Mrs.Shawaz Khan. #Shaaz369 ~शाज़
@ShawazK39574555
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खूद से अंजान ___!! एक उम्र गुज़ारी तुझे लिखते लिखते...✍️!! Poetic soul 💕
Pune
Joined April 2017
"शाहबाज़ हु ,,,#आशियाँ है मेरा पहाड़ों की चोटी पर ... सय्याद नही सीखा है ,,,मैं ने कफ़स मे रहना ..." #दहर
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... बार्टर सिस्टम का अंत. पहले वफ़ा के बदले मोहब्बत मिलती, मोहब्बत के बदले इश्क़ खिलता, इश्क़ के बदले वफ़ा लौट आती, जैसे दिलों का कारोबार चलता फिर आई एक सिक्के की खनक संवेदनाओं से भरी सौदेबाज़ी टूट गई नज़रें अब न भावनाएँ तोलतीं है मोहब्बत अब कीमत पूछने लगी...✍️ #Shaaz #बज़्म
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... Medical science ने इतनी तरक्की की बीसीजी ,, खसरा,,पोलियो के टीके आए कोरोना कि vaccines आई बस इश्क़ का कोई टीका नही आया अगर माँ बाप अपने बच्चो को ये टीका लगा दे तो इतनी अज़ीयत ना हो...✍️ #Shaaz #बज़्म #बस_यूँही
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... अपने अंदर की ख़ामोशी को मिटाने के लिए कभी कभी मै इतना हंसती हूँ के रो पड़ती हूँ... ✍️ #Shaaz
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... डूबती किश्ती से किनारे कि बात करते हो ,, जिस कि दुनियाँ हो लूटी उस से #सहारे कि बात करते हो... इश्क़ भी करते हो... इश्क़ मे वफ़ा भी करते हो ,, यार तुम भी ना... किस ख़सारे कि बात करते हो... #Shaaz #बज़्म
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"The victory of good over evil starts within each of us." Happy Dussehra & Gandhi Jayanti. "Let us honor Bapu's teachings by living a life of truth and simplicity".🙏
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... फ़िर उजागर होंगा सितारा कोई, कही,किसी रोज़ ,, मै तेरी आखरी उम्मीद थोड़ी हूँ... #Shaaz #बज़्म
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... इश्क़ सर पे सवार हो जैसे ,, #दिल तेरा ताबेदार हो जैसे ,, तुझे देखूँ तो सुकून मिलता है ,, कोई बरसो का बीमार हो जैसे... #Shaaz #बज़्म
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... ऐन-मुमकिन है #दिल से ये बोझ भी उतर जाए ,, वो कहे इश्क़ है ___ और हम मुकर जाए ,, #Shaaz #बज़्म
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... ये लफ़्ज़ों मे तल्ख़ी,ये तग़ाफ़ुल,ये तग़य्युर हुए #यार के हम पे...करम कैसे कैसे... #Shaaz #बज़्म
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... फ़िर चाहे मुश्क हो या कि हो इश्क़ की ख़ुशबू ,, अपना असीर बना हि देती हैं... ✍️ #Shaaz #बज़्म
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... ख़ुदा हिदायत दे हम नादानों को ,, ये किसके बहकावे मे आकर के लड़ पड़ते है ... ✍️ #Shaaz
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... कुछ #इत्र की ख़ुशबू बिखरीं थीं फ़ज़ाओ मैं ,, मुझे याद आ गई ,,सिरत जनाब की ... #Shaaz #बज़्म
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... महकें मेरे आँगन मे तेरी वफ़ा की ख़ुशबू ... मुझे #इत्र कि क्यूँ तलब रहे,, मेरा यार बे-मिसाल है ... #Shaaz #बज़्म
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... मोहब्बत है से ,, थी भी हो सकती हैं ,, हंसती आँखों मे नमी भी हो सकती हैं ,, मै जो हूँ ,, ज़रा सी सर फिरी ,, मुझे तेरी कमी भी हो सकती हैं... #Shaaz #बज़्म
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@ShawazK39574555 पैगाम-ए-रूह कब किस तरह कहें हिज्र के ज़ख्म-ओ-दर्द क्या बेवजह कहें तसव्वुर में ही कब तलक हो दीदार मिले कहीं जिसे मोहब्बत की जगह कहें ~जुगाड़ #जुगाड़
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... इश्क़ #सज़ा है ,, जान कर गुनाह करते हो ,, ज़ख्म खाते हो ,, उम्मीद-ए-वफ़ा करते हो ,, #Shaaz #बज़्म
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... हक़-ए-बंदगी अदा क्यों ना हो,,, जफ़ा का सिला वफ़ा क्यों ना हो,,, दर-ए-यार का गर तलबगार हो दिल,,, तो फ़िर,, इसे उम्र-क़ैद की #सज़ा क्यों ना हो,,, #Shaaz #बज़्म
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