रवीश कुमार से सहानुभूति रखा करो। अकेला आदमी 370, CAA, ट्रिपल तलाक, राम मंदिर और भी न जाने क्या क्या जहर हंसते हंसते गटक गया फिर भी रोज हम सबका मनोरंजन करने के लिए तैयार रहता है। उसकी तारीफ नहीं कर सकते तो उसके दर्द पर हँसो तो मत
@ashu_nauty
एक एपिसोड में रवीश ने 2 जोकर बुलाए थे।
बजट की कमी से आजकल खुद ही सबकुछ कर रहा है।
सहानुभूति ज़रूरी है। इतना कुछ करने के बाद भी अगर ज़ाकिर के हिसाब से नरक ही मिलनी है तो सहानुभूति तो दो