
Dr Richa pandey
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assistant professor ,Department of Sanskrit ,university of Lucknow,Assistant provost Kailash hall,University of Lucknow,Lucknow
Lucknow, India
Joined July 2022
*सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिसमन्विते ।भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोस्तुते* ।।।🌸🌸🌸 सुख, शान्ति एवं समृद्धि की मंगलमय कामनाओं के साथ आप एवं आप के परिवार को शारदीय नवरात्रि की हार्दिक मंगल कामनायें।।। *नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।*🌺🌺🌺 🌸 *HAPPY NAVARATRI*
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हिन्दी का अंग्रेजी जैसी अंतर्राष्ट्रीय भाषा से कोई बैर एवं संघर्ष नहीं है।फिराक गोरखपुरी एवं हरिवंश राय बच्चन जी अंग्रेजी के अध्यापक थे, पर उन्होनें उर्दू एवं हिन्दी भाषा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किये एवं प्रसिध्दि के शिखर पर पहुँच !
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अच्छी, गुणवत्तायुक्त, सरल हिन्दी भाषा में लिखी विज्ञान, साहित्य, कला, दर्शन इत्यादि की रोजगारोन्मुखी पुस्तकों के अभाव में हिन्दी का विकास असंभव है। अंग्रेजी जानने वालों को श्रेष्ठ मानने की मानसिकता भी हिन्दी के विकास में बाधक है।#HindiDiwas
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महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी की प्रेरणा एवं लखनऊ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० मनुका खन्ना के नेतृत्व में आज दिनांक 10 सितंबर,2025 को लखनऊ विश्वविद्यालय के 68वें दीक्षांत समारोह का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया !🙏🏻🙏🏻
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Games winners certificate distribution on national sports day by Lucknow university athletic association (LUAA)in University of Lucknow,Lucknow #NationalSportsDay #khelegadeshkhilegadesh
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*गणेश महोत्सव के पावन पर्व पे गणेश जी की कृपा सदैव हम सभी पर बनी रहें* *🙏🏻🌹गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं🌹🙏🏻*#Ganapatibappamorya
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हरतालिका तीज जिसमें महिलाएं मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा कर कठोर व्रत रखती हैं। इसे प्रेम, भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। 🙏🏻🙏🏻
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Poster making and skit competition in kailash hall ,University of Lucknow Certificate distribution #antyragging
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Independence Day Celebration in Kailash Hall University of Lucknow. Jai Hind, Jai Bharat 🇮🇳🇮🇳 #IndependenceDay #HarGharTiranga #Lucknow
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संस्कृतमहोत्सवः २०२५ कार्यक्रमेऽस्मिन् सर्वेषां हार्दं स्वागतम्।
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उत्तमे तु क्षणं कोऽपो मध्यमे घटिकाद्वयम्। अधमे स्यात् अहोरात्रं चाण्डाले मरणान्तकम् ।। अर्थात् - उत्तम जन होते हैं वह क्षणभर के लिए कोप करते हैं,मध्यम दो घटी के लिए कोप करते हैं,अधम जन एक दिन के लिए कोप करते हैं और जो चाण्डाल होते हैं वह मरणान्त समय तक कोप करते हैं।
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