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Rakesh Khemani Profile
Rakesh Khemani

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प्रेम ही परमात्मा है, तुम जिससे प्रेम करते हो, अगर उसमे परमात्मा न दिखे तो वासना है।

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@4thgender
Rakesh Khemani
12 hours
पूरी सृष्टि प्रेम पर ही आधारित है,प्रेम जब समष्टिगत,समूहगत हो जाए,तो उसे उत्सव कहते हैं।संतो ने लीला,रास,क्रीड़ा कहा है। समस्त प्रकृति उत्सव मे है।संत,बुद्ध पुरुष भी बच्चो जैसे हो जाते हैं।वह भी क्रीडा,रास,उत्सव मे बड़ा रस लेते हैं,संकेत देते हैं कि जीवन उत्सव है। ~समर्थगुरू
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Rakesh Khemani
12 hours
ध्यान कोई कार्य नहीं है जो , करना पड़े , न ही इसकी कोई स्पेशल शेल्ली है , जो करने में कठिन लगे | यह तो बस एक लय है , जिस के साथ-साथ बहना है , चलना भी नहीं ..... सिर्फ बहना.. #ओशो
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Rakesh Khemani
12 hours
जन्म से लेकर मृत्यु तक अगर कोई एक चीज तुम्हारे भीतर सदा चलती रहती है, तो प्रेम है। सांस की तरह सदा प्रेम आत्मा को संभाले रखता है। #ओशो
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Rakesh Khemani
2 days
आनंद का अर्थ है.....दुख सदा को गया। और जब दुख ही चला गया सदा को, तो सुख भी चला गया सदा को। सुख दुख का जोड़ा है। वे साथ-साथ हैं। आनंद तो एक परम शांति की दशा है , जहां न दुख सताता, न सुख सताता। जहां कोई सताता ही नहीं। जहां कोई उत्तेजना नहीं होती। सुख की भी उत्तेजना है।" #ओशो
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Rakesh Khemani
2 days
प्रेम तभी घटता है जब समर्पण घटे, प्रेम और समर्पण एक दूसरे के पूरक है। प्रेम के बिना कैसा समर्पण! और समर्पण न हो तो कैसा प्रेम !! #ओशो
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Rakesh Khemani
3 days
"जो कुछ भी हम करते हैं,याद रखना,अगर हम यह सोच के करें की गोविंद ने यह भूमिका हमें सोंपी है,यह गोविंद की दी हुई भूमिका हम निभा रहें हैं, देखोगे की जीवन से सारे तनाव विदा हो जाते हैं। जीवन में एक ऐसी धन्यता उतरती है जिसके कारण तुम शांत,आनंदित होकर अपना कर्म कर पाते हो।" ~समर्थगुरू
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Rakesh Khemani
3 days
एक दिन चाँद से की थी गुजारिश हमने मेरी "ओशो" से करा दो मुलाकात कभी..... चाँद भी मुस्करा कर टाल गया कहा मत कर शर्मिंदा अभी..... तेरे "ओशो" को देखकर फिर न कभी चमक पाउँगा..... रौशनी तेरे "मौला" की है कुछ अलग शायद मै खुद ही खो जाऊंगा..... #ओशो
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Rakesh Khemani
3 days
सुख कहीं मिलेगा, इस भ्रांति का नाम संसार है। सुख अभी है, यहीं है, इस बोध का नाम निर्वाण है। सुख किसी से मिलेगा, इस भ्रांति का नाम संसार है। सुख अपना स्वभाव है, इस जागृति का नाम मोक्ष है।। #ओशो
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Rakesh Khemani
4 days
क्या करेगा ज़माना न सोचो हारने का बहाना न सोचो जो अभी है यहीं है मज़ा लो कब मिलेगा ख़जाना न सोचो सामने कर्म है जो किए जा क्या है खोना या पाना न सोचो ज़िन्दगी राम के नाम कर दो माया का ताना-बाना न सोचो. ~समर्थगुरू @SiddharthAulia
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Rakesh Khemani
4 days
जहां प्रेम से भरा हुआ हृदय धड़��ेगा, वहीं एक और नया काबा , काशी पैदा होगी। क्योंकि जहा प्रेम है, वहां परमात्मा प्रगट हो जाता है। #ओशो
