मनुष्य में बंदर मन...🙈🐒
यही गलती हम सब जीवन में करते हैं।
हमारे पास जो है और जो हमें मिला है,
हम उससे संतुष्ट नहीं हैं।
हमें और आवश्यकता है।
हमारे पास जो कुछ है
उसका हम आनंद भी नहीं ले सकते
लेकिन
अधिक से अधिक कमाने की चिंता में हम जो कुछ हमारे पास है
उसे लेना और जीवन का…
@profsaritasidh
जिस प्रकार जलते दीपक से आकर्षित होकर
पतंगा उसको पाने के लिए उसमें गिरकर जल मरता है, वैसे ही इस🌍
#सांसारिक_माया में होने वाले आकर्षण के वशीभूत होकर व्यक्ति इसमें पड़कर फंस जाता है। * हाथ कुछ भी नहीं लगने वाला है, यह हर कोई जानता है।🎙☝
ये बंदर रात्रि में ठीक 11:30 बजे रूम की खिड़की के पास बैठकर आवाज करने लगा, मैंने देखा तो ये भूखा था, 👀
मैं तुरंत इसे भीगे हुए चने खिलाए,
तब जाकर इसे शांति मिली।🤗
"तुलसी दया न छाडिए जब लग घट में प्राण।।
#राम_राम सबने! 🚩
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