
Neelam
@NeelamWrites
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She/her. Yoga instructor, educator. Being human is given,but keeping our humanity is a choice.
Mumbai
Joined April 2018
तुम्हारे पास लफ़्ज़ थे सोच थी... आवाज़ थी... तुमनें मौन रहने के लिए... ... कितना संघर्ष किया होगा..!!! #नीलम
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किसी को ये ग़िला कि....माँगा नहीं कुछ भी.... किसी को ये मलाल कि...माँग कर भी क्या मिला..!! ~ Ashu
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MODERATOR: Are you willing to commit to NOT raise the sales tax? MIKIE SHERRILL: I'm not going to commit to anything right now. On Nov. 4, vote NO on Mikie Sherrill. ❌
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🙏🏻 ज्ञान गंगा 🙏🏻 "परिस्थिति" बदलना जब मुमकिन न हो तो.. "मनस्थिति" बदल लीजिये सब कुछ बदल जायेगा..!
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खींच लाती है हमें तेरी मुहब्बत वरना... आख़िरी बार...कई बार मिले हैं तुझसे... ~ अब्बास ताबिश
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उनके मुताबिक़ बनते नहीं और कमतर रह जाते हैं... कमियाँ उतनी होतीं नहीं जितनी लोग गिनाते हैं..!!
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माना कि औरों के मुकाबले कुछ ज़्यादा पाया नहीं मैंने ख़ुद गिरता-संभलता रहा पर किसी को गिराया नहीं मैंने ~ प्रकाश अलख
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दुआ है उसको चोट ना लगी हो... मेरा यार गिरा है मेरी नज़रों से...!! #अज्ञात
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ढूँढना आसां था उसको जो बाहर ख़ो गया... वही मिला नहीं कहीं जो भीतर छिप गया... #नीलम
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नासूर बन चुभते हैं दरार बन जाते हैं... कुछ लफ़्ज़ ज़ख़्मों की दीवार बन जाते हैं..!! #नीलम
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बदल रहे हैं ज़माने के रंग क्या-क्या देख नज़र उठा कि ये दुनिया है देखने के लिए आफ़ताब हुसैन
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. तेरे क़दमों पे सर होगा क़ज़ा सर पे खड़ी होगी फिर उस सजदे का क्या कहना अनोखी बंदगी होगी #सीमाब_अकबराबादी
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मुमकिना फ़ैसलों में एक हिज्र का फ़ैसला भी था हम ने तो एक बात की उस ने कमाल कर दिया....!!! #परवीन_शाकिर
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किसी को ये ग़िला कि....माँगा नहीं कुछ भी.... किसी को ये मलाल कि...माँग कर भी क्या मिला..!! ~ Ashu
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"वो एक बात जो थी फ़क़त आप के लिये... वो एक बात कह न सके आप ही से हम...!!" ❤️🎶🎧
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आज कल ज़ख़्मों पे नमक लगाने वाले ज़्यादा हैं और मरहम लगाने वाले कम आरिफ़ #आरिफ़
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कहते हैं बुजुर्गों से मिली सीख आपको विपरीत परिस्थितियों का सामना करने का साहस देती है। सच ही तो है दादी माँ के जाने के बाद न वो पहले जैसी शरारतें रही और न ही बेपरवाह हँसी लेकिन उनसे मिली अनुभवों की सीख प्रकाश की उन किरणों की तरह है जो अंधेरी राह में कभी भटकने नही देती।
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बेटी को पंख दो, अब हवा उसका इंतज़ार करे हर ऊँचाई पर उसका नाम इज़हार करे अब आँचल नहीं चाहिए उसे अब आसमान चाहिए उसे कदमों में नहीं सारा जहान चाहिए उसे जो रोकना चाहे,वो जान ले ज़रा ये वक़्त उसका है,अब दौर नया है बेटी अब सवाल नहीं जवाब बन चुकी है वो चुप नहीं,अब मिसाल बन चुकी है
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