आज अध्यक्षीय भाषण पर प्रधानमंत्री जी का जो जवाब आया, उसमें हम यह अपेक्षा करते थे कि यह जो तीन काले कानून आप लेकर आए हैं, जिसके लिए देश के किसान धरने पर हैं, आप पुनर्विचार करके उसमें सुधार करेंगे लेकिन आपने कोई जिक्र नहीं किया : श्री
@kharge
आपने बस इतना कहा कि इन तीन कानून में क्या है? किसी को मालूम नहीं है। चूंकि लोग आंदोलन कर रहे हैं। ऐसा कभी हो सकता है, वहाँ पर जो इतने एक्स्पर्ट रहते हैं और संसद में भी विपक्ष के लोग भी इस कानून के बारे में जानते हैं : श्री
@kharge
इनको लगता है कि ये जो कर रहे हैं वही ठीक है। केवल अपनी ही बात बोलते रहते हैं यही ठीक है और लोगों को भ्रमित कर रहे हैं कि कानून में क्या है किसी को मालूम नहीं : श्री
@kharge
हम सभी को लगा था यह जो आंदोलन चल रहा है उस बारे में प्रधानमंत्री जी कुछ न कुछ बोलेंगे लेकिन वो कुछ नहीं बोले और अपनी बात रख कर चल गए। इसलिए ऐसी चीजों की हम निंदा करते हैं : श्री
@kharge
हम यह मालूम है कि कितने छोटे किसान हैं, कितने मध्यम वर्ग के किसान हैं, लेकिन आपने क्या किया यह महत्वपूर्ण है। संसद में जो बात की गयी उसका कोई समाधान कारक नहीं था। केवल गुमराह करने की बात कह कर चले गए : श्री
@kharge
हमें यह मालूम है कि कितने छोटे किसान हैं, कितने मध्यम वर्ग के किसान हैं, लेकिन आपने क्या किया यह महत्वपूर्ण है। संसद में जो बात की गयी उसका कोई समाधान कारक नहीं था। केवल गुमराह करने की बात कह कर चले गए : श्री
@kharge
किसानों की जिस तरह से लड़ते-लड़ते शहीदी हो रही है, सिर्फ देश ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय निगाहें लगी हुई थी कि प्रधानमंत्री जी कुछ बोलेंगे और वहाँ से कुछ न कुछ हल निकलेगा : श्री
@shaktisinhgohil
प्रधानमंत्री जी की जिम्मेवार कुर्सी से बहुत बड़ी उम्मीदें थी लेकिन दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है जिस तरह से उन्होंने आज जवाब दिया है, शर्म आती है हर देशवासी को कि क्या प्रधानमंत्री की कुर्सी से ऐसा मज़ाकियापन अच्छा लगता है? : श्री
@shaktisinhgohil
देश के इतने किसान जो इतने दर्द के साथ वहाँ बैठे हैं। सबका साथ मांगा, सबने दिया लेकिन आज प्रधानमंत्री जी ने सबके साथ विश्वासघात किया है। इतने शहीद हुए किसानों पर श्रद्धांजलि के दो शब्द ही तो चाहते थे हम : श्री
@shaktisinhgohil
चीन के बार्डर पर हमारे बिहार के 20 जवान शहीद हुए लेकिन चीन का नाम तक नहीं लिया हमारे प्रधानमंत्री जी ने। मेरा जवान शहीद होता है और तुम चीन का एक एप बंद करके सोचते कि बदला ले लिया : श्री
@shaktisinhgohil
गरीब के लिए कोई छोटी सी बात नहीं हुई, आम देशवासी के लिए कोई चिंता व्यक्त नहीं की और विपक्ष पर प्रहार करते हो। हम चर्चा करने के लिए तैयार हैं लेकिन आप नहीं करते हैं : श्री
@shaktisinhgohil
जब प्रधानमंत्री जी ने अपना भाषण सुनाया जिसमें किसान, चीन और आम देशवासी को लेकर कोई गंभीरता नहीं थी तो इसकी वजह से कांग्रेस पार्टी ने और विरोधी पार्टियों ने वॉकआउट करने का फैसला किया था और वॉकआउट किया : श्री
@shaktisinhgohil
दुर्भाग्य है कि ये सरकार स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ पा रही है। जिस तरीके से आज देश का किसान जाति, धर्म, क्षेत्र के बंधनों को तोड़ते हुये सरकार के दरवाजे पर पहुंचा हुआ है: श्री
@DeependerSHooda