A journalist by choice | Author:NAXALBAADI ABUJHMAAD | Ex Editor Deshbandhu, Ex Advisor Navbharat | Views are my own and don’t reflect the views of my employer.
जंगल खोद कर अधिक से अधिक कोयला ले जाने की हवस ऐसी है कि नियम क़ानून को ताक पर रख कर मालगाड़ी के डिब्बे को कई फ़ीट ऊपर तक भर दिया जा रहा है.
कोयले की इस डकैती में रेलवे प्लेटफ़ार्म के शेड तक टकरा के टूट रहे हैं.
लेकिन मजाल है कि सत्ता या विपक्ष का कोई नेता इस पर चूँ-चाँ भी करे.
मई के महीने में बस्तर के सिलगेर में पुलिस फ़ायरिंग में चार आदिवासी किसान मारे गये थे.
आदिवासी किसान आज भी प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन
@rahulgandhi
जी,
@priyankagandhi
जी, आदिवासियों से मिलने कोई नहीं जाना चाहता.
अफ़सोस कि सिलगेर उत्तर प्रदेश में नहीं है !
भोपाल के बरखेड़ी फाटक में मालगाड़ी के सामने कूदी लड़की को बचाने के लिए महबूब नामक युवक पटरी पर कूद गया.
महबूब ने लड़की को पटरी के बीच पकड़े रखा, जब तक पूरी ट्रेन ऊपर से गुजर नहीं गई.
श्री पीयूष पुत्र-Harvard University
श्री जावड़ेकर पुत्र-Boston University
श्री राजनाथ पुत्र-Leeds University
श्री रविशंकर पुत्र-Cornell University
श्रीमती सीतारमण पुत्री-NW University
लिस्ट बहुत लंबी है.
लेकिन प्रधानमंत्री जी का कहना है कि भारत से बाहर जा कर क्यों पढ़ना ?
-SM
पानीपत की दूसरी लड़ाई का नाम सुना है?
5 नवंबर 1556 को इसी लड़ाई में भारत का अंतिम हिंदू सम्राट मारा गया था और उसका नाम पृथ्वीराज चौहान नहीं, हेमचंद्र विक्रमादित्य उर्फ हेमू था.
इतिहास की बाँह उमेठना कोई इन फ़िल्म वालों से सीखे !
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर के डीएम इस बच्चे को 23 साल का बता रहे हैं.
कलेक्टर यह भी कह रहे हैं कि वीडियो में वो नहीं, तहसीलदार हैं.
कलेक्टर ये भी कह रहे हैं कि वीडियो क्राप्ड है.
उप्र से लेकर छत्तीसगढ़ तक, पीटे जाने के लिए अभिशप्त आम नागरिक को, डीएम साहब से माफी माँग लेनी चाहिए न?
खूंटे से बंधी गाय या चेन से बंधा कोई पालतू जानवर नहीं थी वो.
जंगल के भीतर का यह रिश्ता अजीब होता है. जंगल के घर में उसकी उपस्थिति, जंगल के किसी सदस्य जैसी थी.
अब वह अनुपस्थित रहेगी.
छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में अडानी के एमडीओ वाले कोयला खदानों के खिलाफ पिछले 750 दिनों से आदिवासी जहां धरना दे रहे थे, देर रात उस धरनास्थल को जला दिया गया.
आदिवासियों ने कहा कि इस संवैधानिक लड़ाई को इस तरह की हिंसक कार्रवाई से नहीं कुचला जा सकता.
आदिवासी आज नया निर्माण करेंगे.
कां��्रेस नेता
@RahulGandhi
से सवाल होते ही सोनी सोरी के घर लौटी बिजली.
सोनी सोरी एक माह से अपनी सुरक्षा में तैनात जवानों के साथ अंधेरे में रह रहीं थीं.
राहुल गांधी से पत्रकार
@mandeeppunia1
ने इस पर सवाल किया तो देर रात विभाग ने बिना कुछ कहे बिजली जोड़ दी.