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Rakesh Khemani
4 days
यह तो मैखाना है, मधुशाला है। यहां तो पियक्कड़ों की जमात है। ये रिंद बैठे हैं। यहां तो अदृश्य शराब पी जा रही है, पिलाई जा रही है। अगर पीना हो, तो पीओ। और अगर हिम्मत हो, तो ही पी पाओगे। #ओशो
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Rakesh Khemani
5 days
आज के युग का साक़ी हूं मैं सभी रिन्दों की तिश्नगी हूं मैं सारा आकाश है खुदा जिनका ऐसे बंदों की बंदगी हूं मैं जो भी राज़ी हैं फ़ना होने को उनकी मस्ती-व-ज़िन्दगी हूं मैं कामिल 'मुर्शिद' की है तलाश जिन्हें उनकी आंखों की रोशनी हूं मैं ~समर्थगुरु @SiddharthAulia
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Rakesh Khemani
5 days
सुख कहीं मिलेगा, इस भ्रांति का नाम संसार है। सुख अभी है, यहीं है, इस बोध का नाम निर्वाण है। सुख किसी से मिलेगा, इस भ्रांति का नाम संसार है। सुख अपना स्वभाव है, इस जागृति का नाम मोक्ष है।। #ओशो
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Rakesh Khemani
5 days
प्रेम से भरी हुई आंख जहाँ पड़ेगी वहीं मंदिर निर्मित हो जाएंगे। प्रेम भरी आंख कण-कण में परमात्मा को देख लेती है। #ओशो
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Rakesh Khemani
6 days
क्या करेगा ज़माना न सोचो हारने का बहाना न सोचो जो अभी है यहीं है मज़ा लो कब मिलेगा ख़जाना न सोचो सामने कर्म है जो किए जा क्या है खोना या पाना न सोचो ज़िन्दगी राम के नाम कर दो माया का ताना-बाना न सोचो ~समर्थगुरू @SiddharthAulia
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Rakesh Khemani
6 days
धार्मिक व्यक्ति की पुरानी धारणा यह रही है कि वह जीवन विरोधी है। वह इस जीवन की निंदा करता है, इस साधारण जीवन की - वह इसे क्षुद्र, तुच्छ, माया कहता है वह इसका तिरस्कार करता है। मैं यहां हूं इसके प्रति तुम्हारी संवेदना को जगाने के लिये। #ओशो
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Rakesh Khemani
6 days
मनुष्य रूपी बीज में परमात्मा होने की संभावना छीपी है “प्रत्येक बीज में वृक्ष होने की संभावना छिपी है और जब तक बीज वृक्ष नही हो जाता तब तक दुखी है,अशांत है,बैचेन है,जैसे ही वो पूर्ण वृक्ष हो जाता है सुखी,शांत और आनंद मे आ जाता है। #ओशो
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Rakesh Khemani
7 days
आनंद गीता : चाहे जितना भी प्यारा हो, हर मीत विदा हो जाएगा। कुछ रस्म-रिवाजों के कार��, या खुद ही दिल भर जाएगा। जो हुआ उसे स्वीकार करो, बेहतर है खुद को प्यार करो। आत्मानं शरणम् गच्छामि, भज #ओशो शरणं गच्छामि।। ~समर्थगुरू @SiddharthAulia
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Rakesh Khemani
7 days
प्रेम बीज की तरह है जो रहस्य में छुप कर अंकुरित होता है, खिलता है, फलता है। नफरत गंदे पानी की तरह है, सभ्य लोग उसका परिष्कार कर सतह पर बहाते हैं। असभ्य लोग उसे यूँ ही नाले में बहा देते हैं। सदानंद का जिसने अनुभव किया है वही संत गुरुपद में स्थितहै।। #ओशो
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Rakesh Khemani
7 days
प्रेम सुगंध है, प्रेम संगीत है, प्रेम सौंदर्य है, प्रेम ही परमात्मा है। प्रेम का मतलब है..मिठास,माधुर्य.. जितनी मिठास होगी हमारे जीवन में उतना ही गहरा प्रेम होगा इस बात को समझ लो प्रेम और आनंद अलग नहीं है एक ही सिक्के के दो पहलू है। एक को खोज लो दूसरा अपने आप मिल जाएगा। #ओशो
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