दिल्ली के मिरांडा हाउस में बेटी ने एडमिशन लिया।पिता उसे छोड़ने आए थे। इसी क्रम में पिता भावुक हुए और बेटी ने वीडियो बना दी।चंद सेकंड के इस वीडियो में एक मिडिल क्लास पिता की भावनाएँ,संघर्ष,संतुष्टि सब कुछ है।
@rajshekharis
के लिखे शब्द इमोशन को और ख़ूबसूरती से पेश करती है
अगर श्रीकांत त्यागी का मामला Power Drunk का था तो यह मामला Class Drunk का है जिन्हें लगता है कि क्लास के नाम पर किसी को कुछ कह दें। और हाँ इनके लिए बिहारी शब्द भी उसी ज़लालत में आता है। दोनों मामले में कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं
एक पिता के रूप में शाहरुख़ खान के दर्द को अनुभव कीजिए।बेटा जेल में।और पिता के लिए आसपास इतनी नफ़रत की वह अपनी भावना तक व्यक्त न कर सके।इस दोहरी पीड़ा के बीच एक-एक पल कितना कठिन होगा।
सार्वजनिक तौर पर यह कहना कितना कठिन है वह इस ट्वीट पर आने वाली प्रतिक्रिया को देख समझ सकते हैं
जब ये ऐसा ट्वीट कर रहे थे तब हमसब इनके ही चैनल के कैमरामैन के लिए एक आईसीयू बेड की भीख मांग रहे थे। घंटों बाद उन्हें बेड नहीं मिला और उनकी जान चली गयी।
इस भयावह समय में भी वामपंथी गिद्ध शमशान घाटों में लाशों की गिनती कर रहे हैं और हमारे डॉक्टर समेत कोरोना से अलग-अलग मोर्चे पर लड़ रहे योद्धा साँसों को बचाने में लगे हैं।
कोरोना योद्धाओं को सलाम 🙏🏻🙏🏻
"मैैं सेना के परिवार से हूं, मैं सेना के परिवार से हूं बिना जांच के मुझे बदनाम करने की कोशिश की गयी"-अरनब
रिया के पिता भी सेना के अधिकारी हैं जिन्हें दो महीने से यही अरनब बिना सबूत के फांसी तक की मांग कर चुके हैं
दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में यह बच्ची ईलाज के लिए आई। प्लास्टर होना था। लेकिन बच्ची की जिद थी कि पहले गुड़िया का हो। डॉक्टरों ने उसकी बात मानी। गुड़िया का प्लास्टर हुआ। फिर बच्ची का।
@AmarUjalaNews
ने बहुत ही शानदार तस्वीर छापी है बाल सुलभता की।
पूरे देश के हर सभ्य लोगों को इस दंपत्ति से माफ़ी माँगनी चाहये। उनका प्यार-समर्थन पहुँचाना चाहये। समझ सकता हूँ कि सार्वजनिक तौर पर ऐसे हिंसक व्यवहार के बाद दंपति किस ट्रॉमा से गुजर रही होगी
किसलिए लोग मीडिया से हद तक नफरत करने लगे हैं उसका कारण जानने कुछ नामचीन एंकरों के ट्वीट देखें। जिस चीज को बीजेपी या उत्तर प्रदेश सरकार भी डिफेंड नहीं कर रही है,उस बात काे ये डिफेंड कर रहे हैं। लोगों को कुचलती जीप वाली घटना तक डिफेंड करने उतर गए हैं। कोई शब्द इनके लिए नहीं
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के दौरे के दौरान उनके सरकारी हेलिकॉप्टर को कुछ ग्रामीण बच्चे कौतूहल वश देख रहे थे। चन्नी ने उन्हें देखा तो कुछ बच्चों को हेलिकॉप्टर की सैर कराई।
डियर टीवी चैनल,
उदयपुर वीडियो को न चलाएं। उसने वीडियो इसी मंशा से बनायी है कि वह लोगों तक पहुंचे। माहौल बिगड़े। आप उनके मंशे को जाने-अनजाने में पूरा कर रहे हैं।
हिंदू-मुस्लिम नफ़रती “टीवी माहौल” के बीच पिछले दो दिन में आई सबसे अच्छी और पॉज़िटिव खबर यह है कि कैन्सर की दवा का सफल प्रयोग हुआ है। अगर यह दवा बाज़ार में आई तो करोड़ों परिवार उजड़ने से बच जाएगी
हाथरस की दुखद घटना के बाद जातीय हिंसा भड़काने और दुनिया में भारत की छवि खराब करने की बड़ी साजिश में शामिल राहुल गांधी बतायें कि पूर्णिया की घटना पर वे चुप क्यों हैं?