-
@BastarTalkies
छत्तीसगढ़ में नियमतिकरण की माँग को लेकर 47 दिनों से रोज़गार गारंटी योजना के कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है.
मनरेगा कर्मचारियों ने कई बार
@INCIndia
सरकार को वादा याद दिलाया लेकिन जब बात नहीं बनी तो वो सड़कों पर उतरे हैं.
बिजली विभाग के कर्मचारी पहले ही लंबा आंदोलन कर चुके है.
छत्तीसगढ़ ��े बलरामपुर में विशेष संरक्षित पंडों जनजाति के आठ लोगों की, बंधक बना कर, गाँव के संपन्न लोगों ने बेदम पिटाई की. उन पर 35-35 हज़ार ₹ का जुर्माना लगाया गया.
बस्तर से बलरामपुर तक आदिवासियों की हालत ख़राब है.
@RahulGandhi
जी, अपनी चुप्पी तोड़िये.
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 13 दिसंबर 2000 को रायपुर के BJP कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष के चुनाव में विवाद के बाद वहां जम कर तोड़फोड़ व आगजनी हुई.
पर्यवेक्षक बन कर गये मोदी जी को भाग कर छुपना पड़ा था.
बाद में BJP MLA बृजमोहनअग्रवाल, प्रेप्रपांडेय व 6 लोगों को निलंबित किया गया.
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में सांप्रदायिक हिंसा में 8 अप्रैल को भुवनेश्वर साहु और 11 अप्रैल को रहीम मोहम्मद और उनके बेटे इदुल मारे गए.
मुख्यमंत्री ने भुवनेश्वर साहु के परिजनों को 10 लाख ₹ और नौकरी देने की घोषणा की.
रहीम और इदुल के परिजनों से सरकार का कोई मिलने तक नहीं गया.
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हिपोक्रेसी की भी एक सीमा होती है मित्रों.
पिछले साल अप्रैल से सितंबर तक देश में 282 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ था.
इस साल अप्रैल से सितंबर के बीच 315 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हो चुका है.
पूरे देश में कोयला की कमी और बिजली का संकट बता कर किसे कोल ब्लॉक देने की तैयारी है?
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु द्वारा दूसरी पंचवर्षीय योजना में स्थापित भिलाई स्टील प्लॉंट,आज कई राज्यों को ऑक्सीजन दे रहा है.
नेहरू इन्हें आधुनिक भारत का तीर्थ कहते थे.
नेहरु और उनकी दृष्टि पर उठने वाले सवालों का एक विनम्र जवाब भिलाई है.
सुदर्शन न्यूज़ को आप पार्टी ने 17,39,202₹ का विज्ञापन दिया.
@INCIndia
ने लिखा- आप बेनकाब!
लेकिन यह लिखते हुए कांग्रेस पार्टी यह बताना भूल गई कि छत्तीसगढ़ में उसकी सरकार ने भी सुदर्शन न्यूज़ को 16,80,103₹ का विज्ञापन दिया है.
हाँ, कांग्रेस ने 59,099₹ का विज्ञापन कम दिया है.
छत्तीसगढ़ में 26 सितंबर को
@INCIndia
नेताओं द्वारा पत्रकारों पर जानलेवा हमले में कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद से अनशनरत पत्रकार कमल शुक्ला धीरे-धीरे मौत की तरफ़ बढ़ रहे हैं.
सरकार के ख़िलाफ राज्य भर के पत्रकार फिर से रायपुर में प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं.
@RahulGandhi
भालू के ये दो नवजात अपनी माँ से बिछड़ गए.
इनमें एक काला है और एक पूरी तरह से सफ़ेद,जो दुर्लभ है.
ये दोनों उसी सरगुजा के जंगल में मिले हैं, जिसके हसदेव अरण्य को ख़त्म किया जा रहा है.
