लेंगे तो लोग गोली नहीं मार देंगे लेकिन आप तो घमंड में ऐसे चूर हैं कि सिरे से नकार देते हैं।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
1 month
हम योगेश्वर श्रीकृष्ण की भूमि पर जन्में हैं, जिन्हें शान्ति और युद्ध से ही तटस्थ भाव था किन्तु नियति की स्वीकार्यता हो तो युद्ध भी स्वीकार था और शान्ति भी। शान्तिदूत बनकर गए युद्ध रोकने, और पाञ्चजन्य फूँककर युद्ध का आरम्भ भी किया। स्वयं कर्मयोगी बने, केवल बातें ही नहीं कीं।
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
जीवन में शांति के लिए बदतमीज़ और मुँहफट होना बहुत आवश्यक है। हर किसी से मीठे बोलते रहे तो लोग केक बनाकर काट देंगे किसी दिन। 🤗
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
5 years
हम होस्टल में घुस गए तभी अंदर से रूम है लॉक अभी फिर गरजे हम सुट्टा पीकर अपनी फ़टी हुई को सींकर "अब मरना भी स्वीकार मुझे आ आ पुलिस अब मार मुझे" ये देख शराब मुझे में है मिली ये देख सुट्टे की है गन्ध खिली ये देख पड़ी थी अपनी फ़टी ये देख सुई है अभी सिली #StandWithJNU क्रमशः
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
हाँ और तलवारें अपने आप बन रहीं थीं, महल अपने आप बन रहे थे, जूते अपने आप बन रहे थे, खेती अपने आप हो रही थी, महल के सारे काम अपने आप हो रहे थे। सवर्णों के अलावा दूसरी जाति के किसी प्राणी ने बादशाह के फ़रमानों पर कोई काम ही नहीं किया होगा। हाऊ क्यूट!! 😂😂
@Profdilipmandal
Dilip Mandal
2 years
बीरबल शर्मा अकबर को जोक सुनाकर हँसाता था। तानसेन पांडे गाना गाकर बादशाह का मिज़ाज ठीक करता था। टोडरमल खत्री एकाउंट सँभालता था। ठा. मान सिंह बादशाह के लिए युद्ध लड़ता था। रिश्ते बनाए जा रहे थे। जमींदारियां ली जा रही थीं। ये लोग हिंदू समाज की संचालक जातियों से थे। क्यों नहीं लड़े?
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
3 months
धार्मिक परिसर के बाहर ही फ़ोन जमा करवा लिए जाएँ तो अधिकतर लोग न नाचते दिखेंगे न योग करते हुए। सारी माया कैमरे की है!!
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Ashwani Dixit
2 years
आप जीवन की सबसे दयनीय अवस्था में होते हैं और उस समय कोई साथ नहीं दे रहा होता है; उस स्थिति में भी यदि आप ईश्वर के समक्ष पूर्ण समर्पण कर देते हैं तब ईश्वर आपको ऐसे स्वीकार कर लेते हैं जैसे गन्दगी में खेलते हुए बालक को उसकी माता। इसमें संशय नहीं है, ये अक्षरश: सत्य है!!
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Ashwani Dixit
2 years
मोदी जी जिस गति से चल रहे हैं; बहुत संभव है एक दिन अपना ख़ुद का एक धर्म भी चला दें जिसमें पूरी कैबिनेट उनको “दीन-ए-मलाई” का पहला पैग़म्बर घोषित कर देगी। आने वाले समय में उनके भाषणों का एक संकलन आएगा जिसको उनके मानने वाले पवित्र ग्रन्थ की तरह देखा करेंगे। 😛
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Ashwani Dixit
2 years
हाइंडबर्ग रिपोर्ट भारत पर हमला है, संतरा ख़ाना आरएसएस पर हमला है, गिरगिट मारना केजरीवाल पर हमला है, बिना तली का लोटा रखना नीतीश पर हमला है, गायों को चारा खिलाना लालू पर हमला है, कमरे में लाइट जलाना सूरज पर हमला है और मेरा ये ट्वीट लिखना राजा हरिश्चंद्र पर हमला है। 😛
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Ashwani Dixit
3 years
जीवन के उतार चढ़ाव में आप संतुलन नहीं बिठा सकते हैं, स्वावलंबी होना आवश्यक है। क्या भरोसा कल के दिन हाथ पाँव न रहे तो क्या आत्महत्या कर लोगे, हिम्मत हार जाओगे, जीवन हमेशा सुखद तो होना नहीं है। विपत्ति आती ही हैं, दूसरों की मदद नहीं की तो कोई तुम्हारी भी मदद नहीं करेगा।
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3 months
भेड़िये अपने जीवनकाल में सिर्फ एक ही जीवन साथी चुनते हैं; यदि किसी कारणवश वह मर गया तो आजीवन अकेले रहते हैं। जवान भेड़िये झुण्ड की सुरक्षा करते हैं और बूढ़े और बच्चे भेड़ियों के लिए भोजन भी लाते हैं। कोई ���ेड़िया अपने झुण्ड से गद्दारी नहीं करता और न झुण्ड किसी भेड़िये से!!
