जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे!
जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे,
जय कैलाशी,जय अविनाशी,सुखराशि, सुख-सार हरे
जय शशि-शेखर,जय डमरू-धर जय-जय प्रेमागार हरे,
जय त्रिपुरारी,जय मदहारी,अमित अनन्त अपार हरे,
निर्गुण जय जय,सगुण अनामय,निराकार साकार हरे।🙏
@RadheySri1