तत्काल प्रभाव से लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव इस्तीफा दें। शर्मनाक है कि पिछले पंद्रह सालों के सत्ता में लालू यादव सीएम और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम रहकर अस्पताल नहीं बना सके। या नहीं तो केंद्र सरकार ऐसी सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगा दे। इनकी मांग को सपोर्ट कीजिये।
मीडिया को पिछले कुछ महीनों के अनुभव से सीख लेनी चाहये कि-
-आंदोलन पर बैठे किसान खलिस्तानी नहीं थे
-तबलिगी कोविड के एकमात्र कारण नहीं थे
-रिया “डायन” नही थीं
-शाहिन बाग में बैठे लोग आतंकी नही थे
कुछ दिनों तक आप किसी को बुली कर सकते हैं लेकिन अंत में खुद शर्मिंदा होना होगा
मैं इस बात से सहमत हूं कि टीआरपी के चक्कर में जो मूसलमान पैनलिस्ट टीवी पर आकर अनाप-शनाप बाेलते हें,नफरत फैलाने में मदद करते हैं,उनपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। तमाम मूसलमान साथी भी ऐसी मांग करें और उनपर कार्रवाई करवाएं। तभी इनकी दुकानदारी बंद होगी
आज रिया चक्रवर्ती के भाई को भी जमानत मिल गयी। टीआरपी के चक्कर में सुशांत की मौत काे बेचने के लिए एक परिवार को किस तरह परेशान,जलील किया गया,वह मीडिया के इतिहास का में सबसे धब्बे अध्याय के रूप में पढ़ा जाएगा।
रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर अरेस्ट हुए। उनके लिए अब तक उनके चैनल पर ही कोई अभियान नहीं हो रहा है। एक बयान जारी कर दिया गया बात समाप्त। पूरा चैनल कंगना को न्याय दिलाने के लिए लड़ रहा है और इसी अजेंडे में लगा रिपोर्टर जब फंसा तो डंप कर दिया गया।मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं।
जब भी मीडिया यह सवाल पूछे कि कोविड के पहले दौर में क्या चूक हुई,क्यों नहीं दूसरे वेव से लड़ने की तैयारी की गयी तो उस मीडिया को यह तस्वीर दिखा दीजिए क़ि जब यह सवाल पूछना था,चिंता करनी थी,तो वे यह कर रहे थे। दूसरे लहर और हुई दुर्दशा के लिए हम मीडिया भी ज़िम्मेदार हैं।
मुश्किल पलों में नेतृत्व की पहचान होती है। लोग जो भी बोलें,यूक्रेन के नेता के पास समर्पण,भागने के कई कारण थे,लेकिन इन्होंने अपने लोगों के साथ खड़ा रहने का विकल्प चुना। इतिहास इन्हें नायक के रूप में देखेगा।
टीवी पर पत्रकार LIVE रिपोर्टिंग में यूक्रेन में मरे भारतीय स्टूडेंट के लिए उन्हें ही ज़िम्मेदार ठहराता है।वही पत्रकार 22 फ़रवरी तक युद्ध की बात करने वालों का मज़ाक़ उड़ाता था।वही पत्रकार नफ़रत की हद पार कर चुका है। अगर आपको लगे कि हम मीडिया इससे नीचे नहीं जाएँगे,ग़लत साबित होंगे
इसीलिए देश में हमेशा गांधी का हमेशा ज़िंदा रहना ज़रूरी है। गांधी व्यक्ति नहीं,विचार हैं। हम जितना गांधी को खुद से दूर करेंगे,समाज उतना टकराव भरा होगा। गांधी विचार हैं। गांधी संवाद हैं। गांधी पुल हैं,दो पक्षों के बीच बात करने के लिए
