शीतल बने आग चंदन के जैसी,
राघव कृपा हो जो तेरी,
उजियाली पूनम की हो जाए राते,
जो थी अमावस अंधेरी,
जो थी अमावस अंधेरी ।
युग युग से प्यासी मरुभूमि ने,
जैसे सावन का संदेस पाया,
ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है,
मैं जबसे शरण तेरी आया…मेरे राम ।
हमको मन की शक्ति, देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद की जय करें
भेद-भाव अपने दिल से साफ़ कर सकें
दूसरों से भूल हो तो माफ़ कर सकें
झूठ से बचे रहें, सच का दम भरें
दूसरों की जय से पहले खुद की जय करें
शुभ रविवार
*वक्त से बढ़कर शिक्षा देने वाला*
*आज तक कोई गुरु नहीं हुआ,*
*और*
*विपत्ति से बढ़कर*
*अनुभव देने वाला आज तक*
*कोई विद्यालय नहीं खुला*
प्रांत वंदन
सुप्रभात
आप सभी का दिन शुभ मगलमय हो
🙏🏻🙏🏻
माता है गौरा पिता है महेश
जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश
तेज तुम्हारा चमचम चमके
हे गनराजा चमचम चमके
जैसे गगन में चमके दिनेश
जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश
🙏सुप्रभात 🙏
आप सभी का दिन शुभ मगलमय हो
कर्पूरगौरं: अर्थात् कर्पूर के समान गौर वर्ण वाले ।
करुणावतारं: करुणा के जो साक्षात् अवतार हैं ।
संसारसारं: समस्त सृष्टि के जो सार हैं ।
भुजगेंद्रहारम्: जो गले में भुजगेंद्र अर्थात् सर्पों की माला धारण करते हैं।
सदा वसतं हृदयाविन्दे भवंभावनी सहितं नमामि- इसका अर्थ है कि
हमको मन की शक्ति, देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद की जय करें
हमको मन की शक्ति, देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद की जय करें
🙏शुभ बुधवार 🙏
आप सभी सनातन साथियो कि जय हो
*तीर्थों में सबसे सर्वश्रेष्ठ तीर्थ*
*आपका ह्रदय हैं ,*
*यह जितना निर्मल और*
*निष्पाप होगा ,*
*सारे तीर्थ उतने ही*
*आपके आस-पास होंगे...*
शुभप्रभात
जय श्री राम
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥
तुम ही हो नईया, तुम ही खिवईया ।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम ही हो ॥
जय श्री राम
@Sabhapa30724463
एक प्रसंग है श्री कृष्ण जी काओर बलराम दाऊ का
तब दाऊ को श्री कृष्ण जी ने बोला
इसको मार दुगा तो जो बाकी जो हमसे विदृेष रखते है उनको कहा ढुढुंगा
वही निती यहाँ भी है
ये जितने विद्रोही है सब एक जगह इक्टठा हो रहे लेकिन कान एक दुसरे के खींच रहे है
*हालात और निर्णय का संबंध*
*परस्पर बहुत गहरा होता है...!*
*बहुत से 'हालात' 'निर्णय' के कारण होते हैं....*
*बहुत से 'निर्णय'*
*'हालात' के कारण लिये जाते हैं!!!*
ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय