@RajputRanjanaa
मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं ।
परंतु ,
शर्त यह है वह वेद पाठी ब्राह्मण सत्संग में ऊंचे सिंहासन पर बैठ कर राम के नाम से धन कमाने वाला ना हो ।
@RajputRanjanaa
जिस दिन हर हिन्दू ये सोच लेगा कि कि भले हमारा शरीर जख्मी हो जाए लेकिन हमारे आत्मसम्मान को चोट नहीं लगनी चाहिए.उस दिन से किसी की औकात नही कि हिन्दुत्व के खिलाफ बात करे, काम करना तो दुर की बात है