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2 years
पुरुष को सिर्फ़ गधे की तरह काम करना चाहिए, शाम को घर आकर थककर सो जाना चाहिए। सैलरी आते ही सारे पैसे घर पर सौंप देना चाहिए और ड्राइवर से लेकर नौकर तक का रोल अपने ख़ाली समय में निभाना चाहिए लेकिन मुँह से कुछ नहीं कहना चाहिए। तभी वह सही मायने में श्रेष्ठ पुरुष समझा जाएगा!!
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Ashwani Dixit
2 years
दिखाने के लिए बड़ा घर, कार, महँगे गैजेट्स आदि भले न हों, लेकिन कर्ज तो दो रुपये का भी नहीं होना चाहिए अगर सम्मान से जीना है। जिसकी जो बात बुरी लगे गर्व से सर उठाकर जबाव दे सको; मात्र दायित्वों और कर्ज के बोझ में मौन रहकर किसी से भी फ़ज़ीहत करवाना मृत व्यक्ति के समान आचरण है।
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5 years
ये देख लैपटॉप में पोर्न भरा ये देख लगा है चे गुवेरा ये देख लेनिन की मूर्ति ये देख हमारी स्फूर्ति हममें विलीन JNU सकल बूढ़े हैं हम कम हुई अकल गत और अनागत चाल देख हम बूढ़ों की बढ़ती साल देख ये उड़ी हुई तिरपाल देख गन्दी ढाढ़ी का गाल देख #StandWithJNU क्रमशः 😜
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9 months
लोग गालियाँ देने आ जाएँगे लेकिन सुरेश प्रभु के समय ही भारतीय रेल थोड़ा सुधरी थी लेकिन उसके बाद से तो गर्त में ही जा रही। हर स्टेशन के आउटर पर ट्रेन घंटों खड़ी रहती है, जितने स्टॉपेज उतना लंबा इंतज़ार। कई बार तो पहले स्टेशन से ही देर से चलती है और अब तो पटरियों वाला बहाना भी नहीं।
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2 years
महिलाएँ कभी किसी ज्योतिषी के पास जाती हैं तो अपने बारे शायद एकाध ही प्रश्न करें शेष परिजनों के बारे में ही; मन्दिर जाएँ तो शायद ही अपने लिए कुछ माँगें। भोजन बनाकर अधिकतर सबको खिलापिलाकर ही खाती हैं। बहुत से गुण ऐसे हैं जिनपे कोई गौर नहीं करता लेकिन वे उन्हें श्रेष्ठ बनाते हैं।🙏🏻
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3 years
१ जनवरी, २०२२ ✍🏻
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3 years
दूसरों के प्रति प्रेम का भाव होगा तो दुनियाँ भर से बदले में प्रेम मिलेगा। विपरीत परिस्थितियों में कोई मदद कर रहा है तो कृतज्ञता होनी चाहिए, आँखें तरेरना कृतघ्नता है; कमी संस्कारों की है। श्रम तो आवश्यक है, कर्म के बिना जगत चलेगा ही नहीं, प्रकृति का नियम ही कर्म के आधार पर है।
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4 months
चुनावी हार जीत के कारण भगवान के दर्शन कर देने से मना करने वालों को इस भ्रम से बाहर आ जाना चाहिए कि वह भगवान के भक्त हैं या धार्मिक मार्ग पर भी हैं। चमचई करनी है खूब करो अपनी पार्टी की, ये ठुरर्स न दिखाओ कि दर्शन करने नहीं आएंगे। भगवान तुम नहीं हो, वे हैं।
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9 months
शक्ति को धारण करने के लिए शिव जैसा तपस्वी होना पड़ता है, लक्ष्मी को धारण करने के लिए विष्णु जैसा पालनकर्ता होना पड़ता है और सरस्वती को धारण करने के लिए ब्रह्मा जैसा सृजनशील। यदि इनमें से कहीं भी आप चूक गये तो आप अपना विनाश ही करेंगे। बुरा कुछ नहीं है, बुरी बस नियत ही होती है।😊
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11 months
अभी तक जनता का साथ अफ़ग़ानिस्तान के साथ था अब मैक्सवेल के साथ है। कुल मिलाकर जीवन का सार यही है कि दुनियाँ चमत्कार को नमस्कार करती है और चमत्कार विपरीत परिस्थिति में सतत् प्रयास और धैर्य से ही घटित होते हैं। इसलिए संघर्ष करते रहना है मित्रों!! 🥳
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3 years
अपने काम स्वयं करो, चाहे ये बात महात्मा गांधी ने कही हो, नेहरू ने या माओ ने। बात एकदम सही है। श्रम के बिना सृजन नहीं होता और परिश्रमी व्यक्ति ही जीवन में सफल होते हैं। एक सफल माँ बाप अपने बच्चों को ये सब सिखाते हैं, उन्होंने जो अपने जीवन से सीखा वो सब अपने बच्चे को बताते हैं।
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3 years
जीवन की जंग में जीतता भी वही है जो संघर्ष करता है। प्रकृति सिर्फ़ उसे ही बचाती है जो कर्म करता है, नदी की धार में वही बचेगा जो तैरेगा। सीधा सा सिद्धांत है। बीमार ही वही हो जाते जो शारीरिक श्रम कम करते हैं, हम जिस चीज़ के लिए बने हैं वो हमें करना ही चाहिए।
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Ashwani Dixit
2 years
बंगाल में महिला टीचर को निर्वस्त्र करके पीटना आने वाले विनाश का संकेत है। घृतराष्ट्र तो सिंहासन पर मात्र विराजमान हैं जिन्हें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता, और कौरव अपने उन्माद में मस्त हैं। मनुष्य न्याय नहीं करेगा तो क़ुदरत करेगी; किसी प्राकृतिक आपदा से दण्ड मिलेगा लेकिन मिलेगा अवश्य!
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Ashwani Dixit
2 years
ऐसे ही एक अपमान पर नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल दिया था और देश भर में प्रदर्शन हुए थे; सर तन से जुदा हुए थे और सरकार ने क़तर को पूरा स्पष्टीकरण सौंपा था। इधर कोई श्रीरामचरितमानस जला देता है और इन्हीं स्वघोषित हिन्दू ह्रदय सम्राट की पूरी टीम बैठी रहती है। 😀
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2 years
मैं सबके घर जा जाकर पाँच दस मिनट बैठ आया, सबसे हालचाल पूँछ आया लेकिन मैंने गौर किया कि बचपन में साथ खेलने वाले लोग भी अब एक दूसरे के घर नहीं जाते। छोटे से जीवन में लोग इतना घमण्ड लेकर बैठे हैं कि त्यौहारों पर भी रौनक़ नहीं नज़र आती पहले जैसी।
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Ashwani Dixit
3 years
कम उम्र से जिम्मेदारियाँ उठाने वाले ज़िम्मेदारी की उम्र आने तक थक से जाते हैं, उनकी सभी महत्वाकांक्षाएँ मर जाती हैं एवं उन्हें अब सिर्फ़ सिर्फ़ शांति चाहिए होती। उनमें अब इतना सामर्थ्य नहीं बचता कि वो सिर्फ़ दूसरों को खुश करने के लिए एक और ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर रख लें!! 😅
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Ashwani Dixit
2 years
पूर्ण बहुमत होने का मतलब होता है कि आप देश के ख़िलाफ़ होने वाली हर गतिविधि को बर्बरतापूर्वक रौंद सकते हैं; देश की जनता आपके साथ है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी कोई सवाल नहीं खड़े कर सकता है लेकिन पूर्ण बहुमत का कायरतापूर्ण तरीक़े से उपयोग हम पहली बार देख रहे हैं। डरपोक कहीं के!!
