रवींद्रभाई, इंटरव्यू को वाहियात या बकवास कहने से क्या होगा? इंटरव्यू में जो बातें कही गई हैं वो शब्द दिव्य भास्कर के नहीं, आपके पिताजी के हैं। आप अपने पिता की बातों को बकवास या वाहियात कह सकते हैं। यह आपका नैतिक अधिकार है। लेकिन आप भास्कर के इंटरव्यू को बकवास कैसे कह सकते हैं?…
हैलो सेठजी…नटु काका हियर
सेठजी अब मैं नहीं आऊंगा। अपना ध्यान रखना। सेठानीजी, टप्पू सेठ का ध्यान रखना। बापूजी को मेरा प्रणाम कहना। गोकुलधाम सोसायटी को बाय बाय। सेठजी बाघा को आपके हवाले कर रहा हूं। बाघा don’t crying . Love you all.
@AsitKumarrModi
Love you and miss you natukaka
गुजरात के शिक्षामंत्री ने सवाल पूछने वाले को गुजरात छोड़कर जाने की सलाह दी। लेकिन शिक्षामंत्रीजी , ये कहने वाले आप हैं कौन? शिक्षामंत्री जैसे पद पर बैठकर जनता के साथ ऐसा बर्ताव ठीक नहीं हैं। आप जनसेवक हैं, मालिक नहीं हैं जनता के!
गुजरात भाजपा में अभी और इस्तीफे होंगे....कुछ बड़े और कुछ बहुत ही बड़े...! संगठन में साजिशें, भ्रष्टाचार, एक दूसरे को निपटाने का खेल पुरजोर से जारी है... !
चंद नेता चाहे कितना ही इनका मजाक बनाएं, चाहे अनगिनत नाकामी इनके माथे पर हो, चाहे सफल नहीं हो पा रहे, लेकिन इनकी मेहनत और जज्बे को ख़ारिज नहीं किया जा सकता।
लोग इंजेक्शन के लिए घंटों लाइन में लग रहे, लेकिन इंजेक्शन नहीं मिल रहा, फिर भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील के पास 5000 इंजेक्शन कहां से आए? किसने दिए? कैसे दिए? सरकार जवाब दे। ये नंबर इंजेक्शन के सरकार सीआर पाटील का है! इंजेक्शन के लिए परेशान जनता सीधे इन्हें फोन लगाए और इंजेक्शन मांगे
धोलेरा का सच-1
दुबई और शंघाई के सपने दिखाकर देश की पहली स्वघोषित स्मार्ट सिटी धोलेरा में खड़ा कर दिया गया 35 हजार करोड़ का ज़मीनों का फेक मार्केट। 600 से ज्यादा जमीन दलाल एक ही जमीन को कई लोगों को बेच रहे। नकली वेबसाइट बनाकर खुलेआम ठगे जा रहे छोटे निवेशक। सरकार के पास इन्हें…
किसी की मौत पर खुश होने वाले निर्लज्जो...शर्म करो। उनकी दो मासूम बेटियां हैं। शोक नहीं जता सकते तो कम से कम उनकी मौत पर खुशियां तो मत मनाइए। हमारे देश में तो दुश्मन की मौत पर भी खुशियां नहीं मनाते, आप किस दुनिया के रहने वाले हो बेशर्मो...
थोड़ी नहीं बहुत समझदार हो गई है।
मेरी चिड़िया आज 12 साल की हो गई है।
Happy birthday kavya😘 मेरे की हिस्से की सारी खुशियां आपकी, आपके हिस्से के सारे दुख मेरे. Love you baccha
शिक्षामंत्रीजी
@jitu_vaghani
जी ये जनता है। एक नहीं, हजार बार सवाल पूछेगी। और हर बार आपको जवाब देना भी पड़ेगा। जनता के सवालों से आप भाग नहीं सकते। और आखिर सवाल गलत ही क्या था? गुजरात में एजुकेशन की स्थिति से आप भी अच्छी तरह वाकिफ हैं।
कृपया झूठ न फैलाएं! आओ, पत्रकार मित्रो- गुजरात के हर कोने में आपको डिजिटल पेमेंट की सुविधा मिलेगी। बिंदास आओ, बिंदास चुनाव कवरेज करो। कुछ दिन तो गुज़ारिए गुजरात में...