जैव विविधता से भरपूर हसदेव जैसे जंगल को नष्ट करने का दूसरा कोई उदाहरण इतिहास में नहीं मिलेगा.
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के सिवनी में एक पुलिस वाले ने उधार नहीं चुका पाने पर एक ग़रीब की डेढ़ साल की बच्ची की पूरी देह को जगह-जगह सिगरेट से जला डाला !
कैसा समाज गढ़ रहे हैं हम ! 😔
कवि तुलसीदास जी की इस चौपाई का अर्थ है कि जब भगवान रामचंद्र ठुमक कर चलते हैं तो उनकी (रामजी की) पैजनिया बजती है.
कवि मनोज मुंतशिर के इस लिखे का अर्थ है कि जब रामभक्त धमक कर चलते हैं तो उनका (रामभक्तों का) पायजामा फटता है.
आज
#KashmirFiles
के बारे में पढ़ कर एक तथ्य याद आया.
बस्तर में भाजपा के शासनकाल में सरकार के संरक्षण में चलने वाले ‘सलवा जुडूम’ के दौर में सरकार ने 644 गाँव पूरी तरह से ख़ाली करवा दिये थे.
हज़ारों आदिवासी आज भी उन्हीं शिविरों में हैं या दूसरे राज्यों में भटक रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के जंगल में लगभग सात हज़ार से अधिक जगहों पर आग लगी हुई है.
पेड़ और जानवर जल रहे हैं.
वन विभाग का मैदानी अमला 21 मार्च से हड़ताल पर है.
बचे हुए मुट्ठी भर कर्मचारी अधिकारी आग बुझाने में दिन रात जुटे हैं. लेकिन इस दावानल पर क़ाबू पाना लगभग असंभव-सा हो रहा है.
छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य के सैकड़ों साल पुराने पेड़ अब से थोड़ी देर बाद कटने शुरु होंगे.
आर्तनाद करते इन पेड़ों का शोकगीत जंगल में पसरा हुआ है.
हत्यारों की सूची में कुछ और नाम अब शुमार होने वाले हैं, जिनके कारण धरती पर साँसें कम होंगी.
विदा वन देवता !!!
@RahulGandhi
आप बस मुझे
#FreePress
दे दो,FreeInstitutions दे दो, ये सरकार नहीं बचेगी :
@RahulGandhi
छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की थाने के भीतर बाहर
@INCIndia
के नेताओं द्वारा जानलेवा हमले के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से आहत पत्रकार चार दिनों से भूख हड़ताल पर हैं. ये पता है न आपको?
Dear
@WBPolice
@KolkataPolice
please do the needful.
ऐसे सैकडों लोग ट्वीटर पर हैं, जिनके सर पर चोट लगी है और सबको तीन टाँके लगे हैं. कई तो स्त्रीलिंग पुलिंग भी भूल गये हैं ! इनकी मदद करें.
@TeamSaath
छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य के जल,जंगल, ज़मीन बचाने और
@RahulGandhi
को उनका वादा याद दिलाने के लिए आज आदिवासियों ने मदनपुर से रायपुर तक 300 किमी की पदयात्रा शुरु की.
@INCIndia
सरकार के कहे अनुसार 3827 वर्ग किमी में हाथी रिज़र्व तो नहीं बना,दर्जनों कोयला खदान को मंज़ूरी जरुर मिल गई.
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम में गौमांस की बिक्री के आरोप में लोग पकड़े गए हैं.
गिरफ़्तार किए गये लोगों के नाम हैं-
राजेन्द्र बांधेकर, रज्जू महोबिया, लक्ष्मण रात्रे, जितेन्द्र रात्रे, मुकेश लांझी, दिनेश खरे.
इधर बलौदाबाजार में भी गौमांस के साथ कृपाराम पात्रे को गिरफ़्तार किया गया है.
Black Lives Matter याद है आपको?
छत्तीसगढ़ में डेढ़ महीने से नियमित करने की माँग के साथ आंदोलन कर रहे बिजली विभाग के लोगों की गिरफ़्तारी की ऐसी कई तस्वीरें सामने आई हैं.
चुनाव पूर्व
@RahulGandhi
की तस्वीरों के साथ राज्य में होर्डिंग लगे थे कि कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा.
कैसा संयोग है कि छत्तीसगढ़ के ग्राम रेंगाकठेरा के जिस किसान भागवत वर्मा को 11 जून 2021 को सरकारी अधिकारी मुख्यमंत्री से वर्चुअल बैठक के लिए लाए थे,वही भागवत वर्मा
@RahulGandhi
की वैष्णव देवी की यात्रा में अचानक टकरा गए.
दोनों जगह उन्होंने राज्य की गोबर योजना की जम कर तारीफ़ की.
बाबा रामदेव की कोशिश, कोरोना काल में सरकारों को ज़िम्मेवारी से मुक्त करने और उसका ठीकरा डॉक्टरों और एलोपैथ पर फोड़ने की है.
धीरे से यह बहस 5000 साल की हमारी परंपरा बनाम एलोपैथी और फिर हिंदू बनाम ईसाई और फिर राष्ट्रवाद में बदल सकती है.
क्या मार्च 2022 में, उप्र में चुनाव है ?
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री ने युवक को कहा कि कभी तुम्हारे पिता या चाचा ने इस तरह माइक लेकर बात की है? मुझ पर लगाए आरोप वापस लो.
युवक ने जवाब दिया-आरोप तो लगा सकता हूँ. आप भी रमन सिंह पर, मोदी पर लगाते हैं सर !
यह दिलचस्प संवाद चर्चा में है.
जुलाई की इस खबर के अनुसार 2.2 ट्रिलियन का कर्ज मात्र अडानी की कंपनी के पास है.
भारत का कुल रिजर्व ही 4.7 ट्रिलियन रुपये का है.
इसका सीधा मतलब यह हुआ है कि भारत के रिजर्व का लगभग आधा पैसा अडानी के पास है.
सरकार इसके क़र्ज़ राइट ऑफ़ कर रही है और ये कंपनी पर कंपनी ख़रीद रही है.
छत्तीसगढ़ में कोयला खदानों के कारण सैकड़ों हाथी अपने घर और भोजन की तलाश में यहाँ से वहाँ भाग रहे हैं,लोगों को मार रहे हैं,खुद मारे जा रहे हैं.
रिकार्ड टूट रहे हैं.
सोनहत में हाथी का 10-12 दिन पुराना शव मिला है.
जहां शव मिला है,वहाँ से महज़ 5 KM दूर हाथी रेसक्यू सेंटर है.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आते ही अपना कोयला खदान MDO के तहत अडानी को दे दिया.
कोल इंडिया छत्तीसगढ़ सरकार को 827₹ प्रति टन में कोयला देती है.
जबकि छत्तीसगढ़ सरकार अपने खदान से अडानी से 1269₹ प्रति टन में कोयला ख़रीदती है.
@RahulGandhi
को यह नहीं पता होगा?
छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से MSP पर धान ख़रीदी होनी है.
पहले से टोकन बाँटने के बजाय, आज से शुरुआत हुई. किसान और उनके परिजन आज तड़के से टोकन के लिए खड़े थे.
बालोद जिले में बेक़ाबू भीड़ ने 17 महिलाओं और बुज़ुर्गों को कुचल दिया, जिनमें तीन की हालत गंभीर है.
@INCIndia
@RahulGandhi
हसदेव अरण्य के जंगल को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ के संस्कृतिकर्मियों ने सैकड़ों गीत और फ़िल्में बनायी हैं.
छत्तीसगढ़ के चर्चित रैप गायक ऐपी राजा का यह ताज़ा गीत हसदेव पर है.
उनके चैनल का लिंक थ्रेड में है.