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Ashwani Dixit
2 years
साइड लोअर बर्थ एक लड़के की थी और साइड अपर एक देवी जी की; मैडम ने लड़के से ऊपर वाली पर शिफ्ट होने के लिए पूछा उसने हाँ कर दी। उसको लगा रात में शिफ्ट कर लेंगे दिन में कौन सोता है। उन्होंने १० मिनट बाद धमकी दे दी, मुझे लेटना है आप ऊपर वाली पर अभी शिफ्ट हो जाओ। वो बग़लें झांक रहा🤣
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Ashwani Dixit
1 year
श्रीकृष्ण जन्मभूमि, मथुरा जी से राधे राधे 😁🙏🏻
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2 years
अपने जीवनसाथी को कोविड में खोने के बाद व्यक्ति ६ महीने बाद कैसे नया विवाह कर सकता है वो तब जब ख़ुद का १०-१२ साल का बच्चा हो। ऐसी स्थिति में पहला शक तो चरित्र पर ही जाता है और दूसरा कोविड की आड़ में की गई हत्या पर। ऐसे बहुत से लोग हैं और इस समाज में .. !!
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Ashwani Dixit
1 month
हर व्यक्ति संभावी बलात्कारी हो सकता है, यदि वह अपनी लिबिडो और फ़ूड हैबिट पर ध्यान नहीं देता है। कई बार तो आपका तन ही आपको आश्चर्यचकित कर देगा, जब दबी हुई कामनाएँ बाहर आएँगी और जब वे पूरी न होंगी तो क्रोध आएगा। धार्मिक ग्रंथ सत्य कहते हैं, खानपान से बहुत कुछ जुड़ा है। 🙂
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Ashwani Dixit
2 years
वकण्डा में एक क़बीला है जो हनुमान जी को पूजता है और जयकार भी करता है। मार्वल की मूवी में बोलते भी हैं लेकिन हमारे प्यारे बॉलीवुड ने जब इसको डब किया तो वो लाइन ही ग़ायब कर दी। 😅
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2 years
आज की शाम : प्रेम मन्दिर, वृन्दावन 😍 राधे राधे 😛😛
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Ashwani Dixit
3 years
गरीब रथ क़तई फ़र्ज़ी ट्रेन है, टिकट में लोअर बर्थ लिखी है और मिल रही मिडिल, आंटी जी बड़े मुश्किल से चल पा रही उनकी लोअर बर्थ न होकर अपर है। आधी जनता लोअर बर्थ के लिए धमासान कर रही है; अजस्ट करने के चक्कर में मैं लोअर से मिडिल और मिडिल से अपर तक आ गया, बस छत फाड़कर निकलना शेष है।
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Ashwani Dixit
8 months
नूपुर शर्मा वाले केस के बाद भी लोग सोशल मीडिया पर वही हरकतें कर रहे हैं। इन्हें अभी तक ये समझ नहीं आया कि पार्टी बचाने नहीं आएगी, तुम और तुम्हारा परिवार ही भुगतेगा। जेल में तुम ही सड़ोगे, गला भी तुम्हारा ही रेता जाएगा — लेकिन पार्टी तुम्हारी मौत पर वोट ज़रूर बटोर लेगी।
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Ashwani Dixit
8 months
कुछ लोग उधार लेकर ऐश करते हैं और जो बंदा उधार दे रहा होता है कई बार वो अपने ख़र्चों में कटौती कर देता है ये सोचकर कि अगले आदमी को कोई ज़रूरी काम होगा। दुनियाँ बड़ी विचित्र है - ज़िम्मेदार आदमी कर्ज ले ले तो चुकाने तक नींद न आए उसे और इन लोगों को देखिए, फ़र्क़ ही नहीं पड़ता।
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2 years