गुजरात रिपोर्टिंग पर आ रहे पत्रकार साथियों के लिए चेतावनी/सुझाव
पर्याप्त कैश लेकर आएं। अहमदाबाद के अलावा दूसरों जिलों में गूगल पे, फोन पे, पेटीएम आदि से पेमेंट की सुविधा न के बराबर है। कार्ड से पेमेंट की सुविधा भी बहुत कम है।
#GujaratElections2022
उत्तरायण में आम जनता पर सख्ती दिखाने वाली, कार में अकेले व्यक्ति से भी बिना मास्क पर पैसे वसूलने वाली सरकार अपने नेताओं के सामने भीगी बिल्ली क्यों बनी बैठी है? सारी दादागीरी जनता पर ही दिखाओगे क्या सरकार?
@vijayrupanibjp
ये तीन तस्वीरें- एक भाजपा की सभा, एक कांग्रेस की और एक आप की। तीनों की सभा में भारी भीड़। सभाएं अलग अलग क्षेत्रों की हैं। क्या गुजरात में त्रिशंकु विधानसभा होगी या फिर जनता इस बार जमकर मजे लेने के मूड में है?
हाईवे अधूरा, भ्रष्टाचार पूरा...! अहमदाबाद-राजकोट हाईवे के काम अटकने के पीछे का काला खेल। आरटीआई में हुए चौंकाने वाले खुलासे।
@Divya_Bhaskar
सभी RTI एक्टिविस्ट को खुला आमंत्रण देता है कि भास्कर के साथ जुड़िये। बस, मुद्दे जनहित के होने चाहिए। एजेंडा या किसी का शोषण करने का…
साथियो, शब्द नहीं हैं मेरे पास आपको शुक्रिया कहने के लिए। मैंनेे पत्रकारिता को हमेशा धर्म माना है। ईश्वर से ज्यादा अखबार को पूजता हूं। ये लड़ाई किसी को हराने के लिए नहीं थी। ये लड़ाई तो खुद को जिंदा रखने के लिए थी। आपने जिस तरह साथ दिया, उसके लिए मैं दिल से आभार प्रकट करता हूं।
सिर्फ़ हादसा?? सवाल मौतों के आँकड़े का नहीं, सवाल है- ज़िम्मेदारी से बचने का! लापरवाही का! झूठे दावों का। ईश्वर मृत आत्माओं को शांति दे और आंख-कान-मुंह बंद करके बैठे ज़िम्मेदार लोगों को सद्बुद्धि दे।
भास्कर में आज मेरे 23 साल पूरे हो गए। आज ही के दिन 1 जनवरी 2000 को दैनिक भास्कर ने मुझे अपनाया था। तब से मैं भास्कर और भास्कर मेरी ज़िंदगी का हिस्सा हो गया। मैं अपने अब तक के सफर से खुश हूँ, संतुष्ट हूं लेकिन फिर भी अपने 100% से दूर हूं
स्नेह, प्यार, आशीष और सदाएं बनी रहे....
मुझे गर्व है ऐसे पत्रकारों पर! शाबाश रितेष पटेल। एक ज़िंदगी बचाने के लिए कई खबरें छोड़ना पड़े तो भी मंजूर। ONGC પુલ પરથી તાપીમાં કુદી આપઘાત કરવા જનારા યુવકને દિવ્યભાસ્કરના ફોટો જર્નાલિસ્ટ રિતેષ પટેલે બચાવી લીધો
@pantlp
@Divya_Bhaskar
@DainikBhaskar
पॉजिटिव खबरें दीजिए ! लेकिन कैसे? जहां लाशें बिछी हों, जहां मां बेटे का शव लिए घूम रही हो? जहां मासूम के मां-पिता उसे छोड़कर चले गए हैं? जहां एक पिता अपने बेटे को आखिरी बार देख भी नहीं सका, वहां कैसे पॉजिटिव खबरें तलाश लाएं? हां, जहां कुछ अच्छा मिलता है, वो तो बता ही देते हैं।
गांधीनगर सिविल में कोरोना मरीजोंं को भर्ती करने आए 21 वाहन कतार में खड़े रहे। जब तक नंबर आता, तब तक 3 मरीजों की मौत हो गई....। हम कितने बेबस हो चुके हैं, आंखों के सामने जानें निकल रही हैं, और हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं
गुजरात का 6 हजार करोड़ का कोयला घोटाला। दस्तावेजों, सरकारी वेबसाइट्स के आंकड़े और तथ्यों की पड़ताल से बाहर आया घोटाला। कोयला खदानों से निकला 60 लाख टन उच्च क्वालिटी का कोयला गुजरात के सरकारी अधिकारियों-व्यापारियों के गठजोड़ ने रस्ते में ही गायब कर 6 हजार करोड़ की चपत लगाई।
मोरबी कांड पर कोर्ट ने दिखाया सरकार को आईना- होशियारी मत दिखाओ, आरोपी को खुलकर बचा रही राज्य सरकार। आखिर क्यों? 138 मौतों की ज़िम्मेदारी से क्यों भाग रही सरकार
जिस हर्ष सोलंकी को
@ArvindKejriwal
ने अपने घर खाने पर बुलाया, उन्हें गुजरात में अब भाजपा के किसी बड़े चेहरे के सामने चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी में आम आदमी पार्टी।
#GujaratElections2022
छोड़ो मेहंदी खड्ग संभालो
खुद ही अपना चीर बचा लो
द्यूत बिछाए बैठे शकुनि,
...मस्तक सब बिक जाएंगे
सुनो द्रौपदी ! शस्त्र उठालो अब गोविंद ना आएंगे...