बस्तर में पार्टी कर रहे फ़ूड इंस्पेक्टर का डेढ़ लाख का मोबाइल फ़ोन बांध में गिरा तो अफ़सर ने बांध को ख़ाली करने के लिए दो मोटर पंप लगा दिया.
सोमवार से गुरुवार तक 30 HP के दो पंप चलाए गए.
कई सौ एकड़ खेतों में सिंचाई के लिए रखा पानी बहा दिया गया.
अफ़सर का फ़ोन मिल गया है.
छत्तीसगढ़ में भाजपा के विधायक और कई दशकों तक मंत्री रहे बृजमोहन अग्रवाल ने महँगाई से निपटने के लिए नया तरीक़ा सुझाया है.
मोदी जी बस हाँ में हाँ मिला दें तो बात बने.
वैसे 2003 में इनके चक्कर में 56 इंच वाले मोदी जी को रायपुर के भाजपा कार्यालय में टेबल के नीचे छुपना पड़ा था.
छत्तीसगढ़ के जिन जंगलों को उजाड़ कर कोयला खनन की तैयारी चल रही है, वह सैकड़ों जंगली हाथियों का रहवास है.
आज उसी इलाके में बड़ी संख्या में इन जंगली हाथियों के बेहोश होने की खबर है.
कोई बेटा अपने विकलांग पिता को ढो कर अपने घर पहुँच गया तो हम उसे वेट लिफ्टिंग का प्रशिक्षण देना शुरु कर देंगे !
यह कैसा समय है, जहाँ शर्मशार होने के बजाये हम गौरव गान में व्यस्त हैं !
हसदेव अरण्य पर छत्तीसगढ़ भाजपा की इस फ़िल्म को 6 महीने भी नहीं हुए हैं.
भाजपा अब हसदेव अरण्य को मध्यभारत का फेफड़ा मानती है या नहीं?
अगर वह अडानी के खनन से सहमत नहीं है तो विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित संकल्प पर अमल क्यों नहीं करती?
केंद्र-राज्य,दोनों जगह उसकी सरकार है.
हेलमेट में पत्रकार: पांच दिन पहले रायपुर में भाजपा मुख्यालय के भीतर पत्रकारों की पिटाई के बाद से लगातार प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों ने भाजपा नेताओं से बातचीत करते समय हेलमेट पहनना शुरु कर दिया है.
@AmitShah
@BJP4India
@PMOIndia
@bhupeshbaghel
यक्ष: आश्चर्य क्या है?
उत्तर: छत्तीसगढ़ के आदिवासी 1.70 लाख हेक्टेयर के हसदेव जंगल को बचाने 300 KM की पदयात्रा कर रायपुर जा रहे हैं,उनसे मिलने सरकार का 1 व्यक्ति नहीं पहुंचा और आदिवासी नृत्य का न्यौता देने मंत्री, MLA हर राज्य में जा रहे हैं.
यह सुन कर अप्सराएं नृत्य करने लगीं.
क्वारंटिन सेंटर में अख़बार में परोसे गये खाने से दाल अलग बही जा रही है. आप छापते रहिये कि मज़दूर क्वारंटिन सेंटर में चिकन,मटन माँग रहे हैं.
सब तरफ़ हालात एक से है.
तस्वीर छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव की है.
ऐसे ही दृश्य पर लिखा गया होगा-तुम्हारी फ़ाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है.
छत्तीसगढ़ की
@INCIndia
सरकार के खिलाफ व्यंग्य लिखने के आरोप में जेल भेजे गये पत्रकार नीलेश शर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें रायपुर जेल में मिलने नहीं दिया जा रहा.
आज सरकार ने उन्हें 110 KM दूर बिलासपुर जेल भेज दिया है.
राज्य में पत्रकार सुरक्षा क़ानून बन रहा है.
बीजापुर में सीआरपीएफ़ के एक जवान का माओवादियों ने अपहरण किया तो रिहाई के लिए सरकार ने मध्यस्थ नियुक्त किए,मीडिया में खबर छाई रही, दबाव बना, रिहाई हुई.
