
आलोक कुमार
@alok
Followers
2K
Following
182
Media
130
Statuses
3K
देवनागरी में स.मो.से. (संक्षिप्त मोबाइल संदेश)। कुर्सीतोड़ इंकलाबी। https://t.co/BGD3s6jDnl पर भी पाया जाता हूँ
बेंगलूरु, भारत
Joined July 2007
वाह वाह
#असलीएंकर #facebook लिये फिरते थे फॉलोअर चौबीस हजार उठाने को एफबी से आये भी न चार कसम सोशल मीडिया की
0
0
0
वो इतनी मीठी बातें कर गया है कि बिस्तर चींटियों से भर गया है -फ़हमी बदायूनी
0
1
3
चूहों की दौड़ में दौड़ने का घाटा यही है कि अगर आप जीत भी गये तो चूहा ही कहलायेंगे। ~लिली टॉमलिन
0
27
160
वे डोमिनेट कर रहे हैं जिन्होंने एक भी बेयर रन नहीं देखा है। पर ब्रोकिंग फर्म आजकल तीस से कम उम्र के लोगों से बिना दलाली लिए ट्रेडिंग करवा रही हैं और ये यूथ इसी में लहालोट है कि ब्रोकरेज नहीं देना पड़ रहा😂
Investors under 30 years dominate Indian stock market, participation from 60 plus age group dips: NSE Read @ANI Story | https://t.co/T9pRyFTZnC
#Stocks #Investors #NSE
2
5
21
चाणक्य कि विषकन्याओं कि याद आ गई, ताईवानी पेजरों में एक बोर्ड में तीन तीन ग्राम विस्फोटक
reuters.com
The hand-held radios were purchased by Hezbollah five months ago, said a security source.
1
0
0
लड़के भी विदा होते हैं। लड़कियाँ विदा होती हैं तो ऐसे घर जाती हैं, जिस का भविष्य उनकी कोख में जीतेगा, एक माँ, एक पिता और एक पति, आरती कर के उनका स्वागत करती है। लौट कर घर आती हैं तो मायका उनके लिए पहले से अधिक अपना हो जाता है। विदा लड़के भी होते हैं, पिता उन्हें जाते हुए
135
336
777
आज No Plastic Shop 5 साल का हो गया। 35 वर्ष तक प्राइवेट जॉब करने के बाद 55 की उम्र में शुरू किया अपना बिजनेस। रिस्क लिया यह तो नहीं कहूंगा क्योंकि केवल ₹26,000 से इसे शुरू किया था मगर पूंजी के रूप में अपना अनुभव, जानकारी और सपने भी इसमें लगाए। जो संतोष इन 5 वर्षों में मिला वह
63
45
295
6 साल पहले आज ही के दिन गूगल के गुड़गांव ऑफिस में अपने हिंदी ब्लॉग के लिए पुरस्कार लेते हुए
5
4
73
https://t.co/p06U22CivX हुगली शास्त्रार्थ, सन १८७३ - स्वामी दयानन्द और पण्डित ताराचरण तर्करत्न के बीच
0
0
0
जब कोई उपयुक्त शब्द गच्चा देने लगता है तो ‘अथी’ उसकी भरपाई कर देता है। यह सुविधा केवल बोल-चाल में ही उपलब्ध है।
1
2
3
आज अचानक चमका कि दूरदर्शन का फ़्रीडम रन - १९८८ https://t.co/YUmkwWoeff - और चैरियट्स ऑफ़ फ़ायर - १९८१ - https://t.co/VpOZTSQCGw कितने एक समान हैं :)
1
0
1
वह सब तो ठीक है लेकिन https://t.co/Hlv5lXvTd2
नीरज चोपड़ा गोल्ड लेकर आता तो और अच्छा लगता, लेकिन नीरज ने शानदार खेल दिखाया है और दिन अरशद नदीम का था। जय हो
0
0
1