जिसकी आरजु थी वो दिलबर ना मिला.....
बरसो जिसका इन्तजार था वो पल ना मिला.....
अजीब खेल है ये मोहब्बत का..........
किसी को हम ना मिले और कोई हमे ना मिला....
कभी आकर देख लो मेरी आँखों में भी ...
तेरी तस्वीर के आगे कोई नज़ारा ही नहीं ....
खो गये हैं तेरे इश़्क में इस कदर की ....
तेरे नाम के बिना कहीं गुज़ारा ही नहीं ..!!
शुभ संध्या ☕👈😊💐🙏