दो दिन से उसी बीजापुर में DRG के SI मुरली ताती माओवादियों के क़ब्ज़े में हैं. सब तरफ़ सन्नाटा है.
इस आदिवासी को बचाइये 🙏🏾
ट्वीटर पर छत्तीसगढ़ के हसदेव में कोयला खदान का मुद्दा ट्रेंड कर रहा है.
कांग्रेस पार्टी ने 2010 में इसे नो गो एरिया घोषित किया था.
@RahulGandhi
ने चुनाव से पहले हसदेव में आदिवासियों का साथ देने का वादा किया था.
लेकिन
@INCIndia
सरकार ने अडानी के MDO वाले खदान को मंज़ूरी दे दी.
अंबानी को जामनगर के लिए छत्तीसगढ़ से भी भालू और चौसिंगा चाहिए. बदले में वह CSR से पैसे दे देंगे !
भारत में वन्यजीवों को इस तरह पैसे दे कर ख़रीदना-बेचना, शिकार की श्रेणी में आता है.
पहले जंगलों को नेस्तनाबूद कर दो और फिर कहो कि हाथी आबादी वाले इलाक़े में घुस रहे हैं.
भारत सरकार के ही WII ने सुप्रीम कोर्ट के कहने पर, लंबे शोध के बाद कहा था कि हसदेव में एक भी कोयला खदान शुरु करने से मानव-हाथी संघर्ष ऐसी भयावहता के साथ बढ़ेगा कि उसे रोक पाना असंभव होगा.
भास्कर की खबर है कि 28 दिन के आंदोलन के बाद लगभग 30 हज़ार आदिवासी सिलगेर से ख़ाली हाथ लौटने लगे हैं.
गोली,लाठी,मौत,आंसुगैस ले कर लौटना; इस लोकतांत्रिक व्यवस्था में अविश्वास पैदा करेगा और माओवादियों के लिए अवसर.
सरकार ने थाली में परोस कर नये कैडर माओवादियों को दे दिए हैं.
छत्तीसगढ़ में एक चैनल के आयोजन में CM के नहीं शामिल होने को लेकर चरचा जारी है.
लेकिन सवाल अब भी बना हुआ है कि इन्हीं ‘सांप्रदायिक चैनलों’ को तो छत्तीसगढ़ सरकार करोड़ों के विज्ञापन जारी करती है!
सुदर्शन न्यूज़ तक को !
कहावत यूँ ही नहीं है- गुड़ खाए, गुलगुले से परहेज़!
लोकसभा सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी से 22 अप्रैल तक 12तुगलक रोड का घर खाली करने को कहा गया.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी उदार है.
2018 में सत्ता में आने के बाद आज तक कांग्रेस के मंत्री को बंगला नहीं मिला. लेकिन BJP नेताओं से मंत्रियों को आवंटित बंगला ख़ाली नहीं कराया गया.
अभिव्यक्ति की आज़ादी केवल दिल्ली और मुंबई में होती है? बस्तर में दर्जनों पत्रकार मुकदमा झेलते रहे, जेलों में सड़ते रहे, मारे गये; कभी उनके बारे में भी चिंता हुई ?
#मैं_मुंबई_पुलिस_के_साथ_हूँ
#ArbanJournalist
यूक्रेन में फँसे भारतीयों के लिए आज तड़के मंत्री जी ने ट्वीट किया कि जहां हैं, वहीं रहें.
उसके कुछ घंटे बाद एडवाइज़री जारी की गई है कि आज तत्काल किसी भी तरह से कीव छोड़ दें.
छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में लाखों पेड़ों के कत्ल की तैयारी शुरु हो चुकी है.धरती को बचाने का आह्वान करने वाले मंत्रों के उच्चारण थम चुके हैं.कोई पृथ्वी दिवस की बधाई नहीं दे रहा है.
