*सुंदरता हो न हो,*
*सादगी होनी चाहिए।*
*खुशबू हो न हो,*
*महक होनी चाहिए।*
*रिश्ता हो न हो,*
*भावना होनी चाहिए*
*मुलाकात हो न हो,*
*बात होनी चाहिए।*
*यूं तो उलझे है सभी,*
*अपनी उलझनों में।*
*पर सुलझाने की कोशिश,*
*हमेशा होनी चाहिए*
#जय_श्रीराम
#जय_माता_रानी_की