नरेंद्र मोदी की सितंबर 2001 का इंटरव्यू और प्रवीण तोगड़िया के इंटरव्यू की एक क्लिप दोनों को ज़ेहन में रखते हुए डॉ० इसरार अहमद रह° की इस वीडियो को भी देखे. इस वीडियो में डॉ० इसरार अहमद बताते है कि भारत के हिंदुओं का डिक्लेरेड ऑब्जेक्टिव है कि वो हिंद की सरज़मीं को इन मलेच्छ 1/3👇
#HIJRAT
देश में जहां भी मुस्लिम आबादी बहुत कम ह
और आपको थोडा भी लग रहा कि आप मुशरिकों के बीच महफूज़ नहीं तो
भाइयों अल्लाह के वास्ते वक़्त रहते हिजरत करलो
आप जिस जिले में रहते है वहाँ के मुस्लिम बहुल छेत्र या फिर दूसरे बड़े मुस्लिम बहुल गांव में जाकर बस जाए
#हिजरत_के_सुझाव 1/8👇
हिंदी मुसलमानों से पाक करे
देखिए ये बिल्कुल वैसे ही हो सकने वाली बात है जैसे उंदलुश(स्पेन) में हुआ था
अब चंद secular लंबी2 बातें करेंगे
गंगाजमुनी तहज़ीब का पैमाना छलकाते हुए दौड़े आएगें और शतुरमुर्ग की भांति रेत में मुंह डालने की बात करेंगे
अरबो का मुह 2/3
ताकने वाले मुसलमान अपने जहन से ये खयाल निकाल दो की अरब तुम्हारी मदद करेंगे
सारे अरब बगल में रहकर यारुस्सलम जैसी जगह पलस्तीन के लोगों को नहीं बचा रहे तो तुम्हारी मदद खाक करेगे
पड़ोसी कितना भी बुरा हो लेकिन जहन मे
बैठालो मुश्किल वक्त में पड़ोसी ही काम आता है
मुसलमान की आंख उस वक्त ही खुल गई होती तो आज ये हालात ना होते,
आज जो मुल्क में हालात बने हुई हैं ये कोई नई बात नहीं है ये आजादी से पहले से हो रहे है और हमेशा होते रहे है यहीं वजह है की मुसलमान के हालात आज दलितों से भी बद्तर हो गए हैं,
पहले और आज में फर्क बस इतना है की कल सोसल मीडि