इन पेड़ों के बीच पली मुट्ठी भर स्त्रियाँ आख़िरी बार रो लेना चाहती हैं.
अलविदा पेडों.
अलविदा जीवन.
बस्तर के सिलगेर में आदिवासियों का आक्रोश कम होता नज़र नहीं आ रहा है.
संवाद के सारे सिरे ग़ायब हैं.
पंच, सरपंच, जनपद,ज़िला सदस्य, विधायक, सांसद, मंत्री दृश्य में कहीं नहीं हैं.
इन आदिवासियों को माओवादियों के पाले में धकेल कर
@RahulGandhi
जी कर्तव्य से मुक्त हुआ जा सकता है?
सुप्रीम कोर्ट द्वारा 5 लाख ₹ का जुर्माना चुकाने के आदेश को मानने से इंकार करने वाले हिमांशु कुमार ने कहा है कि मायस्थीनिया से पीड़ित होने के कारण वे जेल में लंबे समय तक जीवित नहीं रह पाएँगे.
उन्होंने अंतिम समय बस्तर की जेल में आदिवासियों के साथ गुज़ारने की इच्छा जताई है.
छत्तीसगढ़ में नियमित करने की माँग को लेकर आंदोलन कर रहे रोज़गार गारंटी योजना के कर्मचारियों ने अब इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है.
चुनाव से पहले
@INCIndia
ने सभी कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था.
इसी बात को लगभग चार साल होने को आ गये लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ.
एक हिंदी होती है-
लड़की घास पर घूम रही है.
एक और हिंदी होती है-
तरुणी तृण पर विचरण कर रही है.
एक और हिंदी है, जिसमें मप्र में चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई होने वाली है-
छत्तीसगढ़ के CM और स्वास्थ्यमंत्री हेलिकॉप्टर से समस्या जानने राज्य में घूम रहे हैं.
4और मंत्री हेलिकॉप्टर से दौरा करेंगे.
✔️नया रायपुर के किसान
✔️विद्युत संविदा कर्मचारी
✔️हसदेव के आदिवासी
✔️बस्तर के आदिवासी
✔️मनरेगा कर्मचारी
✔️सफ़ाई कर्मचारी
✔️व्याख्याता
महीनों से धरने पर हैं.
छत्तीसगढ़ में
@INCIndia
की खुज्जी की MLA श्रीमती छन्नी साहु ने खनिज माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर अपना वाहन और सुरक्षागार्ड लौटा दिया था.
सोमवार से शुरु हो रहे विधानसभा सत्र के लिए वे 103 KM दूर रायपुर के लिए अपनी स्कूटी से ही निकल पड़ीं.
@RahulGandhi
छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य को बचाने के लिए राज्य के कई शहरों में नागरिक समाज प्रदर्शन कर रहा है. स्कूल-कॉलेज के बच्चे सामने आ रहे हैं.
रायपुर के तेलीबांधा तालाब के सामने कल एक साथ तीन समूहों में प्रदर्शन किया, साढ़े चार लाख पेड़ों को बचाने की गुहार लगाई और नुक्कड़ नाटक किया.
अपना वजूद बचाने के लिए हसदेव अरण्य से पैदल 300 KM चल कर रायपुर पहुँची, रुँधे गले से बात करती इस महिला की बातें उनकी समझ में नहीं आएँगी, जो कंधे उचका कर, ‘यू नो’ के साथ विकास की लूट पर टिकी परिभाषा समझाने लगते हैं.
शायद
@RahulGandhi
इसे समझ पाएँ !
रायपुर में प्रदर्शन के लिए आ रहे बस्तर के हज़ारों आदिवासियों को सरकार ने रोक दिया.
छत्तीसगढ़ की राजधानी में राज्य सरकार ने धरना-प्रदर्शन के लिए जगह निर्धारित की है. बरसों से यहीं सारे प्रदर्शन होते हैं.
अब सरकार ने यहां भी रोक लगा दी है.
