
Professor Tabiib (तबीब)
@DrAlokDixit7
Followers
572
Following
29K
Media
1K
Statuses
33K
भटके हुए फिरते हैं कई लफ्ज़ जो दिल में, दुनिया ने दिया वक़्त तो लिक्खेंगे किसी दिन! ~अमजद इस्लाम अमजद
Madhya Pradesh, India
Joined December 2020
तमाम ज़ीस्त अकेले सफ़र किया मैंने,.मरा तो काँधे पे लेकर के चार यार चले!.~आलोक कुमार 'तबीब' . @asifiyat @_OfficialWork .@TeamVismrita @ChhotiKavita .@BazmKavyamanch @Kaavyapediaa
4
1
9
RT @12Jyotirling: श्री औढ़ा नागनाथ नागेश्वर ज्योतिर्लिंग जी के संध्याकाल आरती श्रृंगार दिव्य 14.08.2025
0
38
0
RT @12Jyotirling: श्री त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग जी के आज के मंगला आरती श्रृंगार दिव्य दर्शन 14.08.2025
0
205
0
RT @ShriAyodhya_: श्री हनुमान जी महाराज जी की प्रातः कालीन शुभ मंगला श्रृंगार आरती दर्शन।. श्री हनुमानगढ़ी अयोध्या धाम जी।. जय जय श्री राम….
0
267
0
RT @ShriAyodhya_: श्री क्षीरेश्वर नाथ महादेव की सुबह भव्य मंगला आरती दर्शन अयोध्या धाम - :हर हर महादेव: 🔱
0
145
0
RT @12Jyotirling: श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग जी के आज के मंगला शृंगार आरती दिव्य दर्शन 14.08.2025
0
286
0
RT @DwarkaOfficial: राजाधिराज द्वारकाधीश जी के मङ्गला आरती दर्शन 🙏🏻 .श्री द्वारकाधीश मंदिर द्वारका,गुजरात.दिनांक :- 14/08/2025 गुरुवार….
0
93
0
मैं पूजता हूँ जिसे, उससे बेनियाज़ भी हूँ,.मेरी नज़र में वो पत्थर भी है खुदा भी है!.~राहत इन्दौरी.(बेनियाज़ = जिसे किसी से कुछ लेने की इच्छा न हो).#Jo_meraa_dost_bhii.#Rahat_Indori.
जो मेरा दोस्त भी है मेरा हमनवा भी है.वो शख्स सिर्फ भला ही नही बुरा भी है. सवाल नींद का होता तो कोई बात न थी.हमारे सामने ख़्वाबों का मसअला भी है. जवाब दे न सका और बन गया दुश्मन.सवाल था कि तेरे घर में आईना भी है. जरूर वो मेरे बारे मे राय दे लेकिन.ये पूछ लेना कभी मुझसे वो मिला भी है.
2
0
5
RT @12Jyotirling: श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग जी के आज के भस्म आरती श्रृंगार दिव्य दर्शन 14.08.2025
0
859
0
RT @DrMohanYadav51: ॐ श्री तुळजाभवानी देव्यै नम:. खंडवा जिले में स्थित श्री तुलजा भवानी माता मंदिर में विराजित मां तुलजा भवानी प्रत्येक नाग….
0
125
0
RT @SVTMumbai: 🙏 गणपती बाप्पा मोरया 🌺मंगलमूर्ती मोरया 🙏१४/०८/२०२५.🙏Ganapati Bappa Moraya 🌺 Mangalmurti Moraya 🙏14/08/2025 .
0
2K
0
RT @SatishTangri: मेरा भी हर अंग था बहरा उस का जिस्म भी गूँगा था.वर्ना आपस में कहने-सुनने को जाने क्या क्या था. अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा.#अं….
0
2
0