साहित्यिक_कृतियाँ
            
            @Sahityik_kritya
Followers
                45K
              Following
                3K
              Media
                391
              Statuses
                3K
              हिंदी और उर्दू की साहित्यिक_कृतियाँ का मंच
              
              Meerut, India
            
            
              
              Joined May 2021
            
            
           "मैं दुनिया को मनाने में लगा हूँ मेरा घर मुझसे रूठा जा रहा है" ~ वसीम बरेलवी 
          
                
                0
              
              
                
                2
              
              
                
                5
              
             न जाने हार है या जीत क्या है ग़मों पर मुस्कुराना आ गया है ~ सय्यद एहतिशाम हुसैन 
          
                
                0
              
              
                
                0
              
              
                
                6
              
             कुछ लम्हें सजा कर रखे है मैने तुम्हारे लिए, इंतजार सिर्फ तुम्हारे मिलने का है मुझे...!! 
          
                
                0
              
              
                
                2
              
              
                
                8
              
             जिसे देखो हवा में रहता है फ़िर ये ज़मीं पर इतनी भीड़ क्यूं हैं।। ~ अज्ञात 
          
                
                1
              
              
                
                5
              
              
                
                22
              
             मैं मुस्कुराता हूँ तो लोग समझते हैं सुकून में हूँ, कितना आसान है इस दुनिया को धोखा देना। ~मलाल @malaal231
          
          
                
                1
              
              
                
                0
              
              
                
                7
              
             दीप्ति से है रोशन, जेमी में भरा-पूरा जोश है हर-मन का ये विश्वास, उड़ाए शत्रु के होश है स्मृति अडिग चट्टान सी और बेख़ौफ़ ऋचा घोष है निकल पड़ी वीरांगनाएँ ,ये जीत का उद्घोष है !! ~सुधीर बडोला 
          
                
                0
              
              
                
                0
              
              
                
                6
              
             अकेले तो हम शुरू से थे.. बस थोड़ा सा वहम हो गया था की हमें भी कोई चाहता है..!!✍️ 
          
                
                1
              
              
                
                2
              
              
                
                11
              
             प्यार की बात करेगा फितरत है उसकी वादा करेगा फिर विश्वासघात करेगा ! बेपनाह गहरे ज़ज्बात करेगा पर एक नहीं औरों के साथ करेगा ! ~ प्रह्लाद पाठक @PrahladPaathak
          
          
                
                1
              
              
                
                2
              
              
                
                6
              
             ढूंढ लेते हैं अंधेरों में मंज़िल अपनी जुगनू कभी रौशनी के मोहताज नहीं होते!! 
          
                
                0
              
              
                
                2
              
              
                
                6
              
             अक्सर वहीं दिए हाथ जलाते है, जिन्हें हम हवा से बचाने की कोशिश करते है।। ~ अज्ञात 
          
                
                1
              
              
                
                5
              
              
                
                18
              
             झूठी महफिलों में जाने से बेहतर है, सच्चे होकर अकेले वक्त बिताऊं!! @Divya72709095
          
          
                
                0
              
              
                
                1
              
              
                
                14
              
             एक माँ ही है इस दुनिया में जो सारा जीवन एक सा प्रेम करती है ! . ये आजकल की लड़कियाँ नहीं जो पहले पद देखें, परिस्थिति देखें फिर बाहों में भरती हैं ! ~ प्रह्लाद पाठक @PrahladPaathak
          
          
                
                2
              
              
                
                3
              
              
                
                4
              
             उसको फ़ुर्सत नहीं मिलती कि पलट कर देखे हम ही दीवाने हैं दीवाने बने रहते हैं। ~वसीम बरेलवी 
          
                
                0
              
              
                
                2
              
              
                
                10
              
             तुम्हारी याद मेरे ज़ेहन से निकलती ही नहीं कितने भी मंज़र देखूं मैं तेरी याद जाती नहीं ~ मालती @Divya72709095
          
          
                
                1
              
              
                
                2
              
              
                
                7