कैसी रक्षा मांग रही हो दुःशासन दरबारों से
स्वयं जो लज्जाहीन पड़े हैं
वे क्या लाज बचाएंगे
सुनो द्रौपदी ! शस्त्र उठालो अब गोविंद ना…
केस बहुत कम हैं। मौतें नाम मात्र की हैं। अस्पतालों में बहुत बेड खाली हैं। ऑक्सीजन का ओवर स्टाक है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
ये तो जनता ही हैं जो जबरन मर रही है। शायद सरकार बदनाम हो इसलिए जानबूझकर लोग मर रहे हैं। ये जनता भी ना देशद्रोही है। इन्हें तो पाकिस्तान भेज देना चाहिए
अहमदाबाद-राजकोट सिक्स लेन हाईवे के 2200 करोड़ के प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल उजागर।
यूक्रेन की फर्जी कंपनी बनाकर उसे सहयोगी पार्टनर बता दिया और ज्वाइंट वेंचर में 440 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट ले लिया। इस विदेशी कंपनी का ना कोई पता है, न वेबसाइट, न रजिस्ट्रेशन है। कॉन्ट्रैक्ट…
पहले पुलिस जवानों के भत्ते पर निर्णय। फिर शहीद जवानों के परिजनों की राहत पर निर्णय और अब आंदोलनरत तलाटियो की मांग मंजूर। अचानक ताबड़तोड़ मांगें मंजूर हो रही ? हृदय परिवर्तन या चुनावों में रिस्क से बचने का दांव?
राजकोट अग्निकांड में 5 मरीजों की मौत पर सरकारी नाकामी, अपराधियों को बचाने के सरकारी खेल को उजागर कर दिव्य भास्कर ने सिर्फ अपना पत्रकारिता धर्म निभाया है।
सच उजागर करना अपराध है तो भास्कर ये अपराध करता रहेगा, आप FIR दर्ज करते रहिए
@vijayrupanibjp
सरकार
पेट्रोल डीज़ल सस्ते करने के लिए चुनावी तारीख़ों का इंतजार? तेल के दाम कंपनियां तय करती हैं ये सबसे बड़ा झूठ है क्योंकि 1 साल में क्रूड 20% सस्ता हुआ, तेल कंपनियों का मुनाफा 33% बढ़ा, लेकिन न पेट्रोल सस्ता किया न डीज़ल। पेट्रोल डीज़ल के भाव वही जो एक साल पहले थे।…
जहां भाजपा की सरकार है, वहां सत्ता की ग़लतियों को उजागर करें तो भास्कर कांग्रेसी अखबार, जहां कांग्रेस की सरकार वहां सत्ता की खामियां बताएं तो भास्कर संघी अखबार...
मतलब अंधभक्त दोनों तरफ भरे पड़े हैं। खुद सच सहन करना नहीं चाहते और मीडिया को दोष दे रहे हैं!
तानाशाही के समर्थक हैं मोरबी के मास्टरमाइंड ओरेवा कंपनी के मालिक जयसुख पटेल। अपनी किताब में लिखते हैं- चुनाव बंद करा देने चाहिए, चीन की तरह एक ही व्यक्ति को शासन दे देना चाहिए जो हिटलर की तरह डंडा चलाए।