दो दिनों से तेज बुख़ार,शरीर दर्द और खाँसी के बीच कल RT-PCR टेस्ट कराया। रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। बुख़ार है अभी भी। इलाज करवा रहा। दोनों टीका ले चुका हूँ।
कोविड माइल्ड नहीं है। सतर्क रहें।
बिहार सरकार में एक सीनियर अधिकारी को मुस्लिम विरोधी सोशल मीडिया पोस्ट देने के आरोप में वहां की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आलोक कुमार नामक अधिकारी चुनाव विभाग में डिप्टी सेक्रेटरी हैं। किसी सीनियर अधिकारी के खिलाफ इस तरह की संभवत: पूरे देश में पहली ऐसी कार्रवाई है
सचिन तेंदुलकर के बेटे IPL में खरीदे गए। हनुमान बिहारी को एक भी खरीदार नहीं मिला।
वंशवाद पर शायद यहां बात नहीं होगी। क्योंकि हम अपने देश मे खुद नायक गढ़ते हैं और फ़िर उनके लिए हर कायदा कानून न सिर्फ अलग करते हैं बल्कि उनके लिए हम अपने तर्क को भी गलत साबित कर देते हैं।
कपिल मिश्रा की हार सबसे न्याय करने वाला फैसला है।
पीएम मोदी को ISIएजेंट के साथ सबकुछ कहने के बाद केजरीवाल को आतंकवादी कहने वाले कपिल मिश्रा जैसे अवसरवादी को जनता के बीच कभी स्वीकार्यता नहीं मिलनी चाहिए। यह किसी के नहीं होते हैं.सबसे अधिक वैमनस्य फैलाते हैं,अपने स्वार्थ के कारण
विराट कोहली को पसंद नहीं करने वाले आज भारत के हारने की दुआ कर रहे हैं। खुलकर। और हैरानी की बात है कि इनमें अधिकतर दिन-रात दूसरों को देशभक्ति पर ज्ञान भी देते रहते हैं।
बुल्लीएप पर मुस्लिम लड़कियों की नीलामी करने वाले विशाल झा मूलरूप से बिहार का है। दो साल पहले इसने गुरुग्राम में रहते हुए भी कई महिलाओं के साथ अभद्रता की थी।
@rohini_sgh
सहित कई महिलाओं को टारगेट किया था। तब मामला नहीं बढ़ने के कारण तब बच गया था। यह हैबिच्यूल आफेंडर है।
हाई वोल्टेज न्यूज़ माहौल में एक खबर दबी रह गयी,वह थी तबलीगी जमात पर टीवी मीडिया रिपोर्टिंग पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी। इससे पहले मुंबई हाई कोर्ट ने दी थी कड़ी टिप्पणी।याद करें,टीवी एंकर ने कोविड को मुसलमानों की बीमारी बना दिया था। दीपक चौरसिया ने तालिबानी जमात तक कह दिया था
किसान आंदोलन के दौरान यह प्रतिनिधि तस्वीर बनी थी। दानिश सिद्दीक़ी ने यह तस्वीर ली थी जिनकी हत्या तालिबानियों ने कर दी थी। आज वह नहीं हैं,उनकी बोलती तस्वीर साथ है
बिहार की हालत बहुत खराब है। बहुत शब्द से शायद खराब स्थिति का अंदाजा नहीं लग सकता है। आप सभी से अनुरोध है कि बड़े शहरों और दिल्ली से सटे जगहों के अलावा बिहार की हालत पर तुरंत फोकस करें। टेस्ट कम कर आंकड़े को ठीक करने की भयावह कोशिश हो रही है।
अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को चार साल बाद भरोसा देने के नाम पर जिस तरह नेता-मंत्री ड्राइवर बना देंगे,प्लंबर बना देंगे,सिक्युरिटी गार्ड बना देंगे, इस तरह का वादा करने से और नकारात्मक संदेश जाएगा
रेल मंत्री 3.30 बजे स्टूडेंट आंदोलन पर मीडिया से बात करेंगे। अंत में स्टूडेंट्स की जीत हो रही। उनकी बात को सुनी जा राही। उनकी शिकायत वाजिब थी। हड़बड़ी में रिज़ल्ट निकाला गया। गड़बड़ी थी। अगर पहले ही उनकी बातों को बुलडोज करने की बजाय सुन लिया गया होता तो हालत नही बिगड़ती।
अनुराग कश्यप पर आरोप लग रहे हैं। एक लड़की फेसबुक चैट को पब्लिक डोमेन में सामने लाकर आरोप लगा रही है तो कम से कम यह तो क्रास चेक करना ही चाहिए कि वह अकाउंट सही है या नहीं।
@anuragkashyap72
का यह अकाउंट है ही नहीं जिससे चैट के आरोप लग रहे।और यह मेन स्ट्रीम मीडिया की खबर बन गयी
कांग्रेस ने ईडी से राहुल गांधी पूछताछ की लाइव टेलीकास्ट करने की मांग की। पार्टी ने कहा, ईडी की ओर से एकतरफा गलत जानकारी दी जा रही है इससे बेहतर है कि इसका सीधा प्रसारण हो। पार्टी इस मामले में सभी संबंधित पक्षों के सामने शिकायत करेगी
" हमारे पास कोई सबूत नहीं लेकिन हमें लगता है कि आर्यन खान विश्व का सबसे बड़ा ड्रग तस्कर है"-एनसीबी की पूरी दलील कुछ इसी तरह घूम रही थी। आज कोर्ट में उनकी दलील पूरी तरह एक्सपोज हुई
राजनीति में परिणाम अपनी जगह,राष्ट्रीय दल क्या कोई छोटा मोटा दल भी अपने खिलाफ जनादेश के बाद जनता को सीधा अपमानित या इस तरह जलील नहीं करता है। राजनीतिक दल भी हार के बाद जनता के विज़डम को स्वीकार कर आगे बढ़ती है।यह अति है। फिर हम बोलते हैं,मीडिया को इस तरह क्यों टारगेट किया जा रहा
अरे मौलाना साद अब तक पुलिस को मिले की नहीं। न्यूज चैनल,पुलिस और ईडी को तो उनके खिलाफ हर आतंकी संगठन से लिंक के सूबत तक मिल गये थे। ऐसा दावा किया गया था। एक चैनल तो स्पेशल रिपोर्ट से यह भी साबित कर दिया था कि मौलाना जी ने कोरोना जेहाद किया है।
बिहार में कोरोना का टेस्ट नहीं हो रहा है। लगातार बुखार होने पर कई लोग टायफाइड की भी दवा खा रहे हैं। बिहार के गांवों में तुरंत हस्तक्षेप की ज��ूरत है खासकर उत्तर बिहार के गांवों में
गांधी के शरीर को भले गोडसे ने 73 साल पहले मार दिया लेकिन गांधीवाद को गोडसेवाद न तब मार पाया था न आज मार पाएगा न सैकड़ो साल बाद मार पाएगा। गांधी को गोडसे कभी भी परास्त नहीं कर पाएगा। गांधी विचार है। गांधी जीवन दर्शन हैं। सद्भाव है। गोडसे जहर है। नफरत है।
केरल में लेफ्ट ने चुनाव से पहले फ्री कोविड टीका लगाने का वादा किया तो बीजेपी ने चुनाव से जोड़ने पर कड़ी आपत्ति जतायी। चुनाव आयोग ने भी केरल सरकारसे जवाब मांगा। निश्चित तौर पर बीजेपी ने यह शिकायत मलयालम में लिखी हाेगी ताकि शिकायत बिहार के लोग नहीं पढ़ सके।