इंसान मरकर भूत बन जाते हैं तो कुत्ता बिल्ली चूहे भैंस गाय आदि क्यों नहीं बनते? हमने कभी नहीं देखा कि किसी को अपनी मरी हुई गाय खड़ी दिखाई हो आधी रात में, लेकिन बूढ़ी दादी ज़रूर दिखाई दे जातीं हैं। दिमाग़ वही दिखाता है जो हम देखना चाहते हैं, पहले से कल्पनाएँ करोगे तो देखोगे भी।
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Ashwani Dixit
1 month
इन पर रासुका लग सकता है यदि सरकार चाह ले, बहुत जल्दी हिम्मत टूटती है इन लोगों की। जो हिम्मत दिख रही है वह बस एक एक्ट का कमाल है।
@firstbiharnews
FirstBiharJharkhand
1 month
गोपालगंज में भारत बंद के दौरान स्कूली बस में आग लगाने की कोशिश, बस के अंदर थे 20 बच्चे ,ड्रोन से हो रही उपद्रवियों की पहचान #Bihar #Biharnews #Gopalganj
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Ashwani Dixit
2 years
मोरारजी देसाई भी ऐसी ही कोशिश करते थे अच्छे बनने की, भयंकर कांड किए। अब जन्मतिथि पर कोई प्रधानमंत्री माला डालने तक नहीं जाता। राजनीति में जो आदमी अच्छा बनने की कोशिश कर रहा है समझ लेना या तो एक नम्बर का हरामख़ोर है या फिर ऐसा अच्छा है जो अपने समर्थकों को ले डूबेगा एक दिन।
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2 years
मेरी फॉलोइंग लिस्ट में हर उस व्यक्ति को आज मैं अनफोलो कर दूँगा जो भाजपा से सम्बंध रखने के बाद भी आज मानस के अपमान पर चुप है। ऐसे कायरों का कोई स्थान नहीं, ये सबके सब अवसरवादी हैं जो ऐसी पार्टी से मात्र अपने निजी स्वार्थ के लिए जुड़े हैं। इन्हें धर्म से कोई लेना देना नहीं।
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Ashwani Dixit
2 years
अब क़ायदे से ये निर्णय योगी जी का होना चाहिए कि पहले वो संत हैं, शासन व्यवस्था के लिए उत्तरदायी मुख्यमंत्री हैं या फिर पार्टी की हाई कमान के आदेश पर चलने वाले एक भाजपाई। अगर वह पहले भाजपाई हैं तो हम लोग भी पहले हिन्दू हैं देश के नागरिक बाद में; संत जैसा सम्मान नहीं देंगे।
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2 years
यदि आप गुटखा बिक्री पर राजस्व ठूँस रहे हैं तो लोग फूटपाठ पर थूँक रहे हैं उसको साफ़ करवाइए। ज्ञान मत दीजिए कि लोगों में अक्ल नहीं; लोगों में अक़्ल नहीं तो करो न शिक्षा पर ख़र्च, क्यों नहीं करते? बड़े साफ़ सफ़ाई पसन्द हो तो बैन ही कर दो गुटखा; किसने रोका, समस्या ही हल हो जाएगी!!
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@SerpentForce
Ashwani Dixit
2 years
कुत्तों बिलइयों को घर के बाहर रखना चाहिए, जिस माहौल में वह हमेशा से रहते आए हैं। बिस्तर पर सुलाते हैं लोग फिर किसी की बिलैया चूहे से डर जाती है तो किसी का कुत्ता पटाखों से; विचारे जीवन भर नहीं समझ पाते कि वह क्या से क्या हो गये। कम से कम सर्वाइव करना तो आना ही चाहिए उन्हें!!
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Ashwani Dixit
8 months
ब्राह्मणों को अब दान दक्षिणा लेना बंद कर देना चाहिए। अपना कोई व्यवसाय करो, पुरोहित भी अपने लोगों के बनो, अपने लोगों से दान दक्षिणा लो। इतना करने लगे तो बहुत सुधार दिखेगा पीढ़ियों में - रोज़ रोज़ की गालियाँ सुनने से अच्छा है आत्मसम्मान रखें। क़तई भिखारी समझ रखा है लोगों ने।
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