लोकतंत्र में विरोध के लिए जगह कहां है?
जब कोई छत्तीसगढ़ के किसी स्कूल की चमचमाती तस्वीर दिखाए तो पूछिएगा कि बस्तर के 98 प्राथमिक,19 पूर्वमाध्यमिक,17 हाईस्कूल और10 आश्रमशाला में 1 भी शिक्षक क्यों नहीं हैं?
1466 प्राथमिक,192 पूर्व माध्यमिक,49 आश्रमशाला और 24 हाईस्कूल में 1-1 शिक्षक क्यों हैं?
पत्रकारों को जब नेता, प्रशासक और पुलिस अधिकारी धमकाना शुरु कर दें और फ़ोन टैपिंग के हथियार ले कर उसे चमकाना शुरु कर दें तो समझ लेना चाहिये कि सुराज दबे पाँव आ रहा है !
छत्तीसगढ़ के हसदेव के जिस इलाक़े में पेड़ों की कटाई शुरु हो रही है, उसी घने जंगल में बसते हैं आदिवासियों के अराध्य बुढ़ादेव.
आज आदिवासियों ने बुढ़ादेव से प्रार्थना की, गुहार लगाई,संकल्प लिया-ओ देवाधिदेव ! हमें शक्ति दो.शक्ति दो कि हम अपने को,अपनी धरती को बचा सकें!
@RahulGandhi
छत्तीसगढ़ के कोरबा में आज कोल ब्लॉक के अधिग्रहण को लेकर अडानी के प्रतिनिधि पहुँचे तो आदिवासियों ने अनुरोध किया कि कानून का तो पालन करें.
ये वही इलाक़ा है, जहाँ
@RahulGandhi
ने आदिवासियों को भरोसा दिलाया था.
लेकिन
@INCIndia
सरकार ही अडानी प्रेम में उन्हें उजाड़ने पर तुली हुई है.
छत्तीसगढ़ के बस्तर में हरेली त्यौहार पर ‘गेड़ी’ पर चढ़े बच्चों को देखिए और कोई आदिवासी धुन हवा में कैसे तैरती है, उसे सुनिए.
वीडियो क्लिप
@tiwariankur893
ने भेजा है.
हसदेव अरण्य में तड़के पेड़ों की कटाई से लोगों की नींद खुली. गाँवों के स्त्री पुरुष बच्चे जंगल की ओर भागे.
जंगल कटाई और प्रतिरोध की कहानी एक आदिवासी की ज़ुबानी.
@RahulGandhi
छत्तीसगढ़ हाथियों की क़ब्रगाह बनता जा रहा है. आज बालोद में एक और हाथी का शव मिला.
हाथियों के रहवास के जंगल को सरकार कोयला खनन के लिए कंपनियों को दे रही है और सैकडों हाथी अपने घर से विस्थापित हो कर यहाँ से वहाँ भटक रहे हैं.
@RahulGandhi
जी,अडानी के खदानों की सूची आपने देखी है?
कल दंतेवाड़ा में माओवादियों के हमले में मारे गये आदिवासी जवान, लखमू मरकाम का शव आज अंतिम संस्कार के लिए जब उनके गाँव कासोली पहुँचा तो उनकी पत्नी चिता पर लेट गईं.
इस मार्मिक दृश्य को जिस किसी संवेदनशील व्यक्ति ने देखा, उसके आंसू छलक गए.
तस्वीर
@Avinash54932908
ने ली है.
📌दूसरे चरण के लॉकडाउन के बाद गुजरात ने देश में सबसे ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भेजी थीं.
📌महात्मा गांधी लेबर इंस्टीटयूट के अनुसार लॉकडाउन में 14.97 लाख मजदूर गुजरात छोड़ अपने घर लौटे थे.
📌गुजरात हाईकोर्ट ने 11 मई को स्वतः संज्ञान लेते हुए मज़दूरों की हालत पर चिंता जताई थी.