आज फैज...कल ग़ालिब...फिर दुष्यंत कुमार..प्रेमचंद.. नागार्जुन... सब देशद्रोही कहलाएंगे। व्हाट्सएप फॉरवर्ड ही अटल सत्य है। यही अटल है। अटूट है। बाकी सब मिटाए जाएंगे।
ABP चैनल पर आर्यन केस मामले में सैम डिसूज़ा ने खुलकर बोला कि आर्यन के नाम पर किरण गोसावी ने उगाही की। पूरा डीटेल घटनाक्रम बता रहा क़ि पूरा मामला ब्लैकमेल का था।NCB के टॉप ऑफ़िसर भी बता चुके कि उन्हें केस में अंधेरे में रखा गया और ग़लत जानकारी दी गयी। केस की परतें खुल रही हैं।
देश में किस कदर जहर फैल चुका है और हम नफरत को किस हद तक न्यूज़ चैनल के माध्यम से भेज रहे हैं, उसका यह सबसे बदसूरत उदाहरण है। कैसे कोई ऐसा शो बना भी सकता है।
अंत मे मेरी दुआ-
कोरोना से सभी बचें। हर मानव बचे। पूरा विश्व बचे।
रवीश कुमार की जिंदगी और उनकी पत्रकारिता पर एक डॉक्युमेंट्री फिल्म
#WhileWeWatched
बनी है। विनय शुक्ला ने यह फिल्म बनायी है।2 दिन पहले कनाडा फिल्म फेस्टिवल में इसे दिखाया गया है।फिल्म को बहुत तारीफ मिल रही है। किसी पत्रकार की जिंदगी पर 100 मिनट की फिल्म बनना वास्तव में बड़ी बात है
नेशनल मीडिया किस तरह पूरी तरह अप्रासंगिक होती जा रही है उसकी मिसाल स्टूडेंट के आंदोलन में फिर दिखी। स्टूडेंट ने बिना किसी मीडिया कवरेज के आंदोलन किया।कवरेज में कम जगह मिली।फिर भी वे अपनी बात पहुंचाने में सफल रहे।मीडिया का काम आमजन की आवाज बनना होता था,लेकिन अब होता ठीक उल्टा है
जयराम रमेश और पवन खेड़ा के आने से कांग्रेस कम्युनिकेशन में बड़ा बदलाव आया। सोशल मीडिया पर भी असर दिख रहा। अब पार्टी को खुद सोचना चाहिए कि सात साल से भी अधिक से काबिज थकी-हारी टीम ने कितना नुकसान पहुंचाया। बदलाव अक्सर नयी उर्जा लाता है। और पार्टी सबसे अधिक बदलाव से ही डरती रही है
फिर चेता रहा हूं,बिहार की हालत बहुत खराब की ओर बढ़ रही है। चेत जाएं। सभी जिलों से सकारात्मक खबर नहीं आ रही है। सरकार पर दबाव बनाएं,बिहार में तुरंत हस्तक्षेप करने की। फिर बाद में यह नहीं कहेंगे कि अभी सवाल उठाने का समय नहीं है।
इधर पहलवान अपने पद लौटाने या गंगा में बहाने की बात कर रहे हैं उधर मणिपुर में भी कुंजरानी देवी ,मीरा बाई चानू सहित राज्य के 11 शीर्ष एथलीट,जिनमें पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता भी हैं,ने पुरस्कार लौटाने की बात कही है अगर मणिपुर की एकता से छेड़छाड़ की गयी। खिलाड़ियों ने यह भी…
28 साल की लड़की सजा दिलाने का मिशन पूरा हो जाए तो जरा राष्ट्रीय राजधानी में 90 साल की महिला के इंसाफ के लिए आवाज उठे जिसके साथ बर्बर रेप हुआ है। जी,90 साल की महिला के साथ।