Official Twitter Handle of Champat Rai, International Vice President of Vishwa Hindu Parishad and General Secretary of Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra.
समस्त रामभक्तों से निवेदन है कि वे किसी भी दुष्प्रचार में विश्वास ना करें, ताकि श्री रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य शीघ्र निर्विघ्न रूप से पूरा हो।
श्री राम जन्म-भूमि तीर्थ क्षेत्र’ श्री राम जन्म-भूमि मन्दिर को वास्तु शास्त्र के अनुसार भव्य स्वरूप प्रदान कराने, शेष परिसर को सभी प्रकार से सुरक्षित तथा दर्शनार्थियों के लिए सुविधापूर्ण बनाने के लिए कार्य कर रहा है। 1/n
दिसंबर 2023 तक अयोध्या जी में श्री रामभक्त प्रभु श्री रामलला जी के दर्शन कर पाएँगे। मंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और सूर्य के उत्तरायण होते ही शुभ मुहूर्त में मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हो जाएगी।
बोलो जय श्री राम।
श्री राम जन्मभूमि पर चले भव्य मंदिर निर्माण कार्य प्रगति का एक चलचित्र।
अयोध्या जी में बन रहा यह दिव्य मंदिर पूरे विश्व पटल पर युगों- युगों स्मरणीय रहेगा।
हम नही जानते अयोध्या में 22 जनवरी को 25 हज़ार लोग आयेंगे या 25 लाख। लेकिन हमारा निवेदन यहीं है कि 22 जनवरी के बाद अयोध्या आयें।
आप अपने स्थान पर आनंद मनाइये, भजन कीर्तन कीजिए, त्यौहार मनाइये और अपने घरों के दरवाजे दीपक से प्रकाशित कीजिए।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर चल रहा निर्माण कार्य। भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण कोटि-कोटि रामभक्तों के भागीरथ प्रयास और अनवरत संघर्ष की परिणीति है।
बाबू कल्याण सिंह जी का देहावसान यद्यपि भारतीय समाज की अपूरणीय क्षति है, तथापि भावी काल में वे इतिहास पुरुष कहलाये जाएँगे। निहत्थे भक्तों पर गोली नहीं चलाई जायेगी तथा ६ दिसम्बर को या उसके पूर्व अयोध्या में अधिकारियों ने जो कुछ किया, मेरे आदेश से किया..1/n
25 सालों से बंद पड़ी स्टोन कटिंग मशीन को फिर से शुरू किया गया। राजस्थान के पिंडवाड़ा शहर से बुलाए गए इंजीनियरों ने तकनीकी ख़राबी को सही किया। पत्थर काटने का कार्य ट्रायल के रूप में शुरू किया गया है।
Beautiful Statues are being carved on stone, based on stories from our Shastras.
They will be later pasted on pillars, base and other designated places in Shri Ram Janmabhoomi Mandir, as per the construction schedule.
श्री रामजन्मभूमि परिसर में नींव के लिए लगातार चली खुदाई के बाद विशेषज्ञों की सलाह से यह निर्णय लिया गया कि नींव भराई का कार्य Roller Compacted Concrete तकनीक से किया जाएगा। लगभग 1,20,000 स्क्वायर फ़ीट क्षेत्र में अभी 4 परत बिछाई जा चुकी हैं। कुल 40-45 ऐसी ही परत बिछाई जाएंगी।
गृभग्रह में भगवान की जिस प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, वह बालक रूप में होगी। सभी निर्माण कार्य अक्तूबर तक व अन्य सब कार्य दिसंबर माह में पूरे कर लिए जाएँगे।
15 जनवरी 2024 से 24 जनवरी 2024 के बीच जो भी तिथि उत्तम होगी, उस दिन भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा कर दी जाएगी।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के स्तंभों व अन्य निर्दिष्ट स्थानों पर प्रस्थापन के लिये शास्त्रों में वर्णित कथाओं के आधार पर सुंदर मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है।
Murtis of elephant, lion, Hanuman Ji & Garuda have been installed at the entrance gate of Shri Ram Janmbhoomi Mandir.
These Murtis, have been sculpted from pink sandstone sourced from Rajasthan’s Bansi Paharpur village.
श्री रामजन्मभूमि मंदिर में पैसा लेकर या टाइम स्लॉट देकर दर्शन की व्यवस्था नही है। लेकिन कुछ दुर्घटनाएँ सामने आयी हैं, जिसकी जाँच पुलिस करेगी। ट्रस्ट का इससे कोई संबंध नही है।
जो भक्त लाइन में लगकर सहजता से श्री रामलला के दर्शन करते हैं, उन्हें अच्छे दर्शन होते हैं।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की प्रगति देखने, फोटो एवं वीडियोग्राफ़ी करने के लिए पत्रकार बंधु कल शुक्रवार 13 जनवरी 2023 को दोपहर 12:00 बजे तक मोहल्ला रामकोट में राम कचहरी मंदिर पर पधार सकते हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परम पूज्य श्री गुरुजी एवं उनके बाद के सभी पूज्य सरसंघचालकों के सानिध्य में राष्ट्रीय कार्य में निरंतर लगे रहे श्री लाल बहादुर सिंह जी (जिला आर्यमगढ़) से आज शिष्टाचार भेंट की।
इस दीपावली मेरा सभी भारतीयों से विनम्र निवेदन है कि हम उन्ही वस्तुओं का उपयोग करें, जिनका निर्माण भारत में हुआ है और जिनका लाभांश भारतीयों को मिलेगा। ऐसा करने से भारत की उन्नति होगी।
आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आरोप की भाषा में वक्तव्य देने वाले व्यक्तियों ने आरोप लगाने से पहले तीर्थ क्षेत्र के किसी भी पदाधिकारी से तथ्यों की जानकारी नहीं की, इससे समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है। समस्त श्री राम भक्तों से निवेदन है कि वे ऐसे किसी दुष्प्रचार में विश्वास न करें। n/n
इस नाम के किसी व्यक्ति को मैं निजी तौर पर नहीं जानता।
मंदिर निर्माण से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर मेरा अनेकों लोगों से मिलना होता है, पर एक चलचित्र के आधार पर इस संदर्भ में भ्रामक तथ्य डालना बेहद गंभीर विषय है।
कृपया आस्था से जुड़े विषय को निजी प्रचार का विषय ना बनाएँ।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री महंत
@myogiadityanath
जी ने आज मंदिर निर्माण कार्य का जायज़ा लिया। मंदिर में चल रहे क��र्य के कुछ छायाचित्र आप सबके साथ साझा कर रहा हूँ।
13 मई को जस्टिस श्री सुधीर अग्रवाल जी ने श्रीराम जन्मभूमि पर पंहुच कर निर्माण कार्य का अवलोकन और रामलला का दर्शन पूजन किया।
हाईकोर्ट ने 2010 में रामंदिर भूमि विवाद पर जो फैसला सुनाया था, उस तीन सदस्यीय बेंच में जस्टिस सुधीर अग्रवाल जी भी थे। ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा अंगवस्त्र…
अयोध्या में श्री राम मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। भारत के प्रधानमंत्री माननीय
@narendramodi
जी इस अवसर पर स्वयं उपस्थित रहेंगे। देश के 4000 संत महात्मा एवं समाज के 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।
पुणे के श्रद्धास्थान श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट ने इस वर्ष की थीम अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर की रखी। उसका एक चलचित्र आप सबके साथ साझा कर रहा हूँ।
नाम राम को अंक है सब साधन हैं सून।
अंक गएँ कछु हाथ नहिं अंक रहें दस गून॥
श्री जन्मभूमि मन्दिर के भूतल के खम्बों के ऊपर बीम रखने का कार्य प्रारम्भ।
जय श्री राम!
आज अयोध्या धाम में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री
@PemaKhanduBJP
जी ने अपने मंत्रिमंडल के सभी सहयोगियों व विधायक गणों सहित प्रभु श्री रामलला के दर्शन किये।
On this auspicious festival of Ganesh Chaturthi, we bow before Bhagwan Shri Ganpati, who presides within and graces Shri Ram Janmabhoomi Mandir.
गणपति बाप्पा मोरया!
22 जनवरी 2024 को अयोध्या जी में प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर आमंत्रित किये गये समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महानुभावों के बारे में जानकारी।
आज देश में जहाँ-जहाँ भाजपा के कार्यकर्ता हैं, आज से 25 साल पहले वो रामजन्मभूमि आंदोलन के कार्यकर्ता थे। अनेकों ने 1990-92 में लाठियाँ खायीं, अपनी दुकाने बंद की, सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलके आयोध्या आए, ऐसे लोगों को मंदिर निर्माण का श्रेय लेने का पूरा अधिकार है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम 2010 के अंतर्गत स्वैच्छिक योगदान (Voluntary Contribution) प्राप्त करने के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय के FCRA विभाग ने मान्यता प्रदान कर दी है।
विदेशी स्त्रोतों से प्राप्त होने वाला कोई भी स्वैच्छिक